
बिहार भाजपा के वरीय नेता व बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने बिहार मतदाता सूची में एस आई आर/गहन विशेष पुनरीक्षण मतदाता सूची का समर्थन में कहा कि इसको लागू करना चुनाव आयोग का सराहनीय कदम है। वहीं डॉक्टर कुमार ने विपक्ष के बयान का खंडन करते हुए कहा कि कांग्रेस,राजद, बामदल, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियों देश को, बिहार को, बंगाल को शरणार्थी कैंप/धर्मशाला बनाकर रखना चाहती है। देश के मूल निवासी सभी गरीब_गुरुओं के पास देश के नागरिक होने के पर्याप्त सबूत है। अवैध प्रवासी/घुसपैठ कर भारत में रह रहे लोग देश पर आर्थिक बोझ बने हुए हैं। विकास की योजनाओं का नाजायज लाभ लेते हैं। देश के गरीब_गुरुओं की हकमारी कर रहे हैं। भारत के मूल निवासी के पास अगर पर्याप्त सबूत नहीं होते तो 7 मार्च 2025 तक 55.05 करोड़ जनधन खाते गरीब के नहीं खुले होते, जिसमें 36.63 करोड रुपए जमा है। इन खाता के खुलवाने में लोगों ने पर्याप्त दस्तावेज बैंक में जमा कर खाता खुलवाएं हैं। वही आज देश के नौ राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हो चुके हैं।देश के सीमावर्ती 200 जिलों की जनसंख्या का डेमोग्राफी बदल चुका है। देश में 10 करोड़ से अधिक अवैध बांग्लादेशी,रोहंगिया रह रहे हैं। देश में पांच ऑस्ट्रेलिया देश के बराबर भारत में अवैध प्रवासी रह रहे हैं। जनसंख्या का बोझ देश की आर्थिक तरक्की में बाधक है। कांग्रेस,तृण मूल, वामदल,राजद, सपा जैसी पार्टियों वोट की लालच में अवैध प्रवासियों को मतदाता बनाए हुए हैं, जिन्हें हटाना आवश्यक है। विशेष ग्रहण पुनरीक्षण मतदाता सूची का होने से अवैध मतदाता का नाम हटेगा। देश के गरीबों का हकमारी बंद होगी। देश तेजी से तरक्की करेगा। चुनाव आयोग के इस कदम का मैं समर्थन करता हूं।