डीएम ने कहाः सरकार की योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएं, जनता का हरएक सुझाव महत्वपूर्ण, प्राप्त सुझावों पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी
राज्य सरकार के निदेश के आलोक में आज पटना जिले के बेलछी प्रखण्ड में जिला-स्तरीय जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में राजकीय उच्च विद्यालय, सिकंदरा, ग्राम-पंचायत फतेहपुर में आयोजित इस बैठक में सैकड़ों की संख्या में आम जनता ने भाग लिया, योजनाओं से प्राप्त लाभ पर अपना-अपना अनुभव साझा किया तथा फीडबैक दिया। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि लगभग 100 से अधिक योजनाओं तथा कार्यक्रमों ने आम जनता की जीवन शैली पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। सरकार की सफल नीतियों के कारण मानव संसाधन विकास के हर इंडिकेटर पर हमलोग अच्छा कर रहे हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि आम जनता योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएं। सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र आपके लिए तत्पर है। सभी पदाधिकारी जिलेवासियों के लिए हमेशा उपलब्ध (एक्सेसिबल) हैं। आप आवश्यकता पड़ने पर किसी भी कार्यालय में आ सकते हैं। प्रावधानों के अनुरूप आपको उत्कृष्ट सेवा प्रदान की जाएगी।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जनता का एक-एक सुझाव बहुमूल्य है। अनुमंडल पदाधिकारी, बाढ़ को 15 दिन के बाद पुनः बैठक स्थल पर अनुवर्ती कार्रवाई (फॉलोअप) का अनुश्रवण कर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया है। साथ ही उप विकास आयुक्त, पटना की अध्यक्षता में आठ-सदस्यीय अनुश्रवण कोषांग सक्रिय है जो सभी कार्यों का नियमित अनुश्रवण कर रही है।
कार्यक्रम के दरम्यान उपस्थित जन समूह को प्रखंड में राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न विकासात्मक योजनाओं पर वृतचित्र का प्रदर्शन किया गया। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा नुक्क्ड़-नाटकों के माध्यम से जनहित की योजनाओं के बारे में आम जनता को जागरूक किया गया।
उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुल्तानिया एवं अन्य सभी महत्वपूर्ण विभागों के जिला-स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा जनहित की महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में आम जनता को विस्तार से बताया गया। योजनाओं का उद्देश्य एवं प्रगति, लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया, योजनाओं का आम जनता के जीवन में सकारात्मक प्रभाव तथा जन-सहभागिता पर बारीकी से प्रकाश डाला गया।
डीएम डॉ. सिंह ने बताया कि जन संवाद का मुख्य उददेश्य योजनाओं के बारे में जनता को और जागरूक करना है ताकि वे इसका अधिक-से-अधिक लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इसका उददेश्य जनता से फीडबैक भी लेना है ताकि उनकी आवश्यकता के अनुरूप विकास हेतु भविष्य में कार्य योजना बनाया जाए।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा पूरे राज्य के साथ-साथ पटना जिला का भी चहुँमुखी विकास किया गया है। बेलछी प्रखंड के बारे में ही चर्चा करें तो पहले बेलछी प्रखंड एवं अंचल कार्यालय भवनहीन था। अस्थायी रूप से चल रहा था। अभी भूमि अधिग्रहण कर बहुत अच्छा प्रखंड एवं अंचल कार्यालय बन रहा है। यहाँ से आप बहुत अच्छी सुविधा प्राप्त करेंगे। इसके बगल में थाना भी बन रहा है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पूर्ण पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व के साथ पूरे जिले के साथ-साथ बेलछी प्रखंड एवं फतेहपुर पंचायत में भी विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। पंचायत में जो योजनाएँ चल रही हैं उसके बारे में वक्ताओं द्वारा विस्तार से बताया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि आधारभूत संरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, कल्याण सहित सभी सेक्टर में सरकार द्वारा जनता की इच्छा एवं क्षेत्रीय आवश्यकता के अनुरूप कार्य किया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण, विकसित बिहार के सात निश्चय, आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय, बिहार लोक शिकायत निवारण अधिनियम, मद्य-निषेध, बाल विवाह तथा दहेज प्रथा पर रोक, बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम, जल-जीवन-हरियाली अभियान, जलवायु अनुकूल खेती आदि क्षेत्रों में आमूल-चूल परिवर्तन आया है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि विकास एक निरंतर प्रक्रिया है। सुधार की हमेशा अपेक्षा एवं संभावना बनी रहती है। जहाँ कहीं भी कमी है वहाँ सुधार करेंगे। लक्ष्य एवं उपलब्धि के गैप को पूरा करेंगे।
