रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत पूर्व मध्य रेल के प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षित कुल 87 प्रशिक्षणार्थियों को मिला प्रमाण पत्र
पूर्व मध्य रेल द्वारा द्वारा रेल कौशल विकास योजना के अन्तर्गत युवाओं को उद्योग आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर कुशल एवं रोजगार के लिए सक्षम बनाने के प्रयास के तहत युवाओं को दिनांक 14.03.2022 से 05.04.2022 तक पूर्व मध्य रेल के इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन प्रशिक्षण केंद्र/पं.दीनदयाल उपाध्याय, सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना/हरनौत तथा पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र/समस्तीपुर में छठे बैच के रूप में जबकि सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र/दानापुर में चतुर्थ बैच के रूप में प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षणोंपरांत कुल 87 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया तथा उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गयी । इस योजना के तहत पूर्व मध्य रेल के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों से अब तक कुल 490 युवाओं को प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र प्रदान किया जा चुका है ।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के विद्युत कर्षण प्रशिक्षण केंद्र में छठे बैच में कुल 19 युवाओं को विद्युत आयरन, विद्युत हीटर,स्टेयर केस वायरिंग, सीलिंग फैन, विद्युत बोर्ड बनाना एवं कनेक्शन करना, विभिन्न उपकरणों जैसे डी.सी. सीरीज मोटर, ट्रान्स्फॉर्मर, 3 फेज इन्डक्शन मोटर, अलग अलग रेटिंग के काट्रिज फ्यूज के बारे में जानकारी इत्यादि कार्य का प्रशिक्षण दिया गया।
इसी क्रम में सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना, हरनौत में छठे बैच के रूप में बेल्डर ट्रेड में 19 युवकों को तथा मशीनिष्ट ट्रेड में 17 युवकों को बेल्डर ट्रेड में आर्क वेल्डिंग, स्टेबिलीटी, फॉर्मेशन ऑफ वेल्डिंग वेड, बट ज्वाइंट, टी ज्वाइंट, गैस कटिंग, फाइलिंग और ग्रिडिंग इत्यादि तथा मशीनिष्ट ट्रेड में लेथ पर कार्य करने, थ्रिंडिग, ड्रिलिंग, फेसिंग, टर्निंग, चैम्फरिंग और मशीनिंग मेजरमेंट कार्य का प्रशिक्षण दिया गया।
इसके साथ ही पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केन्द्र, समस्तीपुर तथा यॉंत्रिक कारखाना समस्तीपुर में छठे बैच के रूप में 14 युवकों तथा 02 युवतियों को फिटर ट्रेड का प्रशिक्षण दिया गया है। इस दौरान उन्हें विभिन्न प्रकार के माप, कटिंग, फाइलिंग, ड्रिलिंग, चुड़ी कटिंग इत्यादि कार्य का प्रशिक्षण दिया गया।
सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र, दानापुर में चतुर्थ बैच में रूप में 15 युवकों एवं 01 युवती को प्रशिक्षण दिया गया । इस दौरान उन्हें डायोड, ट्रंजिस्टर, आईसी, पावर सप्लाई, सोल्डिंग, मल्टीमीटर ट्रांसफार्मर के उपयोग एवं मरम्मत इत्यादि कार्य का प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण पूरा होने पर काफी संतोष व्यक्त किया । उन्होंने ज्ञानवर्द्धन और आत्मविश्वास को बढ़ाने में इस प्रशिक्षण को काफी उपयोगी पाया है।
विदित हो कि युवाओं में कौशल विकास के लिए भारतीय रेल में ‘‘रेल कौशल विकास योजना‘‘ का शुभारंभ दिनांक 17.09.2021 को माननीय रेल, संचार एवं इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री, भारत सरकार द्वारा किया गया था। रेल कौशल विकास योजना आजादी के अमृत महोत्सव के 75वें साल के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत् भारतीय रेल द्वारा अपनाए गए कौशल भारत मिशन का एक अभिन्न अंग है । इस पहल का मूल उद्देश्य युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में गुणात्मक सुधार लाने के लिए प्रशिक्षण कौशल प्रदान करना है । यह कौशल युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार और उसे उन्नत करेगा । रेल कौशल विकास योजना के अन्तर्गत भारतीय रेल के 17 जोन एवं 07 उत्पादन इकाइयों के 75 प्रशिक्षण केंद्रों में 18 कार्य दिवस में 100 घंटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इन 75 प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से वर्ष 2024 तक 50 हजार युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है । 18 से 35 आयुवर्ग के युवा जो 10वीं कक्षा पास कर चुके हैं, योग्यता के आधार पर निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं । यह योजना युवाओं के रोजगार क्षमता में सुधार तथा स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं के कौशल को उन्नत करेगा । रेल कौशल विकास योजना कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षुओं का चयन खुले विज्ञापन और पारदर्शी शॉर्ट-लिस्टिंग तंत्र के माध्यम से किया जाता है। प्रशिक्षण के बाद, सभी प्रशिक्षुओं का एक मानकीकृत मूल्यांकन किया जाता है और सफल प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाता है।