भाजपा नेता नीलेश यादव के ठिकानों पर बड़ी मात्रा में शराब बरामद ,भाजपा नेता अब तक है फरार

न्यूज़ डेस्क –  पटना पुलिस ने बुधवार की देर रात दीघा थाना क्षेत्र में बीजेपी नेता नीलेश यादव के कोका कोला एजेंसी में छापेमारी कर शराब की बड़ी खेप को बरामद की है।
पुलिस ने जब भाजपा नेता के कोको-कोला एजेंसी में छापेमारी किया तो कीमती शराब के 17 बड़ी बोतल बरामद हुए।
शराब तस्करी से जुड़े 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं । पुलिस बीजेपी नेता के गिरफ्तारी में विभिन्न जगहों पर छापे मार रही है ।
भाजपा नेता की पत्नी दीघा पश्चिमी से वार्ड पार्षद है और हाल में उप मेयर की चुनाव लड़ा था,जिसमें वे हार गयी थीं ।
भाजपा नेता के ठिकाने पर अवैध शराब शराब के कारोबार की खबर सुबह राजधानी में जंगल की आग की तरह फैल गई। लोगों में इस बात को लेकर गहरा रोष था कि सत्तारूढ़ दल के लोग ही शराब की तस्करी में शामिल हैं।
खुद भाजपा के नेता इस तस्करी में शामिल होने से लोगों में गुस्सा भी गहरा रहा है । लोगों का मानना है कि भाजपा के लोग शराब , ड्रग्स आदि की नशीली वस्तुओं की तस्करी कर युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं और नशे के जाल में ढकेल रहे हैं ।


राष्ट्रवाद, शूचिता आदि की दुहाई देने वाले पार्टी भाजपा के लोग इस प्रकार के धंधे में लिप्त हैं।
पुलिस सूत्रों की माने तो भाजपा से जुड़े एवं दिनेश यादव से जुड़े तमाम लोगों की गहराई से छानबीन की जाएगी।
दरअसल , सरकार के निर्देश पर पुलिस ने राजधानी में शराब माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई पुलिस ने शुरू कर दी है । इसी क्रम में पुलिस को सूचना मिली की दीघा स्थित कोको-कोला एजेंसी से विदेशी कीमती शराब की तस्करी की जा रही हैं ।
वरीय पुलिस अधिकारियों को सूचना देते हुये थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिन्हा ने भारी पुलिस बल के साथ कोको-कोला एजेंसी में रेड किया । पुलिस को देखते ही इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर 7 लोगों को दबोच लिया ।
कई भागने में कामयाब रहे लेकिन पुलिस के हाथ सीसीटीवी हाथ लग गयी हैं ।  पुलिस ने कोको-कोला एजेंसी में तलाशी लेना शुरू किया तो कीमती शराब 100 पाइपर और रॉयल स्टेज की 17 बड़ी अंग्रेजी शराब बरामद किया हैं ।  गिरफ्तार लोगों ने पुलिस को बताया की कोको-कोला एजेंसी बीजेपी नेता सह पूर्व मुखिया नीलेश यादव उर्फ निलेश मुखिया का हैं ।
सूत्रों की मानें निलेश मुखिया पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहे । पुलिस का कहना है की कोको-कोला एजेंसी नीलेश यादव की है। अब विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी । एजेंसी को सील किया जायेगा । पुलिस की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है । लोगों में आश्चर्य है कि शराबबंदी कानून का माखौल उड़ाने में खुद सत्तारूढ़ दल के नेता ही शामिल हो रहे हैं।

शीतकालीन सत्र में शिक्षा व रोजगार के सवाल पर सरकार को घेरेगा माले

न्यूज़ डेस्क –   विधानसभा के शीतकालीन सत्र के मद्देनजर माले विधायक दल कार्यालय में विधायक दल की बैठक हुई. बैठक में माले विधायक दल के प्रभारी राजाराम सिंह, विधायक दल के नेता महबूब आलम सहित सत्यदेव राम, अरूण सिंह, महानंद सिंह, रामबलि सिंह यादव, वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, अमरजीत कुशवाहा, अजीत कुशवाहा, संदीप सौरभ, सुदामा प्रसाद, मनोज मंजिल आदि विधायक उपस्थित हुए.
विधायक दल ने शीतकालीन सत्र में ज्वलंत सवालों पर सरकार को घेरने और इन मुद्दों पर विपक्षी दलों के बीच एकता बनाने का निर्णय लिया.
बैठक से लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि शराबबंदी पर सरकार के ढोंग को हमने एक नंबर पर रखा है. जहरीली शराब ने विगत कुछ महीनों में 64 से अधिक लोगों की जिंदगी हमसे छीन ली. हमने बार-बार कहा है कि इसके पीछे राजनेताओं-प्रशासन व शराब माफियाओं का गठजोड़ है, इसलिए उसकी जांच कराई जाए. लेकिन सरकार इससे लगातार पीछे भागते रही है और गरीबों पर जुल्म ढा रही है. जहरीली शराब कांड के बाद एक बार फिर से पुलिस आम लोगों व गरीबों पर कहर बनकर टूट पड़ी है.
पुलिस की बेशर्मी यहां तक बढ़ गई है कि बिना महिला पुलिस के शादी के लिए तैयार हो रही दुल्हन के कमरे में छापामारी करके लोगों को परेशान व लज्जित कर रही है. दूसरी ओर, शराब माफियाओं को बचाया जा रहा है. हम एक बार फिर से राजनेता-प्रशासन-शराब माफियाओं के गठजोड़ की जांच की मांग करेंगे. जहरीली शराब से मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवाजा का भी सवाल हमारा एक मुद्दा होगा.

