सरकारी विद्यालयों में अब शिक्षकों की कमी नहीं रहेगी -मुख्यमंत्री

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के समक्ष 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षा विभाग ने पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना आधारभूत संरचना सहित) एवं प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति की अद्यतन स्थिति से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया।


बैठक में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री संजय कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से उच्च माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी पंचायतों को उच्च माध्यमिक विद्यालय से आच्छादित करने का निर्णय लिया गया था, जिसके तहत 6421 पंचायतों को उच्च माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायत के रूप में चिन्हित करते हुए 6421 उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की जा चुकी है। सभी पंचायतों में 9वीं एवं 10वीं की पढ़ाई शुरु हो गई है। इन विद्यालयों में उन्नयन योजना के तहत स्मार्ट क्लास के माध्यम से पाठ्यक्रम के अनुरुप ई-कॉन्टेंट विकसित कर वर्ग संचालन की व्यवस्था की गई है। राज्य में अब कुल 9360 उच्च माध्यमिक विद्यालय स्थापित हैं। इन विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति एवं आवश्यक आधारभूत संरचना का निर्माण चरणवार किया जा रहा है।                  अपर मुख्य सचिव शिक्षा ने प्रारंभिक विद्यालयों में छात्र/छात्राओं की संख्या प्रारंभिक विद्यालयों में कुल कार्यरत शिक्षकों की संख्या प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति, शारीरिक शिक्षक एवं स्वास्थ्य अनुदेशक की नियुक्ति, माध्यमिक / उच्च माध्यमिक शिक्षक नियुक्ति, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्ति से संबंधित अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत शिक्षक और छात्रों का अनुपात 1:40 निर्धारित किया गया है, जिस मानक पर राज्य अब लगभग गया है।


प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सड़क, स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए। बड़ी संख्या में प्राथमिक विद्यालय एवं मध्य विद्यालय की स्थापना की गई। विद्यालय भवनों का निर्माण स्थानीय स्तर पर विद्यालय शिक्षा समितियों द्वारा किया गया, इससे लोगों को रोजगार मिला साथ ही स्थानीय स्तर पर बिजनेस को भी बढ़ावा मिला।

मुख्यमंत्री  कहा कि एक रिपोर्ट में यह बात सामने आयी कि लड़कियां शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर घटेगा। उसी के आधार पर हर पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय बनाने का हमलोगों ने निर्णय लिया ताकि लड़कियां इंटर तक की पढ़ाई कर सकें। सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की गयी है। इससे अब छात्र/छात्राओं को अपने पंचायत में ही उच्च माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा मिल सकेगी। छात्राओं का शैक्षणिक स्तर बढ़ने से प्रजनन दर में और कमी आयेगी। जब हमलोगों ने काम संभाला था तो राज्य का प्रजनन दर 4.3 था जो घटकर अब 3 पर आ गया है।

मुख्यमंत्री ने  कहा कि लड़कियों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हमलोगों ने मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना और मुख्यमंत्री बालिका साईकिल योजना चलायी। मैट्रिक की परीक्षा में लड़कियों की संख्याअब लड़कों से अधिक हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय के आधारभूत संरचना निर्माण कार्य में तेजी लाएं। जहां शिक्षकों की कमी है वहां शिक्षक की बहाली जल्द हो ताकि बच्चों को पठन-पाठन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी,मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री संजय कुमार सहित शिक्षा विभाग के अन्य वरीय अधिकारी जुड़े हुए थे।

मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री • आवास योजना ग्रामीण एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना की कार्य प्रगति की समीक्षा की

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना की कार्य प्रगति की समीक्षा की।


बैठक में ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री अरविन्द कुमार चौधरी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत अब तक स्वीकृत आवास पूर्ण आवास एवं लंबित आवासों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत अब तक 26 लाख 94 हजार 118 आवास स्वीकृत किये जा चुके हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण को पूर्ण करने के मामले में देश में बिहार तीसरे स्थान पर है। देश में इस योजना के पूर्ण करने का राष्ट्रीय औसत लगभग 78 प्रतिशत है जबकि बिहार का लगभग 86 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत अब तक 13 हजार 199 आवास स्वीकृत किये जा चुके हैं, जिसमें 8,753 पूर्ण हो चुके हैं। मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना के लाभुकों के संबंध में भी उन्होंने जानकारी दी।


बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत आवास निर्माण कार्य में तेजी लायें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत जिन लाभार्थियों का आवास स्वीकृत हो चुका है और उनके पास अपनी जमीन नहीं है उन्हें मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना के तहत 60 हजार रुपये की राशि भूमि खरीदने के लिए मदद दी जा रही है। इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोग उठा पायें इसको लेकर प्रचार प्रसार करें। कोई भी योग्य लाभुक इससे वंचित नहीं रहे, इसका आकलन करायें।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों का उद्देश्य है कि सभी योग्य लाभुकों का आवास बनना चाहिए, कोई भी छूटे नहीं। जमीनी स्तर पर निरंतर इसकी समीक्षा करते रहें। उन्होंने कहा कि जल-जीवन- हरियाली अभियान के अन्तर्गत सार्वजनिक आहर, पईन, पोखर को अतिक्रमणमुक्त कराने के दौरान जो परिवार आश्रयहीन हो गये हैं, उन्हें भी शीघ्र आवास योजना / मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय सहायता योजना का लाभ दिलायें ।


बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, विकास आयुक्त श्री अतुल प्रसाद, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री अरविन्द कुमार चौधरी जुड़े हुए थे।

पारस गुट 1 सीट जदयू 11 भाजपा 12 सीटों पर एमएलसी चुनाव लड़ेगी

न्यूज़ डेस्क – बिहार विधान परिषद की स्थानीय निकाय कोटे की 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के बीच सीटों का बटवारा हो गया ,जदयू 11 भाजपा 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार को उतारेगी  हालांकि भाजपा अपने कोटे में से 1 सीट रालोजपा को देंगी |

भाजपा ने अपने सिटिंग सीट  मधुबनी  जदयू के लिए छोड़ दी है बदले में उसके हिस्से की  वैशाली की सीट आई है जिसे उसने रालोजपा को दे दिया है |सीटों पर समझौते की घोषणा करते हुए भूपेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार प्रतिबद्धता के साथ बिहार का विकास कर रही है उन्होंने कहा कि हमारी आज मुख्यमंत्री से वार्ता हुई है और आपसी सहमती से भाजपा 12 सीटों पर और जदयू ११ सीटों पर चुनाव लड़ेगी |


संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बिहार बीजेपी के तरफ से बिहार BJP प्रभारी भूपेन्द्र यादव,प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल,डिप्टी CM तारकिशोर प्रसाद एवं जेडीयू की तरफ से शिक्षा मंत्री विजय चौधरी और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा शामिल हुए।


विधानपरिषद की खाली 24 सीटों पर भाजपा 12 और जदयू 11सीट पर अपना उम्मीदवार देगी जबकि 1 सीट पर लोजपा पारस गुट अपना प्रत्याशी देगी।


