
पुनाईचक अवस्थित बिहार निषाद संघ के प्रदेश कार्यालय में संघ के प्रदेश कोर कमेटी की बैठक की गई जिसमें संघ के संस्थापक महामंत्री स्व. वीरसेन की 41वीं पुण्यतिथि एवं पूर्व प्रधान महासचिव स्व.रामाशीष चौधरी की 5वीं पुण्यतिथि समारोह का आयोजन किया गया।बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने इन दोनों दिवंगत निषाद नेताओं के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष ई हरेन्द्र प्रसाद निषाद ने कहा कि पटना के मछुआटोली काजीपुर मुहल्ला निवासी स्व. वीरसेन लेखक, पत्रकार एवं स्वतंत्रता सेनानी थे।स्व.वीरसेन की छोटी पुत्र बधूऔर संघ के प्रदेश उपाध्यक्षा कृष्णा देवी ने बताया कि इन्हें बिहार में सर्वश्रेष्ठ हिन्दी सेवा के लिए 10 अगस्त 1981 को तत्कालीन मुख्य मंत्री जगन्नाथ मिश्रा द्वारा राजकीय सम्मान से सम्मानित किया गया।
आजादी के बाद दश वर्षो तक निषाद समाज के सर्वांगीण विकास के लिए निषादवाणी नामक पत्रिका का सम्पादन करते रहे।कार्यकारी.प्रधान महासचिव धीरेन्द्र निषाद ने बताया कि स्व.वीरसेन ने राष्ट्र के कर्णधार मल्लाह, मुजरिम कौन , दुखी बिहार ,अरमानों की आंधी और हमारी जीत नाम से पुस्तकें लिखा है।प्रदेश महासचिव मनोज कुमार ने कहा कि स्व.रामाशीष चौधरी के नेतृत्व में निषादों के मागों की पूर्ति एवं इनके हक अधिकार के लिए धरना-प्रदर्शन सहित बड़ी-बड़ी रैलियों का सफल आयोजन हुआ। निषादों पर हुए जुल्म एवं हत्या के बिरोध में इन्होंने आवाज उठाकर सरकार से न्याय दिलाने का भरपुर प्रयास किया ।
दिलीप कुमार निषाद, सुरेश प्रसाद सहनी एवं जीबोधन निषाद ने कहा कि ये दोनों दिवंगत नेता निषाद समाज के प्रेरणास्रोत है।संघ के कोर कमेटी की बैठक में संगठन विस्तार, कोष संग्रह, निषादों की राजनीतिक भागीदारी पर विशेष चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए गये।बैठक में लव किशोर निषाद को प्रदेश महासचिव के पद पर,कैलास प्रसाद को प्रदेश सचिव के पद पर मनोनीत किया गया।बैठक में लालबहादुर विंद, श्रवण सहनी,रामजी चौधरी, गंगा चौधरी,शंकर चौधरी,कैलास सहनी,सुनील चौधरी,अखिलेश चौधरी,केदार सिंह ,धनंजय कुमार, मदन प्रसाद सिंह, कृष्णा सिंह ,जीबोधन निषाद, जितेन्द्र कुमार, सत्य प्रकाश, इन्दू शेखर,अभिमन्यु प्रसाद सिंह, सहित कई लोग भाग लिए।