आज के इस जनसंवाद में लगभग 24 विभागों की 54 योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी गयी। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पिछले 15 सालों में विद्युत की स्थिति में आमूल-चूल सुधार आया है। सभी गाँवों एवं मुहल्लों में 20-22 घंटे विद्युत आपूर्ति हो रही है। पंचायत में मुख्यमंत्री कृषि विद्युत सम्बद्ध योजना के तहत कृषि कार्य हेतु लगभग 61 ट्रान्सफॉर्मर अधिष्ठापित किया गया है। कृषि को करीब 20 घंटे विद्युत की आपूर्ति हो रही है। पंचायतों में सोलर लाईट का अधिष्ठापन किया गया है। सौर ऊर्जा के प्रयोग से गॉवों की गलियाँ रौशन हुई हैं। सूर्यास्त के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में अंधेरे से मुक्ति मिली है। रात के समय में भी ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा हुई है। प्रकाश की अच्छी व्यवस्था होने से दुर्घटनाओं में कमी आयी है। भवनों पर जल-जीवन-हरियाली अभियान अर्न्तगत सोलर सिस्टम का अधिष्ठापन किया गया है। सौर ऊर्जा का उपयोग होने से बिजली की खपत में कमी आयी है। पंचायत में डेडिकेटेड कृषि फीडर का तेजी से निर्माण हो रहा है।
डीएम डॉॅ. सिंह ने कहा कि फतेहपुर पंचायत में पंचायत सरकार भवन पूर्णता की ओर है। एक ही छत के नीचे ग्रामीणों को सारी सुविधा मिल जाएगी। प्रखंड कार्यालय आने-जाने की आवश्यकता नहीं होगी। लोगों को स्थानीय स्तर पर ही सारी सेवा प्राप्त हो जाएगी। पंचायत सरकार भवन में कर्मियों तथा कार्यपालक सहायकों की नियुक्ति हो रही है। पिछले एक साल में हजारों की संख्या में पंचायत सचिव, राजस्व कर्मचारी, अमीन, लिपिक इत्यादि ने योगदान दिया है। शिक्षा, स्वास्थ्य सहित सभी विभागों में बहाली हो रही है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सड़कों का जाल बिछाया गया है। रिंग बाँध का लाभ लोगों को मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र को मुख्य सड़क से बारहमासी पथ से सम्पर्क प्रदान किया गया है। आवागमन की अच्छी सुविधा होने से कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य सेक्टर में भी बेहतरी आयी है। उन्होंने कहा कि सड़कों के नियमित मेन्टेनेन्स के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। नई अनुरक्षण नीति प्रभावी ढ़ंग से लागू की गयी है। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना से ग्रामीण परिवहन सुदृढ़ हुआ है तथा स्वरोजगार का सृजन हुआ है। समाज सुधार अभियानों के द्वारा सामाजिक स्तर पर भी बहुत परिवर्तन आया है। लड़कियाँ शिक्षा क्षेत्र में काफी आगे हैं। शराब बंदी, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा पर रोक, महिलाओं को आरक्षण इत्यादि ने महिला सशक्तिकरण में अहम भूमिका निभाया है। लिंग भेद में कमी आई है। भ्रूण हत्या पर रोक लगी है। कन्या के जन्म को प्रोत्साहन मिला है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, राशन कार्ड तथा आवश्यक प्रमाण-पत्र जैसे-निवास प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र इत्यादि जिलेवासियों को आसानी से प्राप्त होता है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना ने वृद्धजन, दिव्यांगजन एवं विधवाओं को समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर प्रदान किया है तथा आर्थिक रूप से सबल बनाया है। मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास सहायता योजना तथा मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना से लोग स्वच्छतायुक्त सुरक्षित आवास होने से सम्मानपूर्वक जीवन-बसर कर रहे हैं। हर घर नल का जल तथा घर तक पक्की गली-नालियाँ उपलब्ध करायी गई है। पहले गाँव में कच्ची गलियाँ थी जिससे बारिश में आवागमन में कठिनाई आती थी। अब हर घर तक पक्की गली नाली से गाँव के बुनियादी ढ़ाँचे में वृद्धि हुई है। प्रत्येक वार्ड में पक्की गली एवं नाली का निर्माण किया गया है। बेलछी प्रखंड में इसमें कुल योजनाओं की संख्या 259 है जिसमें फतेहपुर पंचायत अन्तर्गत 61 योजना लिया गया है। प्रत्येक