मैदान में उतरने से पहले हीं भाजपा हार मान चुकी है
राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि विपक्षी एकता से डरी हुई भाजपा मैदान में उतरने से पहले हीं हार मान चुकी है। उसी का परिणाम है कि जिस मृतप्राय हो चुकी एनडीए की बैठक पिछले नौ वर्षों में एक बार भी नहीं हुई उसकी अब तथाकथित बैठक होने वाली है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा नेतृत्व के तानाशाही , अलोकतांत्रिक और देश विरोधी रवैए के कारण जिस एनडीए के सभी पूर्व प्रमुख सहयोगी साथ छोड़ चुके हैं वहीं भाजपा अब वैसे दलों की भी चिरौरी करते नजर आ रही है जिनका जनाधार मात्र कुछ विधानसभा क्षेत्रों तक हीं सीमित है। इसमें ऐसे दल भी हैं जिसके विधायक हेट स्पीच के मामले में जेल में बंद हैं और भाजपा जिनके पिता जी पर माफियागिरी का आरोप लगाती रही है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि पटना में गत 23 जून को हुए गैर भाजपा दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक की ऐतिहासिक सफलता और आगामी 18 जुलाई को बंगलोर में होने वाली बैठक के बढ़ते दायरे से भाजपा काफी परेशान हो गई है। और यही वजह है कि जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा साहब कुछ दिन पहले तक क्षेत्रीय दलों को समाप्त कर देने की घोषणा कर रहे थे आज छोटे – छोटे दलों के दरवाजे खट-खटा रहे हैं। उन्हें तरह – तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र के साथ हीं देश की एकता और सामाजिक समरसता पर मंडरा रहे खतरे को भांपकर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद जी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी जी के द्वारा बिहार में जो पहल किया गया उसका व्यापक असर आज राष्ट्रीय स्तर पर देखने को मिल रहा है। बंगलोर में होने वाली बैठक में शामिल होने वाले दलों की संख्या दो दर्जन पहुंच गई है। जिसमें देश के अधिकांश दिग्गज नेता भाग लेने जा रहे हैं। उसी दिन से केन्द्र की भाजपा सरकार की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी।