राष्ट्रीय शिक्षा नीति ज्ञान आधारित शिक्षा को बढ़ावा देती है ना कि रटन विद्या को

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) पटना में आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की तीसरी वर्षगाँठ पर ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के लिए रणनीतिक कार्य योजना’ विषय पर आयोजित संवादाता सम्मलेन को संबोधित करते हुए आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. टी एन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति सबके लिए है। इसमें सभी लोग समाहित हो सकते हैं। इसमें कर्तव्य परायणता सभी के लिए निर्धारित की गई है। साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति सर्वग्राही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारतीय ज्ञान परंपरा के समावेश के साथ-साथ नई प्रौद्योगिकी को समाहित किये हुई है।

प्रो टी.एन. सिंह, निदेशक, आईआईटी पटना; प्रो ए.के. ठाकुर (डीन, अकादमिक, आईआईटी पटना), अरविंद कुमार मिश्रा( आरओ , सीबीएसई, , पटना), श्री पी मंडल (असिस्टेंट कमिश्नर, आरओ, केंद्रीय विद्यालय संगठन पटना), श्री सी हरि बाबू (डिप्टी कमिश्नर, नवोदय विद्यालय समिति पटना), श्री योगेंद्र कुमार (संयुक्त निदेशक, कौशल विकास मंत्रालय) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और एनईपी के कार्यान्वयन की दिशा में की गई पहलों के बारे में विस्तार से बताया।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तीसरी वर्षगांठ पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन, प्रेस इन्फार्मेशन ब्यूरो पटना के सहयोग से आयोजित की गई। मौके पर पीआईबी के निदेशक आशीष के.ए. लकरा, उपनिदेशक संजय कुमार, क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी पवन कुमार सिन्हा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आईआईटी पटना के जनसंपर्क विभाग के कृपाशंकर सिंह ने किया ।

प्रो. टी एन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसा विश्व का शायद ही कोई डाक्यूमेंट्स होगा, जिस पर देश से लेकर गांव के स्तर तक चर्चा हुई हो और उस पर आने वाले विचारों को शामिल किया गया हो। उन्होंने कहा कि इससे पहले जितनी भी शिक्षा नीति बनाई गई, उसका नाम उनके बनाने वाले के नाम पर ही होता था। लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति ज्ञान आधारित शिक्षा को बढ़ावा देती है ना कि रटन विद्या को। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति समावेशी भाव से ओतप्रोत है और सद्भावना, करुणा को लेकर आगे बढ़ने वाली है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति हम सारे लोगों को मिलकर एक ऐसे समाज का निर्माण करने के लिए प्रेरित करती है, जिसमें कोई भेदभाव ना हो कोई और ना को भाषाई बंधन हो और यही इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मूल उद्देश्य भी है।

संवादाता सम्मलेन को संबोधित करते हुए आईआईटी पटना के ऐकडेमिक डीन प्रोफेसर ए.के. ठाकुर ने कहा कि आजादी के पहले भी कई शिक्षा नीति लागू थी और आजादी के बाद भी लेकिन किसी भी शिक्षा नीति में युवाओं के कौशल विकास को लेकर दी जाने वाली शिक्षा समाहित नहीं थी। वहीं राष्ट्रीय शिक्षा नीति कौशल विकास पर बल देने वाली है और रोजगार उन्मुखी शिक्षा प्रदान करने वाली है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि यह अपने स्वभाव व स्वरूप में बेहद लचीली है। अगर कोई बच्चा 10th के बाद नौकरी करते हुए भी पढ़ाई करना चाहता है तो यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति उसे पढ़ाई करने की व्यवस्था करती है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद यह पहली ऐसी शिक्षा नीति है, जिसमें 2 वर्ष तक लोगों के विचार लिए गए हैं और उसके बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मसौदा तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में लोकल लैंग्वेज यानी स्थानीय भाषा को बढ़ावा देने पर बल दिया गया है। उन्होंने आईआईटी पटना के संदर्भ में चर्चा करते हुए कहा कि यहां पर इसी वर्ष से एक हाइब्रिड मोड शिक्षा प्रणाली कार्यक्रम लागू किया जा रहा है, जिसमें कोई भी विद्यार्थी एक साथ दो विषयों को पढ़ सकता है। पढ़ाई को सुबह और शाम दो पालियों में बांटा गया है।

