जाति आधारित गणना समयबद्ध, महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य कार्यक्रम; सभी संलग्न पदाधिकारी सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर गणना का कार्य करेंः डीएम
जिला पदाधिकारी, पटना-सह-नोडल पदाधिकारी, जाति आधारित गणना, 2022-सह-प्रधान गणना पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि बिहार जाति आधारित गणना, 2022 का सफल क्रियान्वयन जिला प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी स्टेकहोल्डर्स (हितधारक) सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर इस कार्य का संचालन करें। वे आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बिहार जाति आधारित गणना, 2022 के द्वितीय चरण हेतु आयोजित जिला-स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जाति आधारित गणना के प्रथम चरण में सभी प्रगणकों, पर्यवेक्षकों, चार्ज ऑफिसर्स सहित सभी पदाधिकारियों ने अच्छा काम किया है। 15 अप्रैल से 15 मई तक द्वितीय चरण की गणना होनी है। इसमें भी आप सभी सराहनीय ढंग से कार्य करेंगे ऐसी आशा है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जाति आधारित गणना एक वृहद एवं महत्वपूर्ण कार्य है। इसकी समयबद्धता, महत्ता एवं अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यों को ससमय एवं सफलतापूर्वक निष्पादन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र इस उद्देश्य हेतु सक्रिय एवं प्रतिबद्ध है।
गणना की बारीकियों को समझाते हुए डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा जातियों से संबंधित वास्तविक आंकड़े प्राप्त करने के उद्देश्य से बिहार में निवास करने वाली सभी जातियों की गणना का निर्णय लिया गया है। जाति आधारित गणना से लोक कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं तथा कार्यक्रमों को एक नया आयाम मिलेगा। अतः सभी गणना कर्मियों को अपने उत्तरदायित्व को पूरी लगन और सत्यनिष्ठा से निर्धारित समय अवधि में पूर्ण करना होगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि द्वितीय चरण का कार्य मोबाइल ऐप, गणना प्रपत्रों एवं पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। अतः गणना कर्मियों को सभी पहलुओं, तथ्यों एवं तरीकों की विस्तृत, सारगर्भित एवं गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दी जा रही है। प्रशिक्षण स्थलों पर पावर प्वायंट प्रिजेन्टेशन की समुचित व्यवस्था रहेगी।
कार्यक्रम की शुरूआत में डीएम डॉ. सिंह, उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुल्तानिया, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन श्री संतोष कुमार झा, विशिष्ट पदाधिकारी अनुभाजन श्री मनोरंजन कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी श्री महेश प्रसाद एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण में जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण की विषय वस्तु, गणना प्रपत्र एवं प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। गणना प्रपत्र के प्रश्न एवं विकल्प, जाति एवं कोड की प्रविष्टि, दोहरी प्रविष्टि पर रोक, बिहार जाति आधारित गणना ऐप की जानकारी, ऐप के उपयोग की प्रक्रिया के साथ ऐप का हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण दी जा रही है। बिहार जाति आधारित गणना पोर्टल की जानकारी एवं उपयोग की वृहत जानकारी दी जाएगी।
