शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर किए जोरदार अटैक
न्यूज़ डेस्क – बिहार में शराबबंदी को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार को जमकर लताड़ लगाई है। श्री यादव ने कहा है कि शराबबंदी के नाम पर नीतीश सरकार केवल ढकोसला कर रही है ।शराब पीने वाले तो पकड़े जा रहे हैं.अवैध शराब लाने वाले, बनाने वाले और बेचने वाले नहीं पकड़े जा रहे हैं।
साथ ही साथ आम लोगों को परेशान किया जा रहा है.
तेजस्वी ने पूछा है कि आखिर सरकार शराब माफिया पर नकेल क्यों नहीं कस पा रही. इतना ही नहीं तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि बिहार में अब नीतीश कुमार की पुलिस महिलाओं को बाथरूम में भी नहीं छोड़ रही है।
तेजस्वी यादव ने कहा बिहार की जनता की कई सवाल है । सरकार से वह जवाब चाहती है. हर अधिकारी और मंत्री के यहां नल से जल नहीं अब धन योजना बन गया है. बिहार नंबर वन अपराध में है भ्रष्टाचार में है. बेरोजगारी में पलायन में बिहार है शिक्षा बदहाल है स्वास्थ सेवा बदहाल है बेमिसाल नहीं बदहाल 16 साल है बेमिसाल नहीं है.
वहीं तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश पर तंज करते हुए कहा की नीति आयोग की रिपोर्ट भिजवा आएंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि पढ़कर के आने के बाद विधानसभा में आयोग की रिपोर्ट पर जवाब दें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिलहाल केवल जवाब दे दें। दो सवालों का जवाब देना है।
बिहार सबसे फिसड्डी राज्य क्यों है। महालेखाकार की दो लाख करोड़ के खर्चे पर जो सवाल उठाया है, उसका जवाब दे दें.
नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार हर सूचकांक में फिसड्डी है । इसका जवाब कौन देगा। अधिकारी से लेकर जनता तक त्रस्त हैं।
बिहार विधान मंडल का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है.
29 नबंबर से 3 दिसंबर तक चलने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार की तरफ से दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. इसके अलावा सरकार कई विधायकों को भी सदन में मंजूरी के लिए रखेगी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शीतकालीन सत्र में शामिल होने के लिए दिल्ली से पटना रविवार की शाम ही आ गए थे।
इसके पूर्व भी नेता प्रतिपक्ष ने पूछा था कि एनडीए के 16 वर्षों में बिहार को क्या मिला? बिहार तो यही रहा।
गरीबी में नंबर-1
अपराध में नंबर-1
पलायन में नंबर-1
कुपोषण में नंबर-1
भ्रष्टाचार में नंबर-1
बेरोजगारी में नंबर-1
शिशु मृत्यु दर में नंबर-1
शिक्षा में-0
स्वास्थ्य में-0
उद्योग-धंधों में-0
औद्योगीकरण में-0
IT और IT Parks में-0
नौकरी-रोजगार देने में-0
यूपीए-1 के कार्यकाल में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के नेतृत्व में राजद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी।
लालू जी रेल मंत्री थे, रघुवंश बाबू ग्रामीण विकास मंत्री थे। यूपीए में ग़रीबों की भलाई के लिए नीतियाँ बनी। मनरेगा के चलते ग़रीबी में भारी कमी आयी थी। लालू जी ने बिहार को 1 लाख 44 हज़ार करोड़ का पैकेज दिलाया था। लालू जी अपने बहुमत के दम पर बाढ़ के लिए अलग सहायता राशि दिलाते थे। नीतीश कुमार के सारे सांसद गूँगे-बहरे और अंधे है। ये सत्ता लोभ में कुछ भी नहीं बोलते, सुनते और देखते है।
अब डबल इंजन सरकार में बिहार को क्या मिला? विशेष राहत के दर्जे का क्या हुआ?
डबल इंजन सरकार में तो बेरोज़गारी, ग़रीबी और पलायन ट्रिपल हो गया। बिहार में अब हर क्षेत्र में ट्रबल ही ट्रबल है।