पलायन बिहार की एक सामान्य परिघटना बनी हुई है. जम्मू-कश्मीर से लेकर हर जगह बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले हो रहे हैं. उत्तराखंड में भूस्वखलन से प्रवासी मजदूर मारे गए. प्रवासी मजदूरों के लिए कानून बनाने और मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजा हमारा दूसरा प्रमुख मुद्दा होगा.

बिहार में बदतर हालत में पहंुच चुकी शिक्षा व्यवस्था दिन-प्रतिदिन और लगातार नीचे गिरते जा रही है. कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लग रहे हैं. राजभवन भी इस घेरे में है. शिक्षक समुदाय से लेकर हर तबका रोजगार के लिए सड़क पर है, लेकिन सरकार पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. शिक्षा व रोजगार के सवाल पर सरकार को जबरदस्त रूप से घेरा जाएगा.

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तीनों कृषि कानून वापस ले लिए गए हैं. लेकिन एमएसपी को कानूनी दर्जा देने व बिहार में मंडी व्यवस्था लागू करने, धान खरीद, खाद, गन्ना किसानों आदि के सवाल अभी शेष हैं. विधानसभा में हम इन सवालों पर सरकार से जवाब मांगने आ रहे हैं.

रोसड़ा से लेकर राज्य के विभिन्न इलाकों में बढ़ती पुलिसिया कार्रवाई व अपराध आज के बिहार का सच है. तथाकथित सुशासन की सरकार आज पुलिस राज में तब्दील हो गई है. जब से ड्रैकोनियन पुलिस एक्ट आया है, पुलिस की तानाशाही और बढ़ गई है. लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की हिफाजत हेतु भाकपा-माले सदन से लेकर सड़क तक प्रतिबद्ध है.

भाकपा-माले विधायक दल भाजपा समर्थक फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत से पद्मश्री का अवार्ड वापस लेने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित करने का मुद्दा उठाएगी. हम भाजपा-संघ द्वारा देश के शहीदों के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह विडंबना है कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने वाली सरकार ऐसे लोगों को सम्मानित कर रही है जो देश की आजादी को ही खारिज करने पर ही तुले हुए हैं.

पार्टी कार्यालय और विधायकों के आवास को लेकर सरकार और विधानसभा के अध्यक्ष की दोहरी और भेदभावपूर्ण नीति के खिलाफ माले के विधायक विधानसभा के मुख्यमंत्री कक्ष के समक्ष धरना देंगे.

बीजेपी ने फिर कहा “खत्म हो शराबबंदी कानून”

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जितना भी जोर शराबबंदी कानून को कारगर बनाने में लगा रहे हैं , उतना ही भाजपा उसका मुखर विरोध कर रही है ।भाजपा के पहले विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने एक दिन पूर्व ही शराबबंदी कानून को वापस लेने की मांग की थी।
गुरुवार को पुनः भाजपा के दूसरे विधायक ने भी सरकार की परेशानियों को बढ़ाते हुए शराबबंदी कानून को खारिज करने की मांग कर डाली है ।2 विधायकों के इस प्रकार मांग करने से राजनीतिक क्षेत्रों में सरगर्मियां तेज हो गई हैं। हम हालांकि जदयू ने आधिकारिक तौर पर इन बयानों का खंडन नहीं किया है । सरकार ने भी विधायकों के इस बयान संज्ञान नहीं लिया है। लेकिन जदयू के दूसरे नेताओं ने यह भी कहा है कि यह गैरजरूरी बयान है । भाजपा को इनसे बचना चाहिए । सरकार इस तरह के हल के बयानों की परवाह भी नहीं करती है।


इधर, भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुंदन सिंह ने कहा है कि शराबबंदी के कारण बिहार में हत्या समेत तमाम अपराध काफी बढ गए हैं। पुलिस कानून लागू करवाने के लिए मनमानी कर रही है। शादी विवाह में दुल्हन के कमरे में घुसकर पुलिस बेइज्जत करती है। यह सरासर अन्याय है। विधायक ने कहा है कि बिहार सरकार शराबबंदी कानून की समीक्षा करे। पटना में दुल्हन के कमरे तक पुलिस छापेमारी कर रही है जो कहीं से भी सही नहीं है। पूरा प्रशासन शराब बंदी कानून को लागू करवाने में लगी है जिससे अन्य अपराध बढ़ रहे हैं, हत्या की घटनाएं बढ़ रही है, इसलिए शराब बंदी कानून की गंभीरता से समीक्षा होनी चाहिए। विधायक ने यह भी कहा की स्कूली बच्चे अपने बैग में लेकर शराब के धंधे में लग गए हैं, होम डिलीवरी कर रहे हैं, जिससे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है।शराबबंदी के कारण ड्रग्स का कारोबार बढ़ रहा है।

लालू प्रसाद ने सिर्फ जीप ही नहीं चलाई बिहार को भी चलाने का दिया संदेश ,विरोधियों के उड़े होश

न्यूज़ डेस्क –  राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने बुधवार को एकाएक यूं ही अपनी पुरानी जीप नहीं चलाई। उन्होंने चार दशक पुरानी जीप चलाकर राजनीतिक हलकों में कई संदेश दे दिया। यह साफ संदेश दे दिया की उम्र के इस पड़ाव में भी उनके बाजूओं में काफी ताकत है। दिमाग में काफी ताकत है ।ताजगी भरा दिमाग न सिर्फ जीप चला सकता है बल्कि बिहार को भी आगे प्रगति के रास्ते पर ले जा सकता है।बिहार में गरीबों के मसीहा के रूप में चर्चित लालू प्रसाद के जनाधार में भी इस जीप चालन का गहरा संदेश गया है।

https://youtu.be/Bt9ev242goY

 