आज के इस कार्यक्रम में बिहार जाति आधारित गणना, 2022 के द्वितीय चरण के कार्य हेतु सभी कोषांगों एवं प्रखंडों के वरीय नोडल पदाधिकारियों तथा नोडल पदाधिकारियों, सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, सभी सहायक चार्ज पदाधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सेशन आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण 10.00 बजे पूर्वाह्न से 05.15 बजे अपराह्न तक चला। जाति आधारित गणना के व्यावहारिक पहलुओं के बारे में विशिष्ट पदाधिकारी अनुभाजन एवं जिला सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा विस्तार से बताया गया। आईटी मैनेजर श्री कुणाल कुमार झा द्वारा तकनीकी पहलुओं यथा पोर्टल एवं मोबाइल एप का प्रशिक्षण दिया गया।
गणना के हर एक पहलू को सूक्ष्मता से समझाते हुए डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी सम्बद्ध पदाधिकारियों एवं कर्मियों को जाति आधारित गणना के विभिन्न आयामों एवं अवयवों से पूरी तरह अवगत होना आवश्यक है। सभी चार्ज पदाधिकारी, सहायक चार्ज पदाधिकारी एवं फिल्ड ट्रेनर्स प्रश्नों की प्रकृति सहित सभी बिन्दुओं को अच्छी तरह समझ लें। किसी प्रकार की दुविधा की स्थिति में प्रश्न अवश्य पूछें।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि द्वितीय चरण में वास्तविक गणना कार्य होना है। पटना जिला में 12,831 प्रगणक है। दस प्रतिशत (1,283) सुरक्षित के साथ प्रगणकों की कुल संख्या 14,114 है। पर्यवेक्षकों की संख्या 2,139 है। दस प्रतिशत (214) सुरक्षित के साथ कुल पर्यवेक्षकों की संख्या 2,353 है। इस प्रकार कुल 16,467(=14,114$2,353) गणना कर्मियों को 412 फील्ड ट्रेनर्स एवं 12 मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रत्येक प्रगणक, पर्यवेक्षक एवं फील्ड ट्रेनर को प्रशिक्षण हेतु गणना प्रपत्रों की पाँच-पाँच प्रति दी जाएगी। इस प्रकार प्रशिक्षण हेतु प्रपत्रों की कुल संख्या 84,393 है। राज्य स्तर पर भी प्रशिक्षण हुआ है। आगे चार्ज स्तर पर भी प्रशिक्षण होगा। यह प्रशिक्षण 24 मार्च तक चलेगा जिसमें कल मंगलवार से सभी चार्जों के सहायक चार्ज अधिकारी के साथ-साथ फिल्ड ट्रेनर एवं आईटी सहायक भी शामिल होंगे जिन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण उपरांत फिल्ड ट्रेनर अपने चार्ज में जा कर प्रगणक और पर्यवेक्षक को प्रशिक्षित करेंगे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण हेतु प्रत्येक चार्ज स्तर पर एक बैच में प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों की संख्या 40 से 50 के बीच है। प्रत्येक दो बैच के प्रशिक्षण हेतु एक फील्ड ट्रेनर एवं एक आई टी सहायक को उत्तरदायित्व दिया गया है। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण में मोबाइल ऐप और पोर्टल पर कार्य किया जाना है। अतः आई टी सहायक की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। प्रत्येक प्रगणक और पर्यवेक्षक के मोबाइल पर मोबाइल ऐप डाउनलोड किया जाना है। उनको उपलब्ध कराए गए यूजर आईडी एवं पासवर्ड से लॉगइन किया जाना है। प्रशिक्षण में प्रत्येक प्रगणक/पर्यवेक्षक द्वारा बताए गए प्रक्रिया के अनुसार न्यूनतम पाँच परिवार का डमी आँकड़े प्रविष्ट किया जाना है। इन आँकड़ों को पर्यवेक्षकों द्वारा पर्यवेक्षण कर उसे मोबाइल ऐप से पोर्टल पर सिन्क्रोनाइज कराया जाएगा। प्रत्येक प्रगणक, पर्यवेक्षक एवं फील्ड ट्रेनर को प्रशिक्षण हेतु गणना प्रपत्रों की पाँच-पाँच प्रति दी जाएगी। इन प्रपत्र में कुल पाँच परिवारों के आँकड़े भरे जायेंगें और उन आँकड़ों को मोबाइल ऐप में प्रविष्ट किया जाएगा। इसी प्रकार पर्यवेक्षक द्वारा प्रगणकों द्वारा डाले आँकड़ों का पर्यवेक्षण कर सबमिट किया जाएगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि दोहरी प्रविष्टिकरण रोकने के लिए अचूक व्यवस्था है। डमी आँकड़ों से दोहरी प्रविष्टि की जाँच की जाएगी।