बीजेपी कोटे की सीट
1-रोहतास
2-औरंगाबाद
3-सारण
4-सिवान
5-दरभंगा
6-पूर्वी चंपारण
7-किशनगंज
8-कटिहार
9-सहरसा
10-गोपालगंज
11-बेगूसराय
12-समस्तीपुर और वैशाली।
वैशाली सीट लोजपा के खाते में जायेगी।


जदयू कोटे की सीट– 
1-पटना
2-भोजपुर
3- गया
4-नालंदा
5-मुजफ्पऱपुर
6-प.चंपारण
7-सीतामढ़ी
8- भागलपुर
9- मुंगेर
10-नवादा
11-मधुबनी

सभी परियोजनाओं को तेजी से पूर्ण करें ताकि लोगों को आवागमन में और सहूलियत हो सके- मुख्यमंत्री

 न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में पथ निर्माण विभाग की विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं की कार्य प्रगति की समीक्षा की।

अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण श्री प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से महत्वपूर्ण परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने सत्तर घाट पुल, बख्तियारपुर – ताजपुर प्रोजेक्ट, जे०पी० गंगा पथ, मीठापुर टू करबिगहिया फ्लाइओवर के कार्य प्रगति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। अपर मुख्य सचिव ने बिहटा सरमेरा रोड, अटल पथ, मीठापुर महुली एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट, कच्ची दरगाह – बिदुपुर 6 लेन गंगा ब्रिज के निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने सात निश्चय पार्ट-2 के तहत सुलभ संपर्कता के संबंध में भी जानकारी दी।

एन0एच0ए0आई0 के क्षेत्रीय पदाधिकारी ने बिहार में चल रही तथा शुरु की जानेवाली महत्वपूर्ण परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने दानापुर – बिहटा एलिवेटेड कॉरिडोर, राम जानकी पथ, अमटा सिमरिया 6 लेन ( एन0एच0-31), पटना-गया डोभी रोड, जे०पी० सेतु के समानांतर पुल, बिक्रमशिला सेतु आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आवागमन को सुगम बनाने के लिये राज्य में कई सड़कों एवं पुलों का निर्माण किया गया है तथा कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि सभी परियोजनाओं को तेजी से पूर्ण करें, इससे लोगों को आवागमन में और सहूलियत होगी। साथ ही इससे बिहार आनेवाले पर्यटकों को राज्य के विभिन्न पर्यटक स्थलों पर जाने में सहूलियत होने के साथ-साथ समय की भी बचत होगी। उन्होंने कहा कि सात निश्चय – 2 के अतंर्गत सुलभ संपर्कता को बढ़ाने के लिए तेजी से काम करें।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पथ निर्माण मंत्री श्री नितिन नवीन, अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण श्री प्रत्यय अमृत, अध्यक्ष बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड श्री पंकज कुमार पाल सहित अन्य वरीय अधिकारीगण जुड़े हुए थे।

राज्यपाल फागु चौहान ने गाँधी मैदान ,नीतीश कुमार और तेजप्रताप यादव ने अपने अपने सरकारी आवास में फहराया तिरंगा

न्यूज़ डेस्क –  73 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर बिहार के गांधी मैदान में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने झंडोत्तोलन किया

और परेड की सलामी ली इस दरमियान सभी विभागों के द्वारा झांकियां भी निकाली गई

 

ऐतिहासिक गांधी मैदान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे

इसके पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक अन्य मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास में झंडोत्तोलन किया

और परेड की सलामी भी ली

इधर राजद के विधायक तेज प्रताप यादव अपने सरकारी आवास पर झंडोत्तोलन किया

इस दरमियान विधायक आलोक कुमार मेहता सहित कई अन्य राजद के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे

जदयू के स्वैच्छिक सहयोग राशि संग्रह अभियान का शुभारंभ

न्यूज़ डेस्क – बिहार प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में आज पूरे बिहार में जदयू के स्वैच्छिक सहयोग राशि संग्रह अभियान का भव्य शुभारंभ हुआ। पटना स्थित प्रदेश मुख्यालय में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने इस अभियान का शुभारंभ किया, जहां बड़ी संख्या में दल के साथियों, शुभचिन्तकों एवं समर्थकांे ने उन्हें अपने-अपने योगदान का चेक सौंपा।

इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष के साथ भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चौधरी, विधान पार्षद श्री संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, विधान पार्षद एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री ललन सर्राफ, राष्ट्रीय सचिव श्री रवीन्द्र सिंह, मुख्यालय महासचिव श्री मृत्युन्जय कुमार सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी मौजूद रहे। इसके साथ ही सभी जिलों में भी जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी एवं जिला संग्रह प्रभारी की उपस्थिति में इस अभियान का शुभारंभ हुआ। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का खास ध्यान रखा गया।


प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने इस मौके पर कहा कि पूरे बिहार में दल के साथियों, शुभचिन्तकों एवं समर्थकांे ने इस अभियान को लेकर जो उत्साह दिखाया है, उससे मैं अभिभूत हूँ। हम सबके नेता माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू ने न्याय के साथ विकास को संभव करके दिखाया है। हमारे नेता ने बिहार का पुराना गौरव लौटाया है। जदयू के सभी कार्यकर्ताओं का दायित्व बनता है कि अपने नेता और अपनी पार्टी को मजबूती प्रदान करें।
श्री कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के विस्तार एवं मजबूती प्रदान करने के लिए जरूरी है कि पार्टी आर्थिक रूप से भी सुदृढ़ हो। हमें जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाना है। इन लक्ष्यों को ध्यान में रखकर हमने वरिष्ठ नेताओं एवं समर्पित साथियों को विशेष प्रभार दिया है। हमें पूर्ण विश्वास है कि इस अभियान को ऐतिहासिक सफलता मिलेगी।


प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री ललन सर्राफ ने इस मौके पर कहा कि अभियान की शानदार शुरूआत के लिए दल के साथी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान जिलों के साथ ही प्रखंडों और पंचायतों में भी चलेगा। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार में आस्था रखने वाले सभी साथी इस पूर्णतः स्वैच्छिक अभियान में अपना योगदान दे सकते हैं।