इस अवसर पर सीबीएसई, आरओ, पटना के अधिकारी अरविंद कुमार मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 आवश्यकता नहीं बल्कि अनिवार्यता बन गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मूल उद्देश्य एक अच्छा इंसान बनाना है और जिसकी कस्तूरीरंगन समिति की प्रस्तावना में भी स्पष्ट झलक देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अलग-अलग चरण में लागू हो रहा है और इसे 2030 तक पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सीबीएसई ने इंटरनल एसेसमेंट की व्यवस्था किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति रोजगार उन्मुखी शिक्षा को बढ़ावा देने वाली है।

केंद्रीय विद्यालय संगठन, आरओ, पटना के असिस्टेंट कमिश्नर पी मंडल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सबसे बड़ी बात डिजिटल और टेक्नोलॉजी का समावेशन किया जाना है। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष जहां पायलट प्रोजेक्ट के रूप में देश के 50 केंद्रीय विद्यालयों में बाल वाटिका की व्यवस्था की गई थी वहीं इस वर्ष देश के लगभग 450 केंद्रीय विद्यालयों में बाल वाटिका की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि अब देश भर में 1200 केंद्रीय विद्यालयों में से 500 केंद्रीय विद्यालय में बाल वाटिका की व्यवस्था है और इसे आने वाले वर्षों में और भी बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालयों में प्रत्येक बच्चों के इंप्रूवमेंट के लिए कई स्तर पर जांच की व्यवस्था की गई है। यह केंद्रीय विद्यालयों द्वारा एक अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्पोर्ट्स, आर्ट्स, टॉयज आधारित शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है।

मौके पर नवोदय विद्यालय समिति पटना के डिप्टी कमिश्नर सी हरि बाबू ने कहा कि नवोदय विद्यालयों में डिजिटल माध्यम से शिक्षा प्रदान की जा रही है। ई विद्या के माध्यम से शिक्षक विद्यार्थियों को पीपीटी, वीडियो बनाकर शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जॉय फुल लर्निंग पर जोर दिया गया है, जिसे नवोदय विद्यालय बखूबी पालन कर रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में एक विषय को दूसरे के साथ जोड़कर पढ़ाने की परिकल्पना शानदार है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भारतीय भाषाओं को प्रमोट किया जा रहा है, जो कि एक सराहनीय कदम है।

संवाददाता सम्मेलन में कौशल विकास मंत्रालय के संयुक्त निदेशक योगेंद्र कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति की खास बात इसमें कौशल विकास को शामिल किया जाना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में टेक्नोलॉजी की मदद से शिक्षा को नया आयाम दिया जा रहा है।

आज के इस प्रेस वार्ता में आईआईटी पटना के कई फैकल्टी , स्टाफ, ऑफिसर सहित कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

बाढ़ से बिहार को अब 1526 मेगावाट की जगह मिलेगी 1909 मेगावाट बिजली

केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (सीईआरसी) के मानदंडों के अनुसार एनटीपीसी बाढ़ के स्टेज-1 की दूसरी यूनिट ने आज दिन में करीब 13:00 बजे अपने 72 घंटे के फुल लोड ट्रायल-रन ऑपरेशन लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया ।

फुल लोड ट्रायल-रन ऑपरेशन के सफल होने का मतलब है कि, बाढ़ संयंत्र के स्टेज -1 की दूसरी इकाई आधिकारिक तौर पर वाणिज्यिक उत्पादन के लिए तैयार है,और इससे बिहार, ओडिशा, झारखंड और सिक्किम जैसे लाभार्थी राज्यों को 660 मेगावाट तक बिजली जल्द मिलने लगेगी ।

