संवाद कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के प्रतिभा को “तलाश ” ने किया सम्मानित
‘तलाश’ के संवाद कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया। संवाद प्रतियोगिता में दर्जनों छात्र-छात्राओं ने ‘शिक्षा में परीक्षा का महत्व और उसकी रूपरेखा’ तथा आंदोलन के दौरान सार्वजनिक ‘संपत्ति का नुकसान-कारण और निवारण’ विषय पर अपनी-अपनी राय रखी। संवाद प्रतियोगिता को दो सीनियर एवं जूनियर दो भागों में विभक्त किया गया था। संवाद प्रतियोगिता में प्रत्येक ग्रुप से चयनित प्रतिभागियों को पुरस्ककृ करने के साथ प्रमाण पत्र दिया गया। डॉ.विश्वेन्द्र कुमार ने अपने स्वागत भाषण के साथ तलाश का परिचय बताते हुए तलाश को एक वैचारिक आंदोलन बताया जिसका मकसद आम सामान्य जन के जीवन स्तर को उठाने के लिए तलाश के विचारों को जन जन तक पहुंचाना है। तलाश के संयोजक शिव कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि तलाश संवाद प्रतियोगिता के माध्यम से आज के युवाओं के मन में सकारात्मक विचारों का बीजारोपन कर रहा है जिससे वे भविष्य में अपने देश व समाज को अपने सकारात्मक योगदान से मजबूती प्रदान कर सकें। अपने संबोधन में शिक्षाविद् मृिदुला प्रकाश ने कहा कि परीक्षा खुद को आंकलन करने के लिए दें न की अंक लाने के लिए। हर एक व्यक्ति खास विषय में पारंगत हो रख सकता है सभी विषयों में नहीं। आत्म निर्भर बनने के लिए हुनरमंद होने की आवश्यक्ता है।
इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन सेवानिवृत आईएएस विजय प्रकाश, प्रो. भावना शेखर, शिक्षाविद् मृिदुला प्रकाश, डॉ. विश्वेन्द्र कुमार, तलाश के संयोजक, समाजसेवी शिव कुमार व प्रणव कमार चौधरी संयुक्त रूप से की।