न्यूज़ डेस्क – मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार आज पुलिस लाइन मैदान में राज्य में पूर्ण नशामुक्ति, दहेज प्रथा उन्मूलन एवं बाल विवाह मुक्ति हेतु चलाए जा रहे समाज सुधार अभियान में शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में आप सबों कीउपस्थिति के लिए आप सबको धन्यवाद देता हूं और बधाई देता हूं कि आपलोगों ने समाज सुधार अभियान कार्यक्रम में भाग लिया है। हम न्याय के साथ विकास का काम कर रहे हैं। आपने 24 नवंबर 2005 से हमलोगों को काम करने का मौका दिया और उस समय से सबको आगे बढ़ाने के लिए काम करना शुरु किया। जो हालात उन दिनों के थे, उससे सभी परिचित हैं। शाम होते ही कोई घर से बाहर नहीं निकलते थे। महिलाएं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक, अतिपिछड़े वर्ग के लिए काम करने के साथ-साथ हाशिए पर के लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए विशेष पहल की गई। क्या हालत थी,महिलाओं को कुछ काम नहीं मिलता था । कितनी परेशानी होती थी, बच्चियों को पढ़ने में कितनी दिक्कतें आती थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2006 में होने वाले पंचायत चुनाव में महिलाओं के लिए हमने एक कानून बनाया, जिसमें तय किया कि 50 प्रतिशत का आरक्षण महिलाओं के लिए दिया जाएगा और हमलोगों ने दिया। ऐसा करने वाला बिहार देश का पहला राज्य बना। अगले साल नगर निकाय चुनाव होने वाला था तो उसके लिए भी हमलोगों ने महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया। क्या हालत थी बेटियों की अपनी बेटियों को लोग आगे पढ़ा नहीं सकते थे। 5वीं कक्षा के बाद उसको जो कपड़ा चाहिए था, वो देने की स्थिति में लोग नहीं थे, जिसकी वजह से बहुत कम लड़के-लड़की ही आगे पढ़ पाते थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 से हमलोगों ने पोशाक योजना की शुरुआत की। हमलोगों ने साइकिल योजना की भी शुरुआत की। जब साइकिल योजना की शुरुआत की तो कुछ लोगों ने मेरा मजाक उड़ाते हुए कहा था कि लड़की साइकिल चलाएगी तो रास्ते में लोग तंग करेंगे। हमने हंसते हुए कहा कि एक आदमी की हिम्मत नहीं है कि लड़की साइकिल चलाएगी तो कोई उसको तंग करेगा। उसके बाद लड़कों ने भी साइकिल की मांग करना शुरु किया तो उनके लिए दो-तीन साल बाद हमलोगों ने साइकिल योजना की शुरुआत की। आप देख लीजिए कितनी बड़ी संख्या में लड़कियां आगे आने लगीं और पढ़ाई करने लगीं। पहले लड़की कम पढ़ती थीं लेकिन पिछले साल मैट्रिक की परीक्षा में लड़कों से 200-300 ज्यादा लड़की पूरे बिहार में परीक्षार्थी थीं। जीविका समूह के माध्यम से महिलाओं में जागृति लायी जा रही है। पहले महिलाएं सिर्फ घर का काम करती थीं, कहीं-कहीं खेतों में भी जाकर काम करती थीं लेकिन उनके बारे में कोई खास ध्यान नहीं था। जब हमलोगों ने काम करना शुरू किया तो देखा कि महिलाएं भी अगर काम करेंगी तो परिवार की आमदनी बढ़ेगी। सरकारी सेवाओं में भी हमलोगों ने आरक्षण दिया। पुलिस बल में हमलोगों ने आरक्षण देने का काम किया। महिलाओंके उत्थान का नतीजा है कि आज बिहार में 25 हजार से अधिक महिलाएं पुलिस बल में हैं। पुलिस बल में जितनी महिलाएं अब बिहार में हैं उतना देश के किसी भी राज्य में नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में उस समय बेहतर ढंग से स्वयं सहायता समूह गठित नहीं था। हमने वर्ल्ड बैंक से कर्ज लेने का निर्णय लिया। हमने इसका नामकरण किया जीविका समूह दिया। महिलाओं में इससे कितनी जागृति आयी है। हमलोगों का 10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का लक्ष्य था। अब तो 10 लाख के लक्ष्य को भी पूरा कर लिया गया है। 1 करोड़ 30 लाख से अधिक महिलाएं इससे जुड़ गई हैं। जब वर्ष 1977 में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने शराबंदी लागू की थी लेकिन दो-ढाई साल बाद इसे खत्म कर दिया गया। 9 जुलाई 2015 को पटना में जीविका का एक कार्यक्रम था। हम अपनी बात बोलकर बैठ रहे थे तभी नीचे से महिलाओं ने शराबबंदी को लेकर आवाज उठाना शुरु कर दिया। उसके बाद मैं वापस माइक पर आया और कहा कि फिर अगर आपलोगों ने सेवा का मौका दिया तो शराबबंदी लागू करेंगे। बिहार की जनता ने पुनः हमलोगों को काम करने का मौका दिया और हमने 20 नवंबर को शपथ ली।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार में आते ही 1 अप्रैल 2016 को पहले ग्रामीण इलाके में देशी और विदेशी शराब पर हमलोगों ने रोक लगायी, जबकि शहरी इलाकों नगर निगम और नगर परिषद में विदेशी शराब बंद नहीं करने का निर्णय लिया था। हमने सोचा गांव में इतना अभियान चलाए हैं और शहर में नहीं चलाए हैं तो बाद में इसको हम देखेंगे लेकिन शहरों में महिलाएं, युवक-युवतियों, कई जगहों पर पुरुषों ने भी शराब की आवंटित दुकानों के खोले जाने पर कड़ा विरोध जताया। इसके बाद 5 अप्रैल 2016 को राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी। एक जगह पर एक महिला ने अपनी आप बीती सुनाई कि मेरे पति काम से लौटते थे दारू पीकर आते थे, मारपीट करते थे, हंगामा करते थे, परिवार में सभी को बुरा लगता था, देखने में खराब लगते थे। अब जब शराबबंदी हो गई तो बाजार से सब्जी लेकर आते हैं और घर में आते हैं तो मुस्कुराते हैं। अब देखने में अच्छे लगते हैं, कितना बड़ा परिवर्तन हुआ है। जब भी कोई काम कीजिएगा तो कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते हैं इसलिए निरंतर अभियान चलाते रहने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि समाज सुधार अभियान जारी रखना है। शराब पीना बुरी चीज है। अगर पीना नहीं छोड़ोगे तो कोई गलत शराब पिला देगा। बापू ने देश को आजाद कराया। शराब के वे कितना खिलाफ थे। बापू ने कहा था- शराब न सिर्फ आदमी का पैसा बल्कि बुद्धि भी हर लेती है। शराब पीने वाला इंसान हैवान हो जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पूरी दुनिया का वर्ष 2016 से 2018 तक सर्वेक्षण कराया और 2018 में ही रिपोर्ट को प्रकाशित किया। उस रिपोर्ट में बताया गया है कि शराब पीने से दुनिया में एक साल में 30 लाख लोगों की मृत्यु होती है यानि दुनिया में जितनी मृत्यु हुई है उसका 5.3 प्रतिशत मौत शराब पीने से हुयी है। 20 से 39 आयु वर्ग के लोगों में 13.5 प्रतिशत मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। शराब के सेवन से 200 प्रकार की बीमारियां आती हैं, जबकि 18 प्रतिशत लोग शराब पीने से आत्महत्या कर लेते हैं। मधुमेह, डायबिटिज जैसी अनेक बीमारी शराब पीने से होती है। शराब पीने के कारण 18 प्रतिशत आपसी झगड़े होते हैं। शराब पीने से दुनिया भर में 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं हैं। शराब इतनी बुरी चीज है इसके संबंध में विज्ञापन के जरिए भी लोगों को जानकारी दी जा रही है, उस पर भी गौर कीजिएगा। एक-एक घर तक पहुंचा दिया जाएगा, लोगों को इसके प्रति सचेत कीजिए। दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी कुरीतियों के उन्मूलन तथा नशामुक्ति को लेकर सामाजिक जागरूकता अभियान निरंतर चलता रहेगा तभी मुक्ति मिलेगी। जब तक कोई लिखकर नहीं देगा कि शादी में दहेज नहीं लिया है तब तक मैं किसी भी शादी में नहीं जाएंगे। अब आप भी इसको कीजिएगा तो निश्चित तौर पर दहेज प्रथा से मुक्ति मिल जाएगी। कॉल सेंटर मेंजहां औसतन 70-80 कॉल प्रतिदिन आते थे, अब बढ़कर 190 से 200 कॉल आ रहे हैं। महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में भी जागृति आनी चाहिए। हमने अपने साथियों से भी कहा है कि हमने अभियान की शुरुआत की है, इसका मतलब ये नहीं कि जहां जाएंगे वहीं अभियान है बल्कि ये निरंतर इस अभियान को जारी रखना है। आप सबलोगों से हम आग्रह करने आए हैं कि समाज सुधार के लिए जागृति लाने के लिए निरंतर लगे रहिएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का तीसरे लहर का प्रकोप बढने लगा है, जिसमें सबसे अधिक पटना और दूसरे नंबर पर गया है। दो लाख पौने दो लाख रोज कोरोना की जांच करवा रहे थे, रिपोर्ट निगेटिव आता था लेकिन इधर पॉजिटिव रिपोर्ट बहुत आने लगा है। कल हम जनता दरबार में थे सभी को जांच कराया जाता है उसके बाद अंदर बैठने दिया जाता है। कल 188 लोग आए उसमें से 8 लोग पॉजिटिव निकल गए। 7-8 आदमी खाने खिलाने वाले लोगों में 5 लोग और सुरक्षा में रहने वाले 8-10 पॉजिटिव निकल गए इसलिए आपलोग सचेत रहिए। हम जब यहां से लौटकर 7 बजे शाम में सारा रिपोर्ट मंगवाएंगे उसके बाद कल इस पर क्या करना है, क्या नहीं करना निर्णय लिया जाएगा। कोविङ-19 के बारे में तो हमलोग 2020 में जाने। उन्होने कहा कि अब एक ओमिक्रोन आ गया है। अब उसकी जांच की जा रही है। उसके जांच की भी हमलोगों ने तय किया कि पटना में जांच होगी। इस तरह की चीजों से सजग एवं सतर्क रहना है। जैसे हमलोगों ने शराबबंदी लागू कर अभियान चलाया है, उसके बाद बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ भी अभियान चलाया। उन्होंने कहा की लड़कियों की 18 से कम उम्र में शादी होती है तो वे कई बीमारियों की शिकार हो जाती हैं। केंद्र सरकार ने यह प्रस्ताव लाया है कि लड़कियों की शादी अब 18 साल की बजाए 21 साल में किया जाए। बाल विवाह बहुत बुरी चीज है। बाल विवाह की शिकार महिलाएं कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो जाती हैं और उनसे जो बच्चे पैदा होते हैं उनकी उंचाई कम होती है और तरह-तरह की बीमारियों से भी घिर जाते हैं। दहेज के चक्कर में कितनी लड़कियों को आत्महत्या करनी पड़ती है। कितने लोगों की हत्या की गई है। कितनी ज्यादा परेशानी हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग विकास का काम कर रहे हैं। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किये जा रहे हैं। सिर्फ निर्माण कराना ही नहीं है बल्कि उसको मेंटेन भी रखना है। गांव और शहर में न्याय के साथ हमलोग विकास कर रहे हैं। किसी की अवहेलना नहीं की जा रही है लेकिन उसके साथ-साथ समाज सुधार करना और अभियान चलाते रहना है। जब समाज सुधार अभियान चलेगा, तभी हमारा विकास हो पाएगा। समाज सुधार के लिए निरंतर अभियान चलाते रहिए, यही आप से आग्रह करने आए हैं। समाज में कोई किसी भी धर्म के मानने वाले लोग हैं सबका सम्मान करना चाहिए। समाज सुधार के साथ प्रेम-भाईचारे का माहौल कायम रखिए तभी देश और राज्य का विकास हो पाएगा। इस बात के लिए आपलोगों को हृदय से धन्यवाद देता हूं। कार्यक्रम को गया जिले के प्रभारी सह उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, अरवल जिले के प्रभारी सह कृषि मंत्री श्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, औरंगाबाद जिले के प्रभारी सह खान एवं भूतत्व मंत्री श्री जनक राम, मंत्री मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन श्री सुनील कुमार, मंत्रीअनुसूचित जाति / जनजाति कल्याण, लघु जल संसाधन सह जहानाबाद जिले के प्रभारी मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक श्री एस0के0 सिंघल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री चैतन्य प्रसाद, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री के०के० पाठक ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर आयोजित जनसभा को लेकर बने मंच पर आयुक्त मगध प्रमंडल श्री मयंक बरबड़े ने पौधा जबकि स्थानीय नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवंपुष्प गुच्छ भेंटकर उनका अभिनंदन किया। नशामुक्ति पर आधारित गीत का गायन कर जीविका दीदियों ने जनसभा में उपस्थित लोगों को जागरूक किया। कार्यक्रम की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्टॉलों पर लगाए गए प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने गया जिला प्रशासन द्वारा जल-जीवन- हरियाली अभियान से संबंधित प्रकाशित कराई गई त्रैमासिक बुलेटिन (पुस्तिका) के तृतीय संस्करण तथा लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम पर आधारित पुस्तिका समाधान की कहानी, परिवादी की जुबानी वर्ष 2022 का विमोचन किया।

मुख्यमंत्री ने औरंगाबाद, गया, नवादा, अरवल एवं जहानाबाद जिले के सतत् जीविकोपार्जन योजना के 5,089 लाभार्थियों हेतु श्रीमती उर्मिला देवी एवं श्रीमती कलावती देवी को 6.72 करोड़ रुपये का डमी चेक प्रदान किया। विभिन्न बैंकों द्वारा कैश क्रेडिट लिमिट के माध्यम से 7454 स्वयं सहायता समूहों को 231.35 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद से संबंधित चेक, जल-जीवन- हरियाली अभियान के अंतर्गत नवसृजित 41 सार्वजनिक जलाशयों के रखरखाव एवं प्रबंधन हेतु जीविका दीदियों को 1.58 करोड़ रुपये की राशि से संबंधित डमी चेक प्रदान किया गया। जीविका एवं कृषि विभाग के साथ समन्वय से जीविका संपोषित संकूल स्तरीय संघों को कुल 63 कस्टम हायरिंग सेंटर की चाभी लाभुकों को प्रदान की गई।

कार्यक्रम के दौरान जीविका दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत औरंगाबाद जिले के रफीगंज प्रखंड की श्रीमती शिकांति देवी के पति ताड़ी का व्यवसाय कर रहे थे। एक दिन छत से गिरने से उनकी मौत हो गई। इसके बाद जीविकोपार्जन की समस्या खड़ी हो गई। उसके बाद सतत् जीविकोपार्जन योजना का लाभ लेकर हमने ठेला निकलवा लिया और आज की तारीख में अपने व्यवसाय को बढ़ाकर परिवार को खुशी-खुशी पालन पोषण कर रहे हैं। हमलोग किसी भी कीमत पर शराब नहीं बिकने देंगे और न ही नीतीश भईया का सर झुकने देंगे।

गया के मोहनपुर की रहने वाली कलावती देवी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरे पति के गिरने से वो चलने फिरने में असमर्थ हो गए, जिससे बहुत परेशानी हो गई। काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसी बीच जीविका की दीदी आयीं और उन्होंने कहा कि दारु का धंधा छोड़ दीजिए हम आपके रोजगार के लिए व्यवस्था करेंगे। उसके बाद हमने मीटिंग में बैठक लिया उसके बाद जीविका समूह के माध्यम से 10 हजार रुपये दुकान बनाने के लिए और 20 हजार दुकान खोलने के लिए उपलब्ध कराया । मेरा व्यवसाय चलने लगा, आज की तारीख में मैं अपने बाल बच्चों को पालन पोषण कर रही हूं। अपने पति के लिए साईकिल खरीद दिया और कहा कि किसी तरह से घूम-घूमकर सर्फ बेचिए, तीन किलो तक सर्फ बेच देते हैं जिससे कुछ आमदनी उनको भी हो जाती है। अब वो शराब नहीं पीते हैं। घर के हालात पहले से ज्यादा बदल गया है। नीतीश भईया को इसके लिए धन्यवाद देती हूं।

नवादा जिले की रहने वाली जबीहा खातून के पति के छत से गिरने से मौत हो गई। मेरे पति के निधन के बाद मेरे पास कफन के लिए भी पैसे नहीं थे। गांव के लोगों ने मुझे सहयोग दिया तब किसी तरह कुछ हो पाया। एक दिन ऐसा आया कि घर में खाने के लिए कुछ भी नहीं था। बहुत परेशान थी। जीविका दीदियां मेरे पास आयीं और मुझे 100 रुपये दिया कहा कि आज किसी तरह से बच्चों को कुछ खिलाइये और कल आप मीटिंग में आईये । जीविका समूह के सहयोग से सिलाई मशीन दिलाया और अब मैंने राशन दुकान भी खोल लिया है, मनिहारी के दुकान को खुलवा दिए हैं। मेरे चार बच्चे हैं उनको अच्छा से पढ़ाई करा रही हूं। मेरा परिवार अब बहुत ही खुशहाल तरीके से जीवन बसर करने लगा है।•अरवल जिले की रहने वाली श्रीमती कंचन दीदी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरे पति मजदूरी करते हैं। दहेज प्रथा को लेकर मैं बहुत चिंतित रहती थी। फिर मैं दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए निकल पड़ी और घर-घर जाकर लोगों को समझाने का काम किया करती हूं। हर किसी से कहती हूं कि अपनी बच्चियों को कम उम्र में शादी न करें, इससे आपकी बेटी को काफी परेशानी होती है, उनसे होने वाले बच्चों कुपोषण के शिकार होते हैं। शुरुआती दौर में तो थोड़ी परेशानी हुई, मगर अब बहुत लोगों ने मेरी बातों को मानकर बाल विवाह करना रोक दिया है। इसके अलावा दहेज लेने वालों को कहती हूं कि आप अपनी बेटियों को पढ़ाईये, जो दहेज के रुप में पैसे की मांग करते हैं उनसे कहती हूं कि बेटी को पढ़ाया, लिखाया फिर दहेज मत लीजिए। हमलोगों के समूह की सुशीला दीदी ने बाल विवाह करने के लिए अपनी बेटी की शादी तय कर दी। उसके बाद उनसे हमलोगों ने कहा कि आपकी बेटी बहुत छोटी है। बेटी की सही उम्र होने दीजिए, आपकी बेटी अभी छोटी है इसलिए शादी की तारीख को आगे बढ़ा लीजिए, हमलोगों ने कहा तो वो बात मान गई। मैं जब से जीविका समूह से जुड़ी आज मैं किसी परिचय की मोहताज नहीं हूं। साथ ही अरवल जिले के 65 पंचायतों को शराब मुक्त बनाकर रहूंगी।

जहानाबाद के मखदूमपुर के टेहटा की रहने वाली मीना दीदी ने कहा कि जीविका से पहले मैं कुछ नहीं थी। मेरी ताड़ी की दुकान थी। शराबबंदी के बाद ताड़ी की दुकान बंद हो गई और खाने-पीने के लाले पड़ गए। इसके बाद मैंने सिलाई का काम करने लगी। जीविका समूह जुड़कर मुझे लाभ हुआ और मुझे सतत् जीविकोपार्जन का लाभ लेते हुए मुझे सिलाई से मशीन खरीदवाया और दुकान बनवाया साथ ही 7 हजार रूपये प्रतिमाह लाभ दिया गया। मैंने जमकर मेहनत किया और आज मेरे पास 4 मशीन हो गई है। एक समय था दूसरे के यहां मजदूरी कर रही थी और आज मैं अपने अलावे तीन दीदियों को अपने दुकान पर काम करवा रही हूं। कोरोना के दौरान सब कुछ ठप पड़ गया मगर इस लॉकडाउन के दौर में मास्क सिलाई का काम किया, जिससे मेरी आर्थिक स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ा। मेरे पति ने शराबबंदी होने के बाद शराब पीना छोड़ दिए हैं और मेरे काम में मेरा हाथ बंटा रहे हैं।

नशामुक्त, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा मुक्त समाज बनाने के लिए महिलाओं ने अपनी-अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की महिलाओं ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री द्वारा किये गए विकास कार्यों एवं चलाए जा रहे समाज सुधार अभियान की काफी सराहना की। सरकार द्वारा कराए गए हर घर शौचालय निर्माण कार्य पर महिलाओं ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे हमें काफी सहूलियत मिली है।

औरंगाबाद में आयोजित समाज सुधार अभियान में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री ने सबसे पहले औरंगाबाद समाहरणालय के प्रवेश द्वार के समीप स्थित डॉ० अनुग्रह नारायण सिंह स्मारक समिति कार्यालय परिसर में स्थापित बिहार के पहले उप मुख्यमंत्री स्व० डॉ० अनुग्रह नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। ज्ञात हो कि अनुग्रह स्मारक सन 2003 में लोगों के सहयोग से बना । अनुग्रह बाबू की मूर्ति का अनावरण तत्कालीन केन्द्रीय गृह मंत्री और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल जी के द्वारा किया गया था। बाद में 2019 में नगर परिषद ने एक सभाकक्ष का निर्माण कराया था और अभी हाल ही में पूरे

परिसर का जीर्णोद्धार और सौन्दरीकरण नगर परिषद के द्वारा कराया गया है। सत्येंद्र नारायण सिन्हा स्मृति भवन में स्थापित की गई, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 सत्येंद्र नारायण सिन्हा की प्रतिमा का अनावरण करने के उपरांत मुख्यमंत्री ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। स्व० सत्येंद्र नारायण सिन्हा स्मृति भवन में मुख्यमंत्री ने स्व० सत्येंद्र नारायण सिन्हा के व्यक्तित्व कृतित्व पर आधारित चित्र प्रदर्शनी दीर्घा का फीता काटकर • लोकार्पण किया। सत्येन्द्र नारायण सिन्हा मेमोरियल ट्रस्ट के अनुरोध पर नगर परिषद ने वर्ष2019 में एक स्मृति भवन बनाने का निर्णय जिसके बाद निर्मा पूरा किया गया और ट्रस्ट के माध्यम से ही इस स्मृति भवन में उनकी मूर्ति लगाई गई। यहाँ विजिटर रजिस्टर पर मुख्यमंत्री ने अपना वक्तव्य अंकित किया।

इस अवसर पर सांसद श्री महाबली सिंह, सांसद श्री विजय कुमार मांझी, सांसद श्री चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, सांसद श्री चंदन कुमार, विधायक श्री अनिल कुमार, विधायक श्रीमती ज्योति देवी, विधायक श्री वीरेंद्र सिंह, विधान पार्षद श्री संजीव श्याम सिंह, विधान पार्षद श्रीमती कुमुद वर्मा, विधान पार्षद श्रीमती रोजीना नजिस सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, प्रधान सचिव पंचायती राज श्री अरविंद कुमार चौधरी, परिवहन सह आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्री बाला मुरुगन डी०, सचिव वाणिज्य कर विभाग श्रीमती प्रतिमा वर्मा, सचिव भवन निर्माण श्री कुमार रवि, जिलाधिकारी औरंगाबाद श्री सौरभ कुमार जोरवार, जिलाधिकारी गया श्री अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी जहानाबाद श्री हिमांशु कुमार राय, जिलाधिकारी अरवल सुश्री जे० प्रियदर्शिनी, जिलाधिकारी नवादा श्री यशपाल मीणा, पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद श्री कांतेश कुमार मिश्रा, वरीय पुलिस अधीक्षक गया श्री आदित्य कुमार, पुलिस अधीक्षक जहानाबाद श्री दीपक रंजन, पुलिस अधीक्षक अरवल श्री राजीव रंजन, पुलिस अधीक्षक नवादा श्रीमती डी० सांवलाराम सहित अन्य वरीय पदाधिकारी, जीविका दीदियां एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने समाज सुधार अभियान के अंतर्गत औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, अरवल एवं नवादा जिले की समीक्षात्मक बैठक की

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज औरंगाबाद समाहरणालय स्थित योजना भवन सभागार में समाज सुधार अभियान की मगध प्रमंडल की समीक्षात्मक बैठक हुई। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष आयुक्त मगध प्रमण्डल श्री मयंक बरबड़े ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, अरवल एवं नवादा जिले में समाज सुधार अभियान की दिशा में की गई कार्रवाई के संबंध में अद्यतन स्थिति की जानकारी दी।

मगध प्रमंडल के आयुक्त ने प्रेजेंटेशन के जरिये मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अंतर्गत वाहनों की नीलामी, उत्पाद एवं पुलिस के अधीन जब्त शराब का विनष्टीकरण, नीरा उत्पादन, नशामुक्ति केंद्र, सघन नदी गश्ती, जमानत प्राप्त अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई, उत्पाद वादों की अद्यतन स्थिति आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन कार्यक्रमों से संबंधित प्रतिवेदन में बाल विवाह की स्थिति, दहेज प्रथा की स्थिति, दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत दर्ज कांडों की विवरणी, जन जागरूकता एवं प्रचार प्रसार, मुख्यमंत्र कन्या विवाह योजना, अन्य हितधारकों का मुखीक के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। गृह विभाग से संबंधित प्रतिवेदन के अंतर्गत भूमि विवाद का समाधान थाना / अनुमंडल एवं जिला स्तर पर, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के वादों के निष्पादन की स्थिति, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति अधिनियम के कांडों में मुआवजा के संवितरण की स्थिति, लंबित पुलिस वादों का विवरण के संबंध में जानकारी दी।

प्रस्तुतीकरण के दौरान सतत् जीविकोपार्जन योजना से संबंधित प्रतिवेदन, हर घर नल का जल योजना की स्थिति, मुख्यमंत्री ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना का प्रगति प्रतिवेदन, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान – 2 के तहत निर्मित शौचालय संबंधित प्रतिवेदन, खरीफ विपणन मौसम 2021-22 के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति का प्रतिवेदन, 2021 में बाढ़ के दौरान की गई कार्रवाई, कोविड-19 संक्रमण के आलोक में की गई कार्रवाई कृषि इनपुट अनुदान से संबंधित स्थिति, मुख्यमंत्री शहरी पेयजल निश्चय योजना का प्रतिवेदन आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया।

समाज सुधार अभियान की समीक्षा बैठक के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब के धंधेबाजों पर विशेष नजर रखें और पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई करें। मद्य निषेध एवं पुलिस विभाग द्वारा जब्त किये गये शराब का विनष्टीकरण की प्रक्रिया शीघ्र पूरा करें ताकि कोई इधर-उधर नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में बिहार के तीन जिलों वैशाली, नालंदा और गया में नीरा उत्पादन का कार्य बहुत ही बेहतर ढंग से शुरू किया गया था। इससे नीरा का व्यवसाय करनेवालों की आमदनी में काफी बढ़ोत्तरी हुई लेकिन कोरोना के कारण नीरा उत्पादन का कार्य बाधित हुआहै, इसे शीघ्र शुरु करायें। नीरा काफी स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्यवर्द्धक पेय पदार्थ है। नीरा का सेवन करने से कोरोना से भी बचाव होगा। ताड़ का पेड़ नवादा और गया में भी काफी संख्या में है। ताड़ी के चुलाई का कार्य करनेवाले लोगों को इस कार्य से जोड़ें।

मुख्यमंत्री ने कहा थाना, अनुमंडल एवं जिला स्तर पर भूमि विवाद से संबंधित बैठकें निर्धारित तिथि पर जरुर हों ताकि कोई मामला लंबित नहीं रहे। इस काम में अगर कोई अधिकारी कोताही या टालमटोल करते हैं तो उन्हें वहां से हटाकर दूसरे को जिम्मेवारी सौंपे। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की भी आहट है और इससे जुड़े मामले भी धीर-धीरे बढ़ रहे हैं। कोरोना के दौर में भी इन बैठकों को बंद नहीं करें। कोरोना संक्रमण का प्रकोप ज्यादा बढ़ने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इन बैठकों को आयोजित करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमि विवाद के मामलों को कम करने के लिए कई स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। हमलोग इसके लिए भूमि का नया सर्वे भी करवा रहे हैं। वर्ष 2006 से जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम हमलोगों ने शुरु कराया। जिसमें यह पाया गया कि 60 प्रतिशत हत्या का कारण जमीन विवाद और आपसी झगड़े होते हैं। 20 जगहों पर काफी तेजी से भूमि सर्वे का कार्य किया जा रहा है। एरियल सर्वे भी कराया गया ताकि सर्वे का काम ठीक ढंग से हो सके। अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज मामलों में 60 दिनों के अंदर चार्जशीट दायर करें।