इसके साथ ही कुल अनुमानित 21000 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले बाढ़ प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता वर्तमान में 1980 मेगावाट से बढ़कर 2640 मेगावाट हो गई है।

पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल में स्थित बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्लांट की वर्तमान में 660 मेगावाट की 3 इकाइयों के माध्यम से कुल 1980 मेगावाट का वाणिज्यिक विद्युत उत्पादन हो रहा है, तथा बिहार को इस संयंत्र से अभी 1526 मेगावाट बिजली मिल रहा है।

एनटीपीसी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में एनटीपीसी के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन ने बताया कि “ बाढ़ स्टेज- I की इस दूसरी यूनिट से उत्पादित बिजली का 58% हिस्सा यानी 383 मेगावाट बिहार को मिलेगा, शेष झारखंड, ओडिशा और सिक्किम को आवंटित किया जाएगा। “

उन्होने आगे बताया कि बाढ़ प्लांट की 660 मेगावाट पर्यावरण अनुकूल सुपर क्रिटिकल प्रौद्योगिकी आधारित यह चौथी इकाई है, जो आज सफल फुल लोड-ट्रायल ऑपरेशन (टीओ) के बाद इसकी जरूरी कमीशनिंग गतिविधियां पूरी की जा चुकी है ।

गौरतलब है कि बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के दूसरे स्टेज की 660 मेगावाट की दो इकाइयां ( यूनिट 4 और 5) क्रमश: 15 नवंबर, 2014 और 18 फरवरी, 2016 से बिजली का लगातार उत्पादन कर रही हैं। स्टेज I की पहली 660 मेगावाट इकाई नवंबर 2021 से बिजली का वाणिज्यिक उत्पादन कर रही है ।“

बाढ़ प्लांट के स्टेज I की इस दूसरी यूनिट से बिजली उत्पादन शुरू होने के साथ, बिहार राज्य की बिजली क्षमता में 383 मेगावाट की वृद्धि होगी, अर्थात बाढ़ संयंत्र से बिहार को कुल बिजली आवंटन भी 1526 मेगावाट से बढ़कर 1909 मेगावाट तक पहुंच जाएगा। चंदन ने आगे बताया कि “एनटीपीसी से बिहार के 6 उत्पादन संयंत्रों सहित एनटीपीसी से बिहार का वर्तमान बिजली आवंटन भी 6560 मेगावाट से बढ़कर 6943 मेगावाट पहुँच जाएगा।“

बाढ़ स्टेज I की दूसरी इकाई के फुल लोड ट्रायल-रन ऑपरेशन की सफलता पर, एनटीपीसी के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (पूर्व-1), डीएसजीएसएस बाबजी ने कहा कि ” टीम बाढ़ के पेशेवर और कैलिब्रेटेड प्रयासों के कारण ही स्टेज 1 की दूसरी इकाई का सफल ट्रायल-ऑपरेशन संभव हो पाया है, इस उपलब्धि के लिए टीम बाढ़ को ढेर सारी बधाई ।“ बाबजी ने आगे बताया कि, “ वर्तमान में एनटीपीसी की बिहार राज्य में लगभग 80 हज़ार करोड़ की निवेश के साथ कुल 6 परियोजनाओं में 9070 मेगावाट (मेगावाट) की स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता है, जबकि 660 मेगावाट की क्षमता निर्माणाधीन है।“

बाढ़ परियोजना के कार्यकारी निदेशक, असित दत्ता ने बाढ़ टीम को बधाई देते हुए कहा, “हमें टीम बाढ़ पर गर्व है, जिसने रिकॉर्ड समय में सभी एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर इस यूनिट के ट्रायल-रन ऑपरेशन के लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त किया है। दत्ता ने कहा, ”पहले चरण की तीसरी और अंतिम इकाई का काम प्रगति पर है और इसके अगले साल तक पूरा होने की पूर्ण संभावना है।“

इस उपलब्धि पल को संभव होते देखने के लिए एनटीपीसी और मेसर्स दुसान के वरिष्ठ अधिकारी भी बड़ी संख्या में बाढ़ प्लांट के यूनिट कंट्रोल रूम में उपस्थित थे।

गौरतलब है कि एनटीपीसी बिहार की औसत दैनिक बिजली मांग के 90% से अधिक बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करता है, जो 6,000 मेगावाट से 6,500 मेगावाट के आसपास रहता है। बाढ़ प्लांट के स्टेज -I की दूसरी यूनिट के 660 मेगावाट अतिरिक्त उत्पादन क्षमता के जुडने के साथ ही, एनटीपीसी समूह की देश में कुल स्थापित क्षमता 73,000 मेगावाट से अधिक हो जाएगी, जिसमें 43 अक्षय और जल विद्युत परियोजनाओं सहित 89 विद्युत स्टेशन शामिल हैं।

एनटीपीसी समूह के पास 17 गीगावाट (जीडब्ल्यू) से अधिक की विद्युत उत्पादन क्षमता निर्माणाधीन है, जिसमें 5.9 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं भी शामिल हैं। देश में काफी समय से सस्ती दरों पर पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से बिजली उत्पादित कर इसकी निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना ही एनटीपीसी की प्रमुख ताकत रही है।

एनटीपीसी कहलगाँव में बालिकाओं के टैलेंट शो के प्रदर्शन के साथ बालिका सशक्तिकरण अभियान -2023 का किया गया समापन

एनटीपीसी कहलगाँव,भागलपुर में नैगम सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम के तहत आयोजित चार सप्ताह तक चले बालिका सशक्तिकरण अभियान, 2023 का समापन समारोह अंग भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं प्रस्तुतियों के बीच सम्पन्न हुआ।

मुख्य अतिथी डीएसजीएसएस बाब्जी, क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (पूर्व-1) ने श्रीमति डी रत्नाकुमारी, अध्यक्षा (सुजाता लेडिज क्लब)एवं नारायण प्रकाश शाहर, परियोजना प्रमुख (कहलगाँव), तथा श्रीमति वी. विंदु, अध्यक्षा (सृष्टि समाज) सभी महाप्रबंधकगण एवं उपस्थित सभी विशिष्ट अतिथियों के साथ मिलकर दीप-प्रज्ज्वलन कर एनटीपीसी गीत के साथ इस कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया ।

मुख्य अतिथि डीएसजीएसएस बाब्जी, क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (पूर्व-1) नें अपने उद्बोधन में बच्चियों की प्रतिभा और हुनर की प्रशंसा करते हुए ने कहा कि अभियान को सफल बनाने में बच्चियों के साथ-साथ उनके अभिभावक एवं परिजनों का सकारात्मक सहयोग भी अभियान की सफलता का कारण है चार सप्ताह के इस अभियान के दौरान ग्रामीण बच्चियों में काफी परिवर्तन आया है और इन्हें आगे का मार्गदर्शन देने की ज़िम्मेदारी उनके परिजनों एवं अभिभावकों की है।

श्री बाब्जी ने यह भी कहा कि कहलगाँव नैगम सामाजिक दायित्व के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के विकास एवं कल्याण के लिए समय-समय पर कई कार्यक्रम कराता है।

शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति अधिक-से-अधिक कार्य कर लोगों को शिक्षित करना एवं उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना कहलगाँव का प्रथम दायित्व है और इसी के तहत अधिकतर कार्य शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में करने का प्रयास किया जा रहा है । उन्होने विशेषतः सृष्टि समाज के सहयोग का भी आभार व्यक्त किया ।

नारायण प्रकाश शाहर, परियोजना प्रमुख (कहलगाँव) ने अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चियाँ अपने जीवन के हर लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगी तथा कार्यक्रम में प्रशिक्षित बच्चियाँ एक माह में जो सीख पाई है, उसे अपने आस-पास के वातावरण में तथा अपने दोस्तों से साझा करेंगी इन बच्चियों के माध्यम से हम अपने आस-पास के ग्रामीणजनो के जीवन के हर पहलूओं से जुड सकेंगे मुझे विश्वास है कि एनटीपीसी कहलगाँव का यह प्रयास सार्थक होगा तथा बच्चियों के जीवन में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा ।

कार्यक्रम में सौरव शर्मा, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) अपने स्वागत उदबोधन के दौरान “बालिका सशक्तीकरण अभियान 2023” का संक्षिप्त परिचय देते हुए सभागार में उपस्थित अतिथियों एवं आगंतुकों का स्वागत किया एवं बताया कि एनटीपीसी सीएसआर के अंतर्गत एनटीपीसी- कहलगाँव में 05 से 30 जून 2023 तक भागलपुर एवं गोड्डा जिले की सरकारी विद्यालयों की 120 बालिकाओं हेतु आयोजित किया गया, जिसमें एक माह तक चलने वाले इस आवासीय कार्यक्रम में छात्राओं के लिए प्रारंभिक शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, योग एवं क्रीडा से संबन्धित विभिन्न कार्यशालाएँ आयोजित की गई।

कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण बच्चियों ने अपने हुनर को प्रदर्शित करते हुए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दीं इस दौरान बालिका सशक्तीकरण मिशन के दौरान चार सप्ताह के विभिन्न कार्यक्रमों की झलकियों को एक लघु-फिल्म के माध्यम से प्रस्तुत किया गया समापन कार्यक्रम के दौरान बच्चियों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, नुक्कड़ नाटक एवं नृत्य के साथ-साथ डांस की प्रस्तुतियों ने उपस्थित श्रोताओं को मंत्र-मुग्ध कर दिया।

इस अवसर पर एस.के. साहा, महाप्रबंधक (ओ एंड एम), बी0 राजेन्द्र कुमार सर, महाप्रंधक (प्रचालन ) राजेश गुप्ता सर, महाप्रबंधक(एस डाइक मेनेजमेंट), राकेश चौहान सर, महाप्रबंधक (एफ़जीडी), हाफिजूर रहमान मललिक , महाप्रबंधक (एफ एम ) दीपक कुमार गुप्ता, महाप्रबंधक (टी ए डी ) एवं प्रभात रंजन बारीक महाप्रबंधक (मैंटेनेंस) , के साथ-साथ , यूनियन एवं एसोशिएशन के पदाधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में कर्मचारी एवं बच्चियों के अभिभावक व परिजन भी उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग 18 मई से बिहार के दो दिवसीय दौरे पर

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष / चेयरमैन विजय सांपला, अनुसूचित जाति समुदाय के अधिकारों की बिहार राज्य में रक्षा सुनिश्चित करने हेतु 18 मई से बिहार सरकार के साथ दो दिवसीय राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक पटना में करेंगे |
बिहार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), प्रमुख सचिवों और बिहार सरकार के मंत्रालयों और विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ 18 और 19 मई को विजय सांपला के नेतृत्व में एनसीएससी प्रतिनिधिमंडल प्रदेश समीक्षा बैठक पटना में होने जा रहा है|
सबसे पहले आयोग, 18 मई को एनसीएससी प्रतिनिधिमंडल, अनुसूचित जाति के सांसदों, विधायकों और पूर्व-सांसदों विधायकों के साथ बैठक करेगा और इसके बाद अनुसूचित जाति कल्याण संघों’ गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेगा |


उसी दिन, विजय सांपला, अनुसूचित जातियों के आर्थिक और सामाजिक कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं, केंद्र प्रायोजित योजनाओं, केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं और राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगे, जिसमें आवास भूमि, रोजगार, छात्रवृत्ति और अनुसूचित जातियों के लिए अन्य संबंधित योजनाएं शामिल हैं।
19 मई को विजय सांपला और एनसीएससी के अधिकारी, अनुसूचित जाति समुदाय के खिलाफ अत्याचार के मामलों की समीक्षा करेंगे, जो अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति पीओए अधिनियम (संशोधित) के तहत पुलिस या अदालत द्वारा दर्ज और निपटाए गए हैं।
एनसीएससी मैला ढोने में लगे व्यक्तियों के पुनर्वास, अत्याचार के पीड़ितों को मुआवजे के भुगतान के साथ-साथ कानून के अनुसार उपलब्ध अन्य प्रावधानों की भी समीक्षा करेगा। एनसीएससी के अध्यक्ष विजय सांपला 19 मई को दौरा समापन पर पत्रकार वार्ता करेंगे |

सांसद राधा मोहन सिंह ने बापूधाम मोतिहारी और पाटलिपुत्र के बीच एक नई मेमू इंटरसिटी एक्सप्रेस के परिचालन को हरी झंडी दिखाकर किया शुभारंभ

शनिवार को सांसद  राधा मोहन सिंह ने बापूधाम मोतिहारी स्टेशन से बापूधाम मोतिहारी और पाटलिपुत्र के बीच एक नई मेमू इंटरसिटी एक्सप्रेस के परिचालन का Inaugural Special के रूप में हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया । इस अवसर पर  विधायक  श्यामबाबू प्रसाद यादव एवं  सुनील मणि तिवारी उपस्थित थे । इसके साथ ही समस्तीपुर के मंडल रेल प्रबंधक एवं अन्य अधिकारीगण भी इस समारोह में उपस्थित थे ।

दिनांक 16.04.2023 से गाड़ी सं. 15556/15555 बापूधाम मोतिहारी-पाटलिपुत्र- बापूधाम मोतिहारी मेमू इंटरसिटी एक्सप्रेस का नियमित परिचालन किया जायेगा ।

गाड़ी सं. 15556 बापूधाम मोतिहारी-पाटलिपुत्र मेमू इंटरसिटी एक्सप्रेस दिनांक 16.04.2023 से प्रतिदिन बापूधाम मोतिहारी से 06.00 बजे खुलकर 06.08 बजे जीवधारा, 06.20 बजे पिपरा, 06.33 बजे चकिया, 06.45 बजे मेहसी, 07.30 बजे मुजफ्फरपुर, 07.48 बजे रामदयालू नगर, 08.45 बजे हाजीपुर, 09.00 बजे सोनपुर रूकते हुए 09.30 बजे पाटलिपुत्र पहुंचेगी । वापसी में, गाड़ी सं. 15555 पाटलिपुत्र-बापूधाम मोतिहारी मेमू इंटरसिटी एक्सप्रेस दिनांक 16.04.2023 से प्रतिदिन पाटलिपुत्र से 19.00 बजे खुलकर 19.33 बजे सोनपुर, 19.50 बजे हाजीपुर, 20.40 बजे रामदयालू नगर, 20.50 बजे मुजफ्फरपुर, 21.44 बजे मेहसी, 21.57 बजे चकिया, 22.07 बजे पिपरा, 22.17 बजे जीवधारा रूकते हुए 22.30 बजे बापूधाम मोतिहारी पहुंचेगी ।

भाजपा शासित राज्य में दंगे नहीं होते हैं- अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सासाराम और बिहारशरीफ में हिंसक घटनाएं को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है  रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि बिहार में हमारी सरकार बनी तो दंगाइयों को उल्टा लटका कर सीधा कर देंगे उन्होंने दावा किया कि भाजपा शासित राज्य में दंगे नहीं होते हैं

अमित शाह नवादा के हिसुआ इंटर कॉलेज में आयोजित भाजपा की रैली को संबोधित कर रहे थे अमित शाह ने कहा कि मुझे लोकसभा प्रवास के तहत नवादा और इससे पहले सुबह में सम्राट अशोक जयंती समारोह के लिए सासाराम जाना था लेकिन दुर्भाग्य है सासाराम में लोग मारे जा रहे हैं गोलियां चल रही है और मैं जा  भी नहीं सकता मैं यहीं से सासाराम की जनता से क्षमा मांगता हूं और जल्द ही  सम्राट अशोक के सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा और अगले दौर में मैं वहां जरूर जाऊंगा |

देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के नेतृत्व में राष्ट्रीय लोजपा के सांसदों ने शिष्टाचार मुलाकात की।

राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री पशुपति कुमार पारस ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री विश्व के लोकप्रिय नेता आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी से शिष्टाचार मुलाकात की साथ ही राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सभी सांसद एवं विधान पार्षद ने भी मुलाकात कर उनका आशीर्वाद और मार्गदर्शन प्राप्त किया। प्रदेश प्रवक्ता ललन कुमार चंद्रवंशी ने बताया की केंद्रीय मंत्री श्री पारस के नेतृत्व में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व समस्तीपुर सांसद प्रिंस राज, खगड़िया सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, वैशाली सांसद वीना देवी, नवादा सांसद चंदन कुमार, विधान पार्षद भूषण कुमार ने भी देश के यशश्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी से शिष्टाचार मुलाकात की।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ओ.बी.सी समाज का अपमानित करने का कोई हक नहीं- श्री पारस

राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री  पशुपति कुमार पारस ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को तथ्यों से परे और मनगढ़ंत आरोप लगाने की आदत है। 2019 लोकसभा चुनाव के पहले राहुल ने राफेल के नाम पर देश को भ्रमित करने की कोशिश की, जिसको लेकर  सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई और राहुल गांधी को मनगढ़ंत आरोप के लिए बिना शर्त माफी माँगनी पड़ी थी।

आगे श्री पारस ने कहा कि राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है, अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने पूरे पिछड़ा (ओ.बी.सी) समाज का अपमान किया, समाज और कोर्ट के द्वारा बार-बार समझाने और माफी माँगने के विकल्प को भी उन्होंने नजरअंदाज किया और लगातार पिछड़ा समाज की भावना को ठेस पहुँचाई। सूरत कोर्ट ने राहुल को पिछड़ा समाज के प्रति उनके आपत्तिजनक बयान के लिए सजा सुनाई है, परंतु राहुल व कांग्रेस पार्टी अभी भी अपने अहंकार के चलते लगातार अपने बयान पर अड़े हुए है एवं निरंतर पिछड़ा समाज की भावनाओं को आहत कर रहे हैं, पूरा पिछड़ा (ओ.बी.सी) समाज प्रजातांत्रिक ढंग से राहुल से इस अपमान का बदला लेगा।
इसकी जानकारी प्रदेश प्रवक्ता ललन कुमार चन्द्रवंशी ने दी।

केन्द्रीय मंत्री पारस ने राघोपुर में अस्पताल खुलवाने के लिए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लिखा पत्र।

राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री पशुपति कुमार पारस दिनांक 19 मार्च 2023 को राघोपुर में विकास योजनाओं की शुरूआत के लिए राघोपुर क्षेत्र में दौरा किया था। केन्द्रीय मंत्री श्री पारस ने जनसभा को संबोधित करते हुए राघोपुर के जनता से कहा था कि राघोपुर में स्वास्थ्य सुविधा को बढ़ाने के बिहार के स्वास्थ्य मंत्री श्री तेजस्वी यादव को पत्राचार के माध्यम से अवगत कराउगाँ, तथा राघोपुर में अस्पताल खोलने की बातचीत किया जायेगा। उसी क्रम में आज केन्द्रीय मंत्री श्री पारस ने बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी यादव जी को पत्र के माध्यम से जुड़ावनपुर, राघोपुर में एक सरकारी अस्पताल खुलवाये जाने की दिशा में समुचित कारवाई के लिए पत्र लिखा। पारस ने अपने दौरे में आगे कहा था कि इस क्षेत्र में कोई भी केन्द्रीय बैंक नहीं होने के कारण यहां के लोगों को वित्तीय लेन-देन में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है इसलिए बैंक खुलवाने की दिशा में भी बातचीत किया जा रहा है तथा साथ ही कहा कि राघोपुर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार से बातचीत किया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि करोना काल के बाद जो ट्रेन बंद हो गया था उन ट्रेन को चलाने के लिए वह रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी से दिल्ली में बात कर शीघ्र चालू कराने के लिए कोशिश कर रहा हूँ। प्रदेश प्रवक्ता ललन कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि श्री पारस ने आगे कहा कि ट्रेन चलाने का मामला हो या फिर अन्य सुविधा हो उनकी कोशिश होगी कि उनके इलाके में हर तरह की सुविधा मिले, वहीं केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि कई मांगे रखी गई है जिसको लेकर वह केंद्र सरकार से बात करेंगे और इसके अलावा उन्होंने युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले इसके लिए वह प्रयास करेंगे उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में हाजीपुर और तमाम जो दियारा क्षेत्र है, उसको कैसे विकास हो इसके लिए वह लगातार प्रयासरत है।

विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस पर भारतीय मानक ब्यूधरो पटना ने चलाया डोर टू डोर जागरूकता अभियान

भारतीय मानक ब्यू रो, पटना शाखा कार्यालय, पाटलीपुत्रा औद्योगिक प्रांगण, पटना द्वारा आज विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस– (15 मार्च 2023) (बीआईएस गुणवत्ता कनेक्ट अभियान 3.0) के अवसर पर डोर टू डोर जागरूकता अभियान के तहत बिहार औद्योगिक संघ (बीआईए) एवं सीपेट हाजीपुर से लगभग 500 वोलेंटियर्स को फलैग ऑफ कर रवाना किया गया। वोलेंटियर्स ने लोगों को मानक ब्यूभरो के विभिन्नय गतिविधियों एवं असली एवं नकली आई.एस.आई मार्क की दी जानकारी।
डोर टू डोर जागरूकता अभियान की शुरूआत पटना में बिहार औद्योगिक संघ (बीआईए) के अध्यटक्ष एवं भारतीय मानक ब्यूयरो के पटना शाखा कार्यालय के निदेशक एवं प्रमुख एस. के. गुप्ता एवं जितेश कुमार, वैज्ञा. बी एवं सीपेट हाजीपुर में संजय कुमार चौधरी, निदेशक और प्रमुख, सिपेट एवं पटना शाखा कार्यालय के वैज्ञानिक-डी वी. के. गौरव एवं वैज्ञानिक- बी नीरज कुमार महतो द्वारा किया गया।

विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के मद्देनजर वोलेंटियर्स अवसर पर घर-घर जाकर मानक ब्यूवरो के विभिन्नक गतिविधियों जैसे अनिवार्य उत्पा दों पर प्रमाणन (आई.एस.आई.) मार्क, हॉलमार्क एवं इलेक्ट्रॉ निक उत्पा दों पर रजिस्ट्रेअशन मार्क के बारे में जानकारी दी । लोगों को असली एवं नकली आई.एस.आई मार्क पहचानने की जानकारी भी उपलब्धा करायी। इसके साथ ही ‘बीआईएस केयर एप’ एवं ‘अपने मानक को जानें’ की जानकारी दी। साथ ही भारतीय मानक ब्यूारो के बेबसाईट के बारे में जानकारी दी ताकि बीच जागरूकता पैदा हो।