 

गरीबों ,पिछड़ों ,अत्यंत पिछड़ों ,दलितों, अल्पसंख्यकों के बीच एक नई खुशी की लहर भी देखी जा रही है । उनके सामने भी यह साफ संदेश गया है कि उनका नेता, उनका बहादुर जांबाज लड़ाका अभी पूरी तरह फिट है और आगे की लड़ाई लड़ने को तैयार है।
वास्तव में उनके जीप वाले संदेश को उनके पुराने मित्र नीतीश कुमार और सुशील मोदी बखूबी समझ रहे हैं । लेकिन उन्होंने मौन लगा रखा है। जीप चला कर विरोधियों को लालू जी ने संदेश दे दिया की वह अभी भी अपने विरोधियों पर हावी हो सकते हैं । चाहे वे विरोधी पुराने हो या नए उनकी बोलती बंद कर सकते हैं। बिहार में अभी भी उनकी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी है। चला सकते हैं बल्कि नए पुराने विरोधियों पर भी बखूबी काबू भी रख सकते हैं।


राजनीतिक प्रेक्षकों के मुताबिक लालू प्रसाद ने आने वाले दिनों में बिहार में अपने गतिविधियों के बढ़ने के भी संकेत दे दिए हैं । उन्होंने साफ कर दिया है कि बिहार की राजनीति को वे अब मूकदर्शक बनकर नहीं देख सकते हैं ।
17 साल पुरानी और जर्जर बिहार सरकार की गतिविधियों के पर्दाफाश करने में वे हस्तक्षेप करेंगे।
बिहार में सिर्फ भाजपा और नीतीश कुमार की खबरें नहीं छाई रहेंगी। बिहार का भाग्य किन्ही दो दलों के भरोसे छोड़ा भी नहीं जा सकता है ।
उन्होंने साफ कर दिया कि लिवर की खराबी, डायलिसिस की बातें के बाद भी उनके अंदर की आत्मशक्ति ,आत्मविश्वास कितना मजबूत है,
क्योंकि उन्होंने जिस 1977 के मॉडल का जीप चलाया, उसमें कोई पावर स्टेरिंग भी नहीं होता है। लेकिन उन्होंने उसे बखूबी कई किलोमीटर तक चलाया।


इस जीप चालन में एक संदेश छुपा है कि निरंतर कठिन होते बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में भी वे अपने पार्टी को आगे बढ़ा सकते हैं ।
विरोधी माहौल में भी अपने दल की गाड़ी को तेजी से ऊपर ले जा सकते हैं । उनके स्वास्थ्य या उम्र अधिक होने का कोई लाभ विपक्षी दलों को नहीं मिलेगा, बल्कि उनका मार्गदर्शन और उनकी सक्रियता का लाभ राजद उठाएगा ।

https://youtu.be/wC98E95k1H4

 

 

 

 

भले ही राजद के नेतृत्व में की बागडोर तेजस्वी प्रसाद यादव को सौंप चुके हैं। लेकिन उनकी स्थिति अभी भी भीष्म पितामह वाली है। वह उनके तरकश में कई ऐसे वाण हैं जिनका विरोधियों के पास कोई जवाब नहीं है । उनकी आंतरिक तंदुरुस्ती भी इतनी है कि आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति को अपने हिसाब से चला सकेंगे। अगर राजद अकेले सत्ता में आती है तो उनके अनुभवों का भी पूरा लाभ तेजस्वी प्रसाद यादव को मिलेगा।


भाजपा के नेतृत्व वाली दक्षिणपंथी ताकतों को जो खुराक लालू प्रसाद के अनुपस्थिति से मिल रही थी वह भी आने वाले दिनों में शायद नहीं मिल सके। क्योंकि भाजपा के सभी दलीलों की परखच्चे लालू प्रसाद अकेले ही उड़ा देते हैं उनके पास तर्क का लंबा जखीरा भी है। भाजपा के खिलाफ उनके पास कई अकाट्य प्रमाण भी हैं , जिसे वे मजबूती से सरल शब्दों में जनता के सामने पेश भी कर देते हैं ।
बहरहाल लालू प्रसाद ने 6 टन वजनी लालटेन के दीप जलाकर अपनी तंदुरुस्ती का एहसास दिलाया बल्कि आने वाले समय में राजनीति में अपनी सक्रियता का संदेश भी दिया है ।

जीकेसी ग्लोबल अध्यक्ष ने कायस्थों को संगठित होने का किया आह्वान

न्यूज़ डेस्क –  जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) ग्लोबल अध्यक्ष -सह- जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने पत्रकारों से वार्ता के क्रम में कहा कि देश-दुनियाँ के सभी कायस्थों को संगठित होकर अपनी ताकत दिखाना होगा कि हम एक हैं और एक रहेंगे। उक्त बातें इंजीनियर प्रशान्त कुमार सिन्हा द्वारा आयोजित 22 नवम्बर (सोमवार) को पटना के होटल पाटलिपुत्रा एक्जॉटिका में आयोजित स्वागत समारोह कार्यक्रम के बाद कही।

उन्होंने ने सभी कायस्थ समुदाय के लोगों से नई दिल्ली में 19 दिसम्बर 21 को आयोजित होने वाले “उम्मीदों का कारवां” में भाग लेने की अपील भी किया।

उन्होंने ने जीकेसी प्रदेश उपाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा के पुत्र प्रशान्त कुमार सिन्हा और दिल्ली निवासी सुरभि सिन्हा के परिणय सूत्र के अवसर पर आयोजित स्वागत भोज में आशीर्वाद भी दिया।

 

उन्होंने प्रशान्त सिन्हा को अपने इंजीनियरिंग कार्य में देश की सेवा करने और सुरभि सिन्हा को गृह कार्य मे अपनी काबलियत सिद्धय करने एवं सामाजिक कार्यकर्ता बनकर देश की सेवा करने का भी आशीर्वाद दिया।

प्रशांत सिन्हा वंगलुरु (बंगलोर) स्थित आई टी कम्पनी में कम्प्यूटर सांइस इंजीनियर है और सुरभि सिन्हा दिल्ली स्थित निजी कम्पनी में कार्यरत हैं।

स्वागत भोज के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में आशीर्वाद देने वालों में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के रवि आनन्द, जीकेसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक, प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आंनद, मीडिया तथा कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार, मीडिया प्रदेश सचिव मुकेश महान, हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सत्ता की खोज के सम्पादक मुकेश कुमार सिन्हा, उर्दू दैनिक शफीना के सम्पादक मो जावेद अख्तर, हिन्दी दैनिक प्रातः किरण के ब्यूरो चीफ विजय कुमार अग्रवाल, बेखौफ इंडिया के सम्पादक उमाशंकर प्रसाद सिंह, अलर्ट कमांडो के सम्पादक अशोक कुमार सिन्हा, जेके न्यूज के व्यूरो चीफ ए के देव, हिन्दी दैनिक प्रभात खबर के चेतन आनंद, क्लाउड नाइन न्यूज के सम्पादक सुजीत सागर, दूरदर्शन के अभिषेक, आराधना न्यूज के सम्पादक धीरेन्द्र कुमार गुप्ता, स्वतंत्र पत्रकार-सह-लेखक डॉ धुर्व कुमार, डेमोक्रेटिक हेराल्ड के सम्पादक मिथलेश कुमार पाठक, विद्या मंदिर क्लासेस के सीनियर लेक्चरर अमित सिन्हा, अभियंता राहुल सिन्हा, अभियंता सुशांत कुमार, अभियंता आशीष भट्ट, अभियंता आयूष, के अतिरिक्त वीरेन्द्र कुमार सिन्हा, धीरेन्द्र कुमार सिन्हा, विजय कुमार सिन्हा, अजय सिन्हा, संजय सिन्हा सहित अन्य पत्रकार एवं गणमान्य लोगों उपस्थित थे।

जीकेसी के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा ने स्वागत भोज में उपस्थित गणमान्य लोगों से ग्लोबल अध्यक्ष को मिलाते हुए व्यक्तिगत रूप से 19 दिसम्बर को नई दिल्ली में आयोजित होने वाली “उम्मीदों की कारवां” में परिवार एवं चित्रांश शुभ चिंतकों के साथ शामिल होने का अनुरोध भी किया।

बिहार के 18 जिलों के लिए 7 ‘कोविड-जागरूकता रथों’ को सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने किया रवाना

न्यूज़ डेस्क –  कोविड 19 टीकाकरण और जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रति आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से आज सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के रीजनल आउटरीच ब्यूरो (आरओबी), पटना द्वारा राज्य के 18 जिलों के लिए 7 जागरूकता रथों को रवाना किया गया। बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क तथा जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने हरी झंडी दिखा कर इन रथों को रवाना किया।

उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सूचना एवं जनसंपर्क तथा जन संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि टीकाकरण की दिशा में बिहार ने उल्लेखनीय कार्य किया है। यहां अभी तक कुल 7.5 करोड़ लोगों का टीकाकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि आज की तारीख तक बिहार में कोविड 19 के एक्टिव केस मात्र 38 हैं, जो देश भर में सबसे कम है। उन्होंने पूर्वी चंपारण के बनकटवा प्रखंड का उल्लेख करते हुए कहा कि यह प्रखंड 18 साल से ऊपर के लोगों को सौ फीसदी टीकाकरण वाला देश का पहला प्रखंड बन गया है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने बाढ़ के दौरान कोसी, दरभंगा के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में नाव से जा-जाकर और राहत शिविरों में टीकाकरण किया है। उन्होंने आरओबी के जागरूकता रथ कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि जिन जिलों में अभी भी लोग या तो टीके के प्रति जागरूक नहीं हैं या फिर टीके के प्रति भ्रांतियां हैं, वहां इस इस प्रकार के कार्यक्रम दूरगामी साबित होंगे। खासकर तीसरी लहर की आशंका के बीच इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम निःसंदेह लाभदायक सिद्ध होंगे। यह जागरूकता कैंपेन सभी के जीवन से जुड़ा है। इस स्तर का कैंपेन चलाकर विभाग ने सराहनीय कदम उठाया है। उन्होंने यह भी कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मुख्य उद्देश्य लोकल यानी स्थानीय वस्तुओं व उत्पादों पर फोकस करना है।

पीआईबी एवं आरओबी के अपर महानिदेशक एसके मालवीय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड 19 टीकाकरण एवं अन्य जन-कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु चलाए जा रहे जागरूकता रथ को मुख्य रूप से अल्पसंख्यक, नक्सल प्रभावित, सीमावर्ती, एस्पीरेशनल जिलों में तथा जहां कम टीकाकरण हुए हैं, वहां चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन जागरूकता रथों के माध्यम से 18 जिलों में कुल 20 दिनों तक लोगों को टीके के दोनों डोज लेने तथा अन्य केंद्रीय योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रालय के पंजीकृत सांस्कृतिक दलों के द्वारा लगभग 140 जगहों पर जागरूकता कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जन-कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के विभाग इस दिशा में बेहतर समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं।