वार्ड में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना अन्तर्गत नल-जल का क्रियान्वयन किया गया है जिसके अन्तर्गत लाभुकों की संख्या 2219 है। सभी ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति हो रही है। पहले जो लोग पीने के पानी के लिए कुँआ और चापाकल पर निर्भर थे अब शुद्ध पेयजल का लाभ अपने घर पर ले रहे हैं। स्वच्छ गाँव, समृद्ध गाँव के तहत ग्राम पंचायत द्वारा खुले में शौच से मुक्ति का स्थायित्व के साथ ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का क्रियान्वयन किया जा रहा है। पंचायत स्तर पर एक ई-रिक्शा एवं प्रत्येक वार्ड में पेडल रिक्शा तथा डस्टबिन का क्रय किया गया है। हर घर से कचड़े का उठाव प्रतिदिन कराया जा रहा है। इसके स्थायित्व हेतु ग्राम पंचायत द्वारा घर-घर से कचड़ा उठाव के बदले सुविधा शुल्क लिया जा रहा है। सोख्ता, जंक्शन चैम्बर एवं नाली आउटलेट के माध्यम से जल संरक्षण का कार्य किया जा रहा है। प्रखंड में जल-जीवन-हरियाली अभियान अन्तर्गत दो अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ अधिक से अधिक विद्यार्थी उठा रहे हैं। कुशल युवा कार्यक्रम अंतर्गत प्रशिक्षित युवा में कम्प्यूटर, व्यवहार कौशल एवं भाषा कौशल में गुणात्मक वृद्धि आई है। सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना का लाभ उठाकर विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं। जिला में कस्तूरबा गाँधी आवासीय विद्यालयों के संचालन में स्त्री शिक्षा के स्तर में संख्यात्मक एवं गुणात्मक वृद्धि लाई है। सतत जीविकोपार्जन योजना तथा जीविका से परिवारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। क्षेत्र में शिक्षा की वृद्धि हेतु सीएलसीडीसी लाईब्रेरी की स्थापना की गयी है। मत्स्य पालन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता आई है। लोगों में ख़ुशहाली आयी है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के निदेश के आलोक में पटना जिला के सभी प्रखंडों में आम जन को विभिन्न लोक-कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं की जानकारी प्रदान करने तथा उनके सुझाव प्राप्त करने हेतु जनसंवाद बैठक का क्रमशः आयोजन किया जा रहा है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि इन बैठकों में आम जनता को लगभग 24 विभागों की 54 योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी जा रही है तथा योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में उनका फीडबैक भी लिया जा रहा है। शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, आपदा प्रबंधन, अल्पसंख्यक कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, सहकारिता, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, सामान्य प्रशासन, ग्रामीण कार्य, उद्योग, ऊर्जा, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, जल संसाधन, पथ निर्माण, परिवहन, पशु एवं मत्स्य संसाधन, गृह, लघु जल संसाधन, श्रम संसाधन विभाग की जनहित की महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी जा रही है ताकि वे इसका अधिकतम लाभ उठा सकें। सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, जल-जीवन-हरियाली अभियान, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता योजना, बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, हर घर नल का जल, मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय योजना, जलवायु अनुकूल खेती सहित सभी महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में जन-जन को जागरूक किया जा रहा है। लाभार्थियों द्वारा अपना अनुभव साझा किया जा रहा है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि आप सबके सुझाव के अनुसार स्थानीय आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जन संवाद बैठक में आम जन से प्राप्त प्रतिक्रियाओं/सुझावों का डॉक्युमेंटेशन कराते हुए आगे की अनुवर्ती कार्रवाई हेतु कार्य योजना तैयार की जाएगी। जिन सुझाव पर स्थानीय स्तर पर ही कार्रवाई अपेक्षित है उस पर संबंधित बीडीओ द्वारा एक पक्ष की अवधि में कारगर कार्रवाई की जाएगी। वैसे सुझाव जिन पर विभाग स्तर से कार्रवाई अपेक्षित हो उसका समेकित प्रतिवेदन सामान्य प्रशासन विभाग को भेजा जाएगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु संपूर्ण प्रशासनिक तंत्र सजग, तत्पर तथा प्रतिबद्ध है।