मुख्यमंत्री ने पूर्णिया में देश के पहले ग्रीन फील्ड ग्रेन बेस्ड इथेनॉल प्लांट का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज केन्द्र और बिहार सरकार की इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति-2021 की मंजूरी मिलने के बाद पूर्णिया में देश के पहले ग्रीन फील्ड ग्रेन बेस्ड इथेनॉल प्लांट का शुभारंभ किया। इस प्लांट की कुल लागत 105 करोड़ रूपये है। इस प्लांट को ईस्टर्न इंडिया बायोफ्यूल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिलापट्ट का अनावरण एवं फीता काटकर इथेनॉल प्लांट का मुआयना किया। मुआयना के क्रम में मुख्यमंत्री ने मिलिंग सेक्शन, पावर प्लांट, 25 टी०पी०एच० ए०एफ०बी०सी० बॉयलर, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, डी०डी०जी०एस० ड्रॉयर सेक्शन प्लांट की उत्पादन क्षमता, रोजगार सृजन, किसानों को मिलनेवाले लाभ आदि के संबंध में अधिकारियों एवं इथेनॉल प्लांट प्रबंधन से जुड़े लोगों से विस्तृत जानकारी ली।
इथेनॉल प्लांट के प्रमोटर श्री अमिताभ वर्मा एवं श्री अविनाश वर्मा ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया। इथेनॉल प्लांट, परोरा के प्रांगण में मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया। मध्य विद्यालय, परोरा में बने हेलीपैड पर जिला प्रशासन, स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं नेताओं ने गुलदस्ता भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
प्लांट के उद्घाटन के पश्चात् पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहाॅ पहले इथेनॉल प्लांट की शुरुआत हो गयी है। यह बड़ी खुशी की बात है कि पहली बार यहां इथेनॉल का उत्पादन शुरु हुआ है। वर्ष 2007 से इथेनॉल प्लांट के लिए काम किया जा रहा है। हमलोगों ने इसके लिए उस समय की केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया। हमलोगों के पास उस समय कई प्रस्ताव भी आए थे। अब केंद्र सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है। इथेनॉल कैसे बन रहा है इसकी यहाॅ जानकारी मिली और मुझे यह देखकर काफी अच्छा लगा। मक्का, गन्ना, चावल से इसका उत्पादन होगा। यह भी देखा कि कैसे इथेनॉल, पेट्रोल और डीजल के साथ काम करेगा। पहले पेट्रोल-डीजल में इथेनॉल का उपयोग की सीमा 10 प्रतिशत तय की गयी थी लेकिन अब इसका उपयोग 20 प्रतिशत तक होगा। पेट्रोल और डीजल बाहर से मंगवाना पड़ता है। अगर इथेनॉल बन जाएगा तो इससे देश को काफी लाभ होगा। सीमांचल के लोगों को भी इसका भरपूर लाभ मिलेगा। बिहार में उद्योग का विस्तार हो रहा है। अन्य जगहों के लिए भी इथेनॉल प्लांट की तैयारी पूरी हो चुकी है। बिहार में मक्का का उत्पादन अधिक होता है लेकिन वो सब बाहर चला जाता है। यहां इथेनॉल प्लांट लगने से आसपास के किसानों को काफी लाभ होगा और इससे रोजगार भी बढ़ेगा।
उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिहार के मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर पाबंदी लगाये जाने के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फिजुल की बात है। बिहार में हमलोग किसी भी धर्म के मामले में हस्तक्षेप नहीं करते हैं, सभी को अपना धर्म मानने का पूरा अधिकार है।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री सैयद शाहनवाज हुसैन, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्रीमती लेशी सिंह, सांसद श्री संतोष कुशवाहा, विधान पार्षद श्री दिलीप जायसवाल, विधायक श्री कृष्ण कुमार ऋषि, विधायक श्री विजय खेमका, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, प्रधान सचिव उद्योग श्री संदीप पौण्ड्रिक, पुलिस महानिरीक्षक पूर्णिया प्रक्षेत्र श्री सुरेश प्रसाद चौधरी, जिलाधिकारी पूर्णिया श्री राहुल कुमार, पुलिस अधीक्षक पूर्णिया श्री दया शंकर प्रबंध निदेशक इथेनॉल प्लांट परोरा श्री अंचित वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, वरीय अधिकारी एवं इथेनॉल प्लांट से जुड़े पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।