जिन 18 जिलों में जागरूकता रथ और सांस्कृतिक दलों के कार्यक्रम होने हैं उनमें औरंगाबाद, अरवल, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, अररिया, कैमुर, रोहतास, खगड़िया, कटिहार, किशनगंज, लक्खीसराय, शेखपुरा और जमुई शामिल हैं।

मौके पर आरओबी, पटना के निदेशक विजय कुमार, पीआईबी के निदेशक दिनेश कुमार, सहायक निदेशक संजय कुमार, दूरदर्शन समाचार पटना के सहायक निदेशक सलमान हैदर व अजय कुमार, छपरा एफओबी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी पवन कुमार व सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी सर्वजीत सिंह, आरओबी पटना के सहायक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नवल किशोर झा व अमरेंद्र मोहन मौजूद थे।

19 दिसंबर को नई दिल्ली में कायस्थों का महाकुंभ होगा निर्णायक

 न्यूज़ डेस्क – ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा है कि देश एवं विदेश में फैले भारी संख्या में कायस्थों को एकजुट कर सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक क्षेत्र में एक बार फिर शिखर पर पहुंचने की जोरदार पहल की गई है। इसी क्रम में आगामी 19 दिसंबर को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में विश्व कायस्थ महासम्मेलन का आयोजन कर अपनी चट्टानी एकता के साथ-साथ मजबूती का प्रदर्शन किया जाएगा।

श्री प्रसाद ने आज स्थानीय तारामंडल में जीकेसी के शंखनाद यात्रा के तहत कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में फैले कायस्थ अपनी सामाजिक, शैक्षणिक व्यासायिक और राजनीतिक क्षेत्र में वाजिब हिस्सेदारी के लिए तेजी से एकजुट हो रहे हैं और इसी क्रम में विभिन्न कायस्थ संगठनों ने विश्व कायस्थ महासम्मेलन को अपना समर्थन देकर एकजुटता को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि भगवान चित्रगुप्त के वंशजों के लिए अभी का समय पूरी तरह निर्णायक है क्योंकि राजनीतिक तथा रोजगार के क्षेत्र में हमारे हितों को नजरअंदाज किए जाने के स्पष्ट संकेत हाल के महीनों में मिले हैं । ऐसी स्थिति में हम एक बार पुनः अपने गौरवशाली अतीत के अनुरूप कायस्थों को हर क्षेत्र में शिखर पर लाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।

ग्लोबल अध्यक्ष ने कहा कि विश्व और देश पर कायस्थों द्वारा नेतृत्व करने का इतिहास किसी से छुपा नहीं है। इतना ही नहीं विश्व गुरू स्वामी विवेकानंद, स्वतंत्रता आन्दोलन के नायक सुभाष चन्द्र बोस या फिर देश में संपूर्ण क्रान्ति के अगुआ जयप्रकाश नारायण, राजेन्द्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री सहित अन्य कई विभूतियों ने विश्व एवं देश का न सिर्फ नेतृत्व किया बल्कि अध्याय बदलने का काम किया है। ऐसे में एक बार फिर संसदीय व्यवस्था में कायस्थों का शिखर पर आना बेहद आवश्यक हो गया है। उन्होंने 19 दिसंबर को महासम्मेलन में सभी से जोरदार भागीदारी की अपील की।

जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में कायस्थ कहीं न कहीं तंत्र की एक बड़ीआवश्यकता है, जिस तरह से मूल्यों का क्षरण हुआ है। लगातार जो हमारी विरासत, हमारी परंपराएं और हमारा स्वर्णिम और गौरवशाली इतिहास है,
आज वह कहीं-न-कही धूल धूसरित हुए हैं। आज संसदीय मूल्यों में गिरावट, बिगड़ता सामाजिक तानाबाना,समाज में असंतोष की भावना को देखते हुए एक बार फिर समय की आवश्यकता है कि हमें सामने आकर तंत्र के शिखर पर काबिज होना होगा।

प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद ने कहा कि पूरे राज्य में कायस्थों का यह संगठन तेजी से न केवल सक्रिय हुआ है बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में उपेक्षित हो रहे भगवान चित्रगुप्त के वंशज जीकेसी के बैनर तले अपने भविष्य के हितों को देख रहे हैं।
उन्होंने कहा कायस्‍थ समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। मौजूदा राजनीतिक और समाजिक परिदृश्‍य में कायस्थ समाज की उपेक्षा की जा रही है। कायस्थ राजाओ, साम्राज्योँ और उनके साहसिक शासनकाल का अविष्मरणीय योगदान रहा है, जिसे कायस्‍थ समाज एक बार फिर दोहराएगा। हम सभी को फिर से एकजुट होने की जरूरत है।

जीकेसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल किशोर ने कहा कि कायस्थों के लिए पूरे देश में एक अलग प्रकार से उत्पन्न संकट की इस घड़ी में सभी कायस्थ संगठनों को एकजुट होकर एक मंच पर आने की आवश्यकता है और इसका व्यापक समर्थन सभी को करना चाहिए।उन्होंने कहा कि विश्व कायस्थ महासम्मेलन कायस्थ जाति के उज्ज्वल भविष्य के लिए.हर दृष्टिकोण से निर्णायक साबित होगा।अतः हमें तन-मन-धन से इसे ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने के लिए प्रयास करने की जरूरत है।
जीकेसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक ने कहा, कायस्थ समाज के पुरोधाओं ने देश के सामाजिक, राजनैतिक उत्थान के साथ, आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका अदा की है, लेकिन आज कायस्थ समाज हाशिये पर चल गया है जिसे संगठित करते हुए मजबूत करने की जरूरत है।

