बीजेपी 2024 चुनाव को लेकर विपक्षी पार्टियों में डर पैदा कर रही : पप्पू यादव
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने उत्तरी मंदिरी स्थित आवास पर शुक्रवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया । वहीं उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, 2014 के बाद ED, NCB, CBI, इनकम टैक्स, NIA समेत केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल से लोकतंत्र की लगभग उम्मीद खत्म हो गयी है। आज हिन्दुस्तान में कोई भी काम संविधान से नहीं हो रहा है।
पप्पू यादव ने कहा पूरे 2024 चुनाव को लेकर पूरे देश के विपक्ष में डर को पैदा किया जा रहा है। मेरा सवाल ये है कि अगर कोई चोर है या डकैत है, कोई गलत है या सही है, इसकी समीक्षा या फैसला कोर्ट करेगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आपका तरीक गलत है, जब जब चुनाव आते हैं हिंदू मुस्लिम करना शुरु कर देते हैं. शीलापट्ट चलाते हैं पाकिस्तान से शुरुआत करते हैं। इसका अलावा केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। एजेंसियों को एक संगठन की तरह इस्तेमाल करते हैं। संविधान से अलग हटकर के कोई अगर काम करती है उसे न्यायिक समीक्षा करनी चाहिए।
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि अभी तक अगर सर्वोच्च न्यायालय अगर मूकदर्शक है तो मैं समझता हूं कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि जब से योगी जी आए हैं कितना एनकाउंटर हुआ है, उसकी जांच होनी चाहिए। सही है या गलत है एनकाउंटर में किस जाति के क्रिमिनल नहीं हैं।
पप्पू यादव ने कहा कि सीमांचल में हिन्दू-मुसलमान, कोसी में बैकवड और फारवर्ड, यादव और गैर यादव और मिथिला में ब्राह्मण और गैर ब्राह्मण की राजनीति की जाती है। उन्होंने कहा किसीमांचल इलाकों को लगातार सियासत का अखाड़ा बनाया जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक बार फिर सीमांचल दौरा होने वाला है। उन्होंने कहा लगातार चुनाव आते ही कोसी-सीमांचल का राजनीतिक इस्तेमाल होता है। अगर विकास की बात आती है कि केंद्र सरकार कोसी-सीमांचल को भूल क्यों जाती है। कोसी-सीमांचल के लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराया गया ।
पप्पू यादव ने कहा कि अब हमारा संकल्प है कि कोसी-सीमांचल का इलाका राजनीतिक चारागाह नहीं बनेगा। कोसी-सीमांचल इलाका मेरी मां के सामान है, इसका हम सौदा नहीं करने देंगे। उन्होंने कहा कि, कोसी-सीमांचल में चार साल साल में कई बड़ी-बड़ी घटनाएं हुई लेकिन कोई नेता वहां के लोगों को देखने तक नहीं गया।