नशा एक सामाजिक बुराई है-डॉ.वीरेन्द कुमार
नशा एक सामाजिक बुराई है इससे न केवल व्यक्ति, उसका परिवार वरन समाज भी किसी न किसी रूप में प्रभावित होता है इसलिए भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार लगातार इस दिशा में कार्य कर रही है और हम सबका एक ही लक्ष्य है इस सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त करना। यह बात आज अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर, दिल्ली में सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा आयोजित नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कार्यक्रम में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, भारत सरकार डॉ.वीरेन्द्र कुमार अपना उद्गार व्यक्त कर रहे थे।
इस अवसर पर डॉ.कुमार ने कहा कि कहा जाता है कि इस समाजिक बुराई को कभी खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन भारत वही देष है जिसने सती प्रथा, बाल विवाह, जाति प्रथा जैसी बुराइयों को समाज से खत्म कर दिखा दिया और जब हम देखते है कि डॉ.चिन्मय पंडया जी जैसे अलौकिक व्यक्तित्व सामाजिक क्रंाति के क्षेत्र में काम करने वाले लोग जब इस तरह के कार्य करते हैं और सामाजिक बुराई को खत्म करने कि दिषा में प्रेरणा देते हैं तो यह विश्वास और पक्का हो जाता है। मंत्री ने कहा कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नशा मुक्त भारत अभियान दृढ़ बनाने की दिषा में कई सालों से कार्य कर रहा है और हमारे साथ कई सामजिक एवं धार्मिक संगठनों का इसमें अहम योगदान मिल रहा है और इस दिशा में अखिल विश्व गायत्री परिवार का साथ मिलना और भी प्रभावी होगा और हमें पूर्ण विष्वास है कि अन्य बुराइयों की तरह इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने में सफलता प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंनें कहा कि हमारे समाज के द्वारा ही युवाओं को नशे कि गिरप्त में फंसा कर देश को कमजोर करने की साजिश चल रही है, लेकिन ऐसे असमाजिक तत्वों के खिलाफ करोड़ों लोग इसका मुंहतोड़ जबाब देने में सक्षम हो रहे है।
अखिल विश्व गायत्री परिवार एवं देव संस्कृति विश्वविधालय के प्रमुख डॉ.चिन्मय पंडया जी ने गायत्री मंत्र को विश्वव्यापी मंत्र बताते हुए कहा कि आज नशा जैसी कुरीतियों के खिलाफ सशक्त काम करने एवं नशा मुक्त भारत अभियान दृढ़ बनाने की दिषा में चर्चा करने के लिए उपस्थित हुए हैं और मैं मां गायत्री से प्रार्थना करुंगा कि भारत के हर व्यक्ति धर्म, अघ्यात्म के नशे में जकड़ जाए ताकि हमारा दश विश्वगुरु था और सदा ही विश्वगुरु बना रहे। डॉ.पंडया ने कहा कि भारत संतों, महात्माओं एवं अलौकिक व्यक्तित्व का देश है और यहां भगवान भी अवतार लेकर कृतार्थ हुए हैं उस देश में कुहासा इतना गहरा गया है कि देश के पंद्रह प्रतिशत लोग नशे की गिरप्त में आकर अपने साथ अपने परिवार,समाज एवं नशे को पतन की राह पर ले जाना चाहते हैं। वे सभी हमारे भाई ही हैं और उन्हें सही दिशा में लाने एवं नशा मुक्त भारत अभियान दृढ़ बनाने की दिषा में अखिल विश्व गायत्री परिवार कृतसंकल्प है।
कार्यक्रम का आयोजक भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार थे और संयोजक युग संस्कृति न्यास थे। इस अवसर पर युग संस्कृति न्यास, दिल्ली के संस्थापक धर्मवीर आचार्य ने भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के अवधारणाओं की चर्चा की। कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्जवलन से आरंभ हुआ जिसमें प्रमुख रूप से सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, भारत सरकार डॉ.वीरेन्द्र कुमार, अखिल विष्व गायत्री परिवार एवं देव संस्कृति विश्वविधालय के प्रमुख डॉ.चिन्मय पंडया जी, संयुक्त सचिव राधिका चर्तुवेदी, सचिव सौरभ गर्ग एवं युग संस्कृति न्यास के संस्थापक धर्मवीर आचार्य उपस्थित थे। कार्यक्रम में युग संस्कृति न्यास के संस्थापक धर्मवीर आचार्य ने सभी मुख्य अतिथियों को तुलसी का पौधा देकर स्वागत किया। धन्यवाद ज्ञापन सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के संयुक्त सचिव राधिका चर्तुवेदी ने किया एवं इसी विभाग के सचिव सौरभ गर्ग ने भी अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार, दिल्ली एवं भारत सरकार के अधिकारी स्तर के काफी बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।