जीकेसी पटना जिलाध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव ने कहा, आज के दौर में कायस्थ जाति संगठित नही होने से अपने हक को सही तरीके से हासिल नही कर पा रही है। इसके लिए हम सब को साथ आना चाहिए।

कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलित कर की गयी। इसके बाद भगवान चित्रगुप्त के चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया और भगवान चित्रगुप्त की वंदना से की गयी।
कार्यक्रम बतौर मुख्य अतिथि भाजपा विधायक अरुण कुमार सिन्हा, पदम श्री डॉ गोपाल प्रसाद सिन्हा मौजूद थे। दीदीजी फाउंडेशन के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम झिझिया, कजरी, जट जतिन छठ गीत समेत कई कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का दिल जीत लिया। जीकेसी कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के सचिवआलोक कुमार रचित-संगीतबद्ध गीत स्वागतम गान ने और कायस्थों का उत्थान लोगों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम का सफल संचालन अजय अंबषठने किया किया.
इस अवसर पर जीकेसी मीडिया- कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिन्हा ,
कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक दीप श्रेष्ठ,कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के सचिव अनुराग समरूप,
हैप्पी श्रीवास्तव, सुबाला वर्मा,
युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ कुमार वर्मा, संजय कुमार रघुवर,
कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दिवाकर कुमार वर्मा, प्रदेश महासचिव संजय सिन्हा,पटना जिला उपाध्यक्ष धनंजय प्रसाद, मीडिया सेल के प्रदेश महासचिव मुकेश महान, युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी राजेश सिन्हा संजू, जीकेसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अतुल आनंद सन्नु ,राष्ट्रीय सचिव हैप्पी श्रीवास्तव राष्ट्रीय सचिव वंदना श्रीवास्तव ,रवि सिन्हा दिलीप कुमार सिन्हा पल्लवी श्रीवास्तव प्रियदर्शी हर्षवर्धन, आइटी सेल के अध्यक्ष आशुतोष ब्रजेश, युवा प्रकोष्ठ के कार्यवाहक अध्यक्ष सुशांत सिन्हा, पटना जिलाअध्यक्ष पीयुष श्रीवास्तव ,प्रसून श्रीवास्तव
मीडिया सेल के राष्ट्रीय सचिव नीरव समदर्शी,समेत कई अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

सादगी पूर्ण तरीके से मनाया गया चर्चित आईपीएस अधिकारी व बिहार सरकार गृह विभाग में विशेष सचिव विकास वैभव का 42 वां जन्मोत्सव

न्यूज़ डेस्क –  बिहार के युवाओं के आदर्श चर्चित आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में बिहार सरकार गृह विभाग में विशेष सचिव विकास वैभव का 42 वां जन्मोत्सव कार्यक्रम आज उनके पटना पुलिस कॉलोनी आवास पर सादगी पूर्ण तरीके से मनाया गया जिसमें युवाओं ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की तथा प्रण लिया की आईए प्रेरित करें बिहार अभियान के माध्यम से पूरे बिहार में विकास की गाथा लिखी जाएगी। उनके पटना आवास के पास मेडिकल कैंप का भी आयोजन एम्स के चिकित्सक डॉ रमन किशोर व प्रयास भारती के द्वारा किया गया था जिसमें लोगों का निशुल्क जांच किया गया तथा दवाएं भी उपलब्ध कराई गई।

अपने जन्म उत्सव के उपलक्ष में सर्वप्रथम वृक्षारोपण करके उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत की उसके बाद आइए प्रेरित करें बिहार अभियान से जुड़े युवाओं के साथ उन्होंने केक भी काटा। पूरे बिहार से युवाओं का जूटान उनके आवास पर हुआ था ।सादगीपूर्ण तरीके से उनके जन्म उत्सव को मनाया गया अपने जन्मोत्सव पर युवाओं को संबोधित करते हुए विकास वैभव ने कहा कि जिस तरह से समाज आपको सम्मान देता है आपकी तरफ आशा भरी निगाहों से देखता है आपकी जिम्मेदारियां बढ़ जाती है और यह जिम्मेदारी होती है समाज राज्य राष्ट्र के प्रति आईए प्रेरित करें बिहार अभियान इसी कड़ी में मील का पत्थर साबित होगा जहां समता शिक्षा और उद्यमिता के क्षेत्र में लोगों को प्रेरित करके बिहार में बड़े बदलाव की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि आज पूरी बिहार में जिस तरह से युवा तबका उनके साथ जुड़ा है और बिहार में बदलाव की कहानी लिखने को तत्पर है उससे लगता है कि एक बड़े बदलाव की दिशा में कारगर प्रयास हो रहा है। अपने जन्मदिन पर युवाओं को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि ईमानदारी और निष्ठा पूर्वक किया कार्य कभी भी असफल नहीं होता इंसान को प्रयास करते रहना चाहिए सफलता एक न एक दिन जरूर मिलेगी।

बिहार में खाद्य भंडारण क्षमता 10.50लाख मेट्रिक टन) हो गया जो 2015 में 5.5 LMT था- अश्विनी कुमार चौबे