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि द्वितीय चरण के गणना कार्य हेतु सभी गणना कर्मियों, जिन्हें गणना कार्य हेतु नियुक्त किया गया है, अपनी नियुक्ति से संबंधित गणना/उप गणना ब्लॉक की सीमा के भीतर भ्रमण करेंगे एवं उक्त गणना/उप गणना ब्लॉक में आवासित सभी परिवारों से बिहार जाति आधारित गणना प्रपत्र में अधियाचित जानकारी एकत्र करेंगे तथा सभी आवश्यक जानकारियों की प्रविष्टि मोबाइल ऐप के माध्यम से भी करना सुनिश्चित करेंगे। गणना प्रपत्र एवं मोबाइल ऐप में अपेक्षित जानकारी एकत्रित करने के लिए निम्नवत प्रामाणिक मदों के संबंध में गणना/उप गणना ब्लॉक के क्षेत्र में आवास करने वाले सभी परिवारों के सभी व्यक्तियों से पूछकर जानकारी की प्रविष्टि सुनिश्चित की जायेगीः-
1. परिवार के सदस्य का पूरा नाम
2. पिता/पति का नाम
3. परिवार के प्रधान से संबंध
4. आयु (वर्ष में)
5. लिंग
6. वैवाहिक स्थिति
7. धर्म
8. जाति का नाम
9. शैक्षणिक योग्यता
10. कार्यकलाप
11. आवासीय स्थिति
12. अस्थायी प्रवासीय स्थिति
13. कंप्यूटर/लैपटॉप
14. मोटरयान
15. कृषि भूमि
16. आवासीय भूमि
17. सभी श्रोतों से मासिक आय
परिवार के प्रधान का घोषणा पत्र- मैं घोषणा करता/करती हूँ कि मेरे द्वारा पूरे परिवार के संबंध में जो सूचना दी गई है वह मेरे जानकारी और विश्वास में सत्य है और इसमें से किसी सदस्य की गणना अन्यत्र नहीं करायी गई है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि गणना कार्य में प्रत्येक निवासी सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। इसलिए प्रत्येक निवासी से पूरा आदर और सम्मान से वार्ता की जाए क्योंकि उनके पूर्ण सहयोग पर ही गणना कार्य की सफलता निर्भर है। उन्होंने कहा कि सूचनाओं का प्रवाह त्वरित एवं सुगम होना चाहिए। आवश्यकतानुसार व्हाट्सऐप ग्रुप का निर्माण कर सहजता एवं सतर्कता से कार्य करें। इंटरैक्टिव सेशन एवं काउन्सेलिंग सत्र का भी आयोजन किया जाए।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि किसी भी समयबद्ध, सुव्यवस्थित एवं महत्वपूर्ण कार्यक्रम में प्रशिक्षण अहम भूमिका निभाता है। आज के इस प्रशिक्षण से पदाधिकारियों को अपने अपने कार्यों को सामान्य प्रशासन विभाग के निदेशानुसार त्रुटिरहित, उतरदायित्वपूर्ण एवं सफलतापूर्वक संचालन करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि आप सबकी चार्ज-स्तरीय प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जाति आधारित गणना के सुचारू रूप से संचालन हेतु जिला-स्तर पर 11 कोषांगों का गठन किया गया है। ये सभी कोषांग 24×7 सक्रिय है।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा पदाधिकारियों को जाति आधारित गणना के क्रियान्वयन में ‘क्या करें, क्या न करें’ के बारे में भी विस्तार से बताया गया।
डीएम डॉ. सिंह कहा कि जाति आधारित गणना हेतु प्रथम चरण जैसे द्वितीय चरण में भी वे स्वयं एवं सभी जिला-स्तरीय पदाधिकारी भी क्षेत्र भ्रमण करेंगे एवं लोगों तथा गणना में संलग्न पदाधिकारियों से इनटरैक्शन करेंगे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जाति आधारित गणना से प्राप्त आंकड़ों का भविष्य में व्यापक उपयोग किया जाना है। कार्य-योजना के अनुसार सभी संलग्न पदाधिकारी प्रदत्त दायित्वों का समयबद्ध ढ़ंग निर्वहन सुनिश्चित करेंगे।