समीक्षा के दौरान जनप्रतिनिधियों से आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर नल का जल योजना में अगर कहीं किसी प्रकार की शिकायत या समस्या आती है तो उसे अधिकारियों को अवगत करायें ताकि उसका समाधान किया जा सके। मेंटेनेंस का कार्य निरंतर करते रहना है ताकि लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पेयजल निरंतर उपलब्ध होता रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 में एक्ट बनाकर हमलोगों ने बिहार में किसानों से धानएवं गेंहू की अधिप्राप्ति का कार्य शुरु कराया। पहले बिहार में पैक्सों की क्या हालत थी, यह किसी से छुपी नहीं है। अब हमलोगों ने पैक्सों की ताकत बढ़ा दी है। वर्ष धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य 45 लाख मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है। पिछले वर्ष धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य 35 लाख मीट्रिक टन था, जिसके ऐवज में 34 लाख मीट्रिक टन धान की अधिप्राप्ति हुई थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कहीं कोई पैक्स किसानों से खरीदारी नहीं करता है तो उसके विरुद्ध सख्त एवं त्वरित कार्रवाई करें।

समीक्षा बैठक में औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, अरवल एवं नवादा जिले के सांसद, विधायक एवं विधान पार्षदगणों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं रखीं, जिसका त्वरित निष्पादन करने का मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया।

समीक्षा बैठक में गया जिले के प्रभारी सह उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, अरवल जिले के प्रभारी सह कृषि मंत्री श्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, औरंगाबाद जिले के प्रभारी सह खान एवं भूतत्व मंत्री श्री जनक राम, मंत्री मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन श्री सुनील कुमार, मंत्री अनुसूचित जाति / जनजाति कल्याण, लघु जल संसाधन सह जहानाबाद जिले के प्रभारी मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, सांसदगण, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, अरवल एवं नवादा जिले के विधायक एवं विधान पार्षदगण, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक श्री एस०के० सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार सहित संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, जिलाधिकारी औरंगाबाद श्री सौरभ कुमार जोरवार, जिलाधिकारी गया श्री अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी जहानाबाद श्री हिमांशु कुमार राय, जिलाधिकारी अरवल सुश्री जे० प्रियदर्शिनी, जिलाधिकारी नवादा श्री यशपाल मीणा, वरीय पुलिस अधीक्षक गया श्री आदित्य कुमार, पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद श्री कांतेश कुमार मिश्रा,पुलिस अधीक्षक जहानाबाद श्री दीपक रंजन, पुलिस अधीक्षक अरवल श्री राजीव रंजन, पुलिस अधीक्षक नवादा श्रीमती डी०एस० सांवलाराम सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

रुपसपुर से आयी एक लड़की ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे साथ रेप किया गया है लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही है

न्यूज़ डेस्क – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को 4 देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुये। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से आये 180 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।

आज जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भू-तत्व विभाग, निर्वाचन विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के मामलों पर सुनवाई हुयी ।

मुख्यमंत्री ने जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल होकर लोगों की शिकायतें सुनीं। पूर्वी चंपारण के एक व्यक्ति ने दहेज हत्या मामले पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने की शिकायत की तो वहीं अगमकुआं, पटना की दहेज के लिए दर्ज एफ0आई0आर0 पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को मामले पर शीघ्र कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एक व्यक्ति ने कहा कि मेरी भूमि को कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमित कर लिया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने दो बार अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया, फिर भी सी०ओ० ने अतिक्रमण नहीं हटवाया। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया।

मुजफ्फरपुर से आए एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से कहा कि उनके बेटे का अपहरण हो गया है। पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने अब तक कुछ भी नहीं किया। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव गृह विभाग को कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

रुपसपुर, पटना से आयी एक लड़की ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे साथ रेप किया गया है। हमने रूपसपुर थाने में केस दर्ज कराया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। साथ ही अब आई0ओ0 और थानेदार फोन तक नहीं उठाते हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

अररिया से आए एक युवक ने कहा कि मेरे छोटे भाई की हत्या 2020 में हुई थी। हत्या को अंजाम देने के बाद भी अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए डेढ़ साल से हम दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, मगर कुछ नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को जांचकर न्यायोचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

समस्तीपुर से आयी एक महिला ने कहा कि पांच वर्ष पहले हमने पांच कट्ठा जमीन खरीदी थी लेकिन उस पर दूसरे लोगों ने कब्जा कर लिया है। वहीं बेगूसराय के एक व्यक्ति ने कब्रिस्तान की घेराबंदी को लेकर शिकायत की। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया।

‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री श्री रामसूरत कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री श्री सुनील कुमार, खान एवं भूतत्व मंत्री श्री जनकराम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक श्री एस०के० सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार सहित संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी श्री चंद्रशेखर सिंह तथा वरीय पुलिस अधीक्षक श्री मानवजीत सिंह ढिल्लो उपस्थित थे। कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की। बिहार में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार की तरह ही इस बार भी कोरोना के मामले अचानक तेजी से बढ़ रहे हैं, यह बड़ा ही दुखद है। जनता दरबार में शामिल होनेवालों का पहले कोरोना की जांच की जाती है। आज की जांच में 6 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। खान-पान की व्यवस्था देखने वाले एक व्यक्ति भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। इसको लेकर हम सबों को अलर्ट रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज पूरे बिहार से कोरोना रिपोर्ट लेने के बाद कल की बैठक में आगे का निर्णय लिया जायेगा। सरकारी कार्यालयों समेत सभी जगहों पर कोरोना की जांच की जा रही है। बिहार में काफी तादाद में कोरोना की जांच की जा रही है। बिहार में प्रतिदिन डेढ़ से दो लाख लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। कुछ दिन पहले तक कोरोना की जांच में कोई व्यक्ति पॉजिटिव नहीं पाये जाते थे। पिछले 8-10 दिनों में कोरोना के मामले में थोड़ी वृद्धि देखी गई लेकिन अभी अचानक मामले में तेजी से बढ़ोत्तरी होने लगी है। बिहार में ओमिक्रॉन की जांच शुरु हो गई है। अभी कई डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। कोरोना को लेकर सबको सजग रहना जरुरी है। दुनिया भर और देश के साथ ही अब बिहार में कोरोना के मामले अचानक तेजी से सामने आ रहे हैं।

समाज सुधार अभियान आगे जारी रखने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज सुधार अभियान के तहत कल के कार्यक्रम में जा रहे हैं। सरकार के द्वारा पहले से ही 5 जनवरी तक का गाइडलाइन जारी किया जा चुका है। अब पूरे बिहार से आज से लेकर कल शाम तक की रिपोर्ट लेने के बाद कल की बैठक में आगे का फैसला लिया जायेगा। अभी तक बिहार में कोरोना संक्रमण कंट्रोल में था, जिसके कारण हमलोग कई तरह के कार्यक्रम कर रहे थे। अब अचानक इसमें वृद्धि देखी जा रही तो पूरी स्थिति की समीक्षा कर आगे का फैसला लिया जायेगा। इसको लेकर लोगों के बीच जागृति पैदा करना जरुरी है। पिछली बार की तरह इस बार भी उन सभी जगहों पर कोरोना संक्रमितों की इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है, दवा का भी प्रबंध किया गया है। ऑक्सीजन की भी कोई समस्या नहीं है। कोरोना से संबंधित हर तरह की तैयारी की गई है। एक बार फिर से कोरोना को लेकर लोगों को जागरुक करना पड़ेगा।

कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर यू०पी० चुनाव टालने की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी ऐसा नहीं लग रहा है क्योंकि इतना ज्यादा नहीं है कि चुनाव टाला जाय लेकिन इसको देखना पड़ेगा। कोरोना के दौर में पहले भी कई राज्यों में चुनाव हुए है। बिहार में भी एहतियात के साथ चुनाव कराये गये थे।

जातीय जनगणना कराने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसको लेकर सर्वदलीय बैठक होनी है, सबकी सहमति आ जायेगी उसके बाद निर्णय किया जायेगा। हमें नहीं लगता है कि कोई असहमति की बात आयेगी।

समस्तीपुर में समाज सुधार अभियान में शामिल हुए मुख्यमंत्री

 न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार आज समस्तीपुर के पटेल मैदान में राज्य में पूर्ण नशामुक्ति, दहेज प्रथा उन्मूलन एवं बाल विवाह मुक्ति हेतु चलाए जा रहे समाज सुधार अभियान में शामिल हुए। – आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में आने के लिए आप सबको धन्यवाद देता हूं और अभिनंदन करता हूं। आज 6 जीविका दीदियां ने अपने अनुभव को साझा किया उनको बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि किस बुरे हाल से निकलकर बिहार आज इतना आगे बढ़ा है। वर्ष 2016 में अभियान चलाने के दौरान हम 9 जगहों पर गए थे और इस बार अभियान में 12 जगहों पर जाएंगे. जिसका आज पांचवा दिन है। शराबबंदी के पक्ष में तथा दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। स्व० कर्पूरी ठाकुर जी जब वर्ष 1977 में मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने शराबबंदी लागू किया लेकिन ढाई वर्ष बाद फिर से शुरु कर दिया गया। हमारे मन में शराबबंदी की बात शुरु से थी। हमारे मन में आशंका थी कि शराबबंदी लागू कर पाएंगे कि नहीं। हमलोग शराबबंदी को लेकर वर्ष 2011 से अभियान चला रहे हैं। इसको क्रियान्वित करने को लेकर मेरे मन में शंका थी, लेकिन जब वर्ष 2015 में महिलाओं के एक सम्मेलन में मैं गया हुआ था, महिलाओं के विकास की बातें हो रही थीं। जैसे ही हम बोलकर बैठे कि पीछे से महिलाओं ने आवाज लगायी शराब बंद कराईये। उसके बाद वापस हम माइक पर आये और कहा कि अगली बार अगर काम करने का मौका मिलेगा तो शराबबंदी लागू कर देंगे और हमने इसको लागू किया। लोगों को जागरुक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। सारे लोग इस काम में लगे हुए हैं। निरंतर यह अभियान चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका समूह की एक महिला ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरे पति काम से लौटते थे दारू पीकर आते थे, परिवार में सभी को बुरा लगता था, देखने में खराब लगते थे। अब जब शराबबंदी हो गई तो बाजार से तरकारी और फल लेकर घर में आते हैं तो मुस्कुराते हैं। अब देखने में अच्छे लगते हैं, यह कितना बड़ा परिवर्तन हुआ है। समाज में कुछ लोग गड़बड़ी करने वाले होते हैं चाहे वे किसी भी धर्म के मानने वाले लोग हों। कितना भी अच्छा काम कीजिएगा कुछ लोग तो गड़बड़ी करेंगे ही लेकिन हमलोगों को अभियान चलाते रहना है। कोई शराब पी रहा है तो इसका परिणाम देख लीजिए शराब पीने से कितने लोग मरे इसलिए सबसे कहता हूं कि कभी शराब मत पीयो। 24 नवंबर 2005 से जो आपलोगों ने काम करने का मौका दिया, आपकी सेवा कर रहे हैं। पहले कि क्या हालत थी, शाम होते कोई घर से बाहर नहीं निकल पाता था। अब देर रात तक लोग कहीं भी आते-जाते हैं। लोगों में भरोसा बढ़ा है। समाज के हर तबके का उत्थान किया। स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में काम किया। महिलाओं की कितनी उपेक्षा होती थी। महिलाएं घर का काम करती थीं, कहीं-कहीं खेतों में भी जाकर काम करती थीं लेकिन उनके बारे में कोई खास ध्यान नहीं था। जब हमलोगों ने काम करना शुरु किया तो कहा कि महिलाएं भी अगर काम करेंगी तो परिवार की आमदनी बढ़ेगी। जब दोनों मिलकर काम करेंगे तो और विकास होगा। समाज में जो पीछे रह गये थे, समाज के उन तबकों के उत्थान के लिए हमलोगों ने विशेष ध्यान दिया। चाहे महिला हो, अनुसूचित जाति/जनजाति हो, अल्पसंख्यक हो या अतिपिछड़ा वर्ग के हों, उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विशेष पहल की। सरकारी सेवाओं में हमलोगों ने महिलाओं को आरक्षण दिया। पुलिस में भी हमलोगों ने महिलाओं को आरक्षण देने का काम किया। पुलिस बल में जितनी महिलाएं अब बिहार में हैं उतना देश के किसी भी राज्य में नहीं है। महिलाओं के पढ़ाई करने की वजह से आज सरकारी सेवाओं में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। जीविका समूह बनाकर लोग किस तरह से अपनी आमदनी को बढ़ा रहे हैं और उनमें कितनी जागृति आ रही है। जब हमलोगों ने साइकिल योजना की शुरुआत की तो कुछ लोगों ने मेरा मजाक उड़ाते हुए कहा कि लड़की साइकिल चलाएगी तो रास्ते में लोग तंग करेंगे। हमने कहा था कि एक आदमी की हिम्मत नहीं है कि लड़की साइकिल चलाएगी तो कोई उसको तंग करेगा। लड़कियों को साइकिल मिल गया तो लड़कियां अपनी मां और पिता को भी लेकर बाहर जाने लगी और घर की जरूरत के लिए सामानों को भी खरीदकर लाने लगी हैं। उसके बाद लड़कों ने भी साइकिल की मांग करना शुरू किया तो उनके लिए हमलोगों ने साइकिल योजना की शुरुआत की। आप देख लीजिए कितनी बड़ी संख्या में लड़कियां आगे आने लगीं और पढ़ाई करने लगी हैं। पहले लड़कियाँ कम पढ़ाई करती थीं लेकिन पिछले