न्यूज़ डेस्क –  केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आम लोगों की खाद्य सुरक्षा, किसानों के अत्यधिक कल्याण और आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी सरकार संकल्पित है। इसके लिए सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके अंतर्गत हम देख रहे हैं कि बिहार में खाद्य भंडारण क्षमता 10.50LMT (लाख मेट्रिक टन) हो गया जो 2015 में 5.5 LMT था। राज्य में 13 लाख मेट्रिक टन साइलो गोदाम निर्माण की अनुमति मिली है। स्वामीनाथन कमिटी लागू कर हम लागत के डेढ़ गुना ज्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP तय कर खरीददारी कर रहे है। वर्ष 2024 तक सभी लाभकारी योजनाओं के तहत फोर्टीफाइड राइस का वितरण किया जाएगा। वर्ष 2021–22 में केंद्र सरकार ने बिहार सरकार के साथ मिलकर 30 लाख मेट्रिक टन चावल अधिप्राप्ति का लक्ष्य रखा है,जिससे किसानों के कल्याण और आत्मनिर्भर बिहार बनाने की मुहिम में बल मिलेगा।

श्री चौबे आज आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत खाद्य आपूर्ति एवं जन वितरण विभाग (DFPD), भारत सरकार के 15 से 21 नवंबर तक चले खाद्य सुरक्षा प्रतिष्ठित सप्ताह कार्यक्रम में पटना के अधिवेशन भवन में मुख्य अतिथि के तौर पर बोल रहे थे।

अश्विनी चौबे ने कहा कि प्रधान मंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत सरकार आज खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और 138 करोड़ के इस जनतंत्र को सशक्त अन्नतंत्र बनाने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है l इन्ही प्रयासों के फलस्वरूप कोरोना महामारी के बावजूद किसान भाइयों से जहाँ रिकॉर्ड खरीद हुई, वहीं देश के 80 करोड़ जनता के बीच अभूतपूर्व परिमाण में खाद्यान्न वितरित भी हुए।

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के अंतर्गत कुल 15 महीने के लिए प्रत्येक लाभुक को प्रति माह 5 किलोग्राम गेंहू या चावल बिलकुल मुफ्त में देने के लिए आवंटित किया गयाl राज्य के खाद्य रूचि के अनुसार, खाद्यान्न का अनुपात तय किया गयाl जहाँ बिहार में 2 किलो गेंहू और 3 किलो चावल दिया गया वहीं पूर्वोत्तर राज्यों में 5किलो चावल ही दिया गया l

इस योजना में लगभग 80 करोड़ लाभुकों के लिए इन 15 महीनों ले लिए कुल 596 लाख मेट्रिक टन अनाज आबंटित हुआ है । इस आबंटित अनाज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरे भारतवर्ष में भारतीय खाद्य निगम के कर्मियों ने लगभग 600 लाख मैट्रिक टन खाद्यान्न का परिचालन किया । बिहार क्षेत्र में कोविड-19 के दौरान 58.81 लाख मैट्रिक टन (कुल आर्थिक मूल्य लगभग 22,800/- करोड़ रूपये) अनाज मंगवा कर आम जनता को वितरित किया गया है, जिसका लाभ 8.71 करोड़ जनता को प्राप्त हुआ है।

चूँकि देश की 60% से अधिक जनता कृषि पर आधारित है, आत्मनिर्भर भारत के लिए किसानों का विकास महत्वपूर्ण है। इसीलिए माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में किसानो की आय दुगुनी करने के लिए यह सरकार ढेरों कदम उठा रही है। स्वामीनाथन कमिटी के रिपोर्ट के अनुसार लागत के डेढ़ गुना ज्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य [MSP] तय हो रहा है।

बिचौलियों एवं फर्जी किसानो से खरीद बंद करने के लिए सूचना एवं प्रद्योगिकी की मदद से किसानो से सीधे खरीद की जा रही है एवं DBT के माध्यम से सीधे उनके खाते में पैसे भेजे जा रहे हैं। फलस्वरूप हजारों अन्नदाता सैकड़ों वर्षों के साहूकार प्रणाली के ऋण चक्र से बाहर आ पा रहे हैं।भारत सरकार रिकॉर्ड MSP पर रिकॉर्ड खरीद कर रही है।

धान की खरीद KMS [खरीफ मार्केटिंग सीजन] 2014-15 में 423 लाख मेट्रिक टन से KMS 2020-21 में 894 लाख मेट्रिक टन हो गयी है । गेहूँ की खरीद RMS 2014-15 [रबी मार्केटिंग सीजन] में 281 लाख मेट्रिक टन से RMS 2021-22 में 433 लाख मेट्रिक टन हो गयी है।

बिहार सरकार ने KMS 20-21 में 23.84 लाख मैट्रिक टन चावल की अधिप्राप्ति किया तथा RMS 21- 22 में 4.55 LMT (लाख मेट्रिक टन) गेहूँ का अधिप्राप्ति किया गया। इसके फलस्वरूप बिहार राज्य में KMS 20-21 में चावल अधिप्राप्ति में करीब 5 लाख किसानों को लगभग 6,648 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया तथा RMS 21-22 में गेंहू अधिप्राप्ति में करीब 1 लाख किसानों को लगभग 900 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है।

वर्ष 21 – 22 में भारत सरकार ने बिहार सरकार के साथ निश्चय किया है कि यहां पर कुल 30LMT (तीस लाख मेट्रिक टन) चावल की अधिप्राप्ति की जाएगी,जिससे यहां के कुल वार्षिक आबंटन को पूरा किया जा सकेगा और बिहार आत्मनिर्भर बन पायेगा।

खाद्य सुरक्षा को और सशक्त बनाने के लिए प्रधान मंत्री जी के नेतृत्व में यह मंत्रालय सभी राज्यों के सहयोग से एक देश एक राशन कार्ड [One Nation One Ration Card] योजना पर भी तेजी से काम कर रहा है, ताकि कोई भी लाभुक किसी भी परिस्थिति में अपने हक से वंचित न हो। प्रधान मंत्री के एक भारत, श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार करने के लिए और सारे राज्यों को इस मुहिम में जोड़ते हुए हम एक देश, एक MSP, एक DBT और एक राशन कार्ड की तरफ तेज़ी से अग्रसर हो रहे हैं ।

भारत सरकार खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ पौष्टिकता सुरक्षा की भी गारंटी दे रही है,जिसके लिए माननीय प्रधानमंत्री ने लाल किले के प्राचीर से संबोधित करते हुए 2024 तक सभी लाभकारी योजनाओं के तहत फोर्टीफाइड राइस का वितरण करने का संकल्प लिया है। वर्तमान में भारत सरकार मिड डे मील स्कीम तथा आंगनबाड़ी के तहत आईसीडीएस स्कीम में बिहार के सभी जिलों को फोर्टीफाइड राइस दे रही है। इससे माताओं एवं बच्चों को कुपोषण का शिकार होने से बचाया जा रहा है।

खाद्य सुरक्षा को प्रबल करने के लिए बिहार राज्य में भारतीय खाद्य निगम की भंडारण क्षमता को, जो कि 2015 में लगभग 5.50 LMT(लाख मेट्रिक टन) थी, बढ़ाकर अब 2020-21 में 10.50LMT (लाख मेट्रिक टन) कर दिया गया है। भारत के पहले राइस साइलो कैमूर और बक्सर में बनाये जा रहे हैं, जिसे अगले 1 वर्ष के अंदर चलन में लाया जाएगा।

इसके अलावा बिहार राज्य में 13.00 LMT(लाख मेट्रिक टन) क्षमता के साइलो के निर्माण हेतु अनुमति प्रदान कर दिया गया है l अखिल भारतीय स्तर पर 108 लाख मेट्रिक टन साइलो के निर्माण के लिए अनुमति दे दी गयी है,जिससे देश खाद्यान भण्डारण में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने अमर स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को याद करते हुए कहा कि आज के दिन हम भगवान बिरसा मुंडा को भी याद करते हैं जिन्हें हमारे झारखंड राज्य के भाई प्यार से “धरती आबा” के नाम से याद करते हैं । इन्होंने 1895 में हजारीबाग में अकाल ग्रस्त लोगों की पूरे तनमन और धन से सेवा की तथा स्थानीय जनजातीय लोगों को आजादी के प्रति जागरूक किया था। इन्होंने अंग्रेजी सेना को 1898 में हराया । इसके पश्चात उन्हें जेल हो गयी तथा 1900 में मृत्यु हो गई । आज हम उन्हें भगवान के रूप में याद करते हैं तथा भारत सरकार ने उनके देश के प्रति त्याग और बलिदान को सम्मानित करते हुए बिरसा मुंडा की जयंती,15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।

“आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम” के तहत खाद्य सुरक्षा प्रतिष्ठित सप्ताह कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया I इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, बिहार की खाद्य आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह, विधायक संजीव चौरसिया, कार्यकारी निदेशक (पूर्वी अंचल) डॉ. अजित कुमार सिन्हा, आंचलिक कार्यालय (पूर्व) एवं महाप्रबंधक (क्षेत्र) संजीव कुमार भदानी उपस्थित थे l

हमलोग गन्ना किसानों की बेहतरी के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं -नीतीश कुमार

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में गन्ना उद्योग विभाग की समीक्षा की। गन्ना उद्योग विभाग के सचिव श्री एन० सरवन कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभाग में किये जा रहे कार्यो के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पेराई सत्र 2021-22 के लिए ईख मूल्य की दर का निर्धारण, वर्ष 2010 से 2021 तक गन्ना मूल्य की दर, परिचालित चीनी मिलों की संख्या, चीनी मिलों की पेराई क्षमता, डिस्टीलरी की क्षमता, आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006-07 से गन्ना किसानों के लिए कई कदम उठाये गये हैं। पूर्व के कई वर्षों में गन्ना के मूल्य में वृद्धि की गई। सरकार के स्तर से ईख मूल्य अनुदान भी दिये गये। गन्ना उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये गन्ना उद्योग को प्रोत्साहित किया गया । क्षेत्रीय विकास परिषद (जे०डी०सी०) कमीशन में छूट एवं ईख क्रय कर में छूट की सुविधा दी गई। गन्ने की अधिक उत्पादकता के लिए अच्छे किस्म के गन्ने की प्रजाति को बढ़ावा दिया गया। उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी जिले के गन्ना किसानों को रीगा के अलावा अन्य चीनी मिलों तक गन्ना पहुंचाने के लिए आवागमन सब्सिडी पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी जारी रखें ताकि गन्ना किसानों को चीनी मिलों तक गन्ना पहुंचाने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो। उन्होंने कहा कि हमलोग गन्ना किसानों की बेहतरी के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।

बैठक में गन्ना उद्योग मंत्री श्री प्रमोद कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त श्री आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, गन्ना उद्योग सह कृषि विभाग के सचिव श्री एन० सरवन कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, ईखायुक्त श्री गिरिवर दयाल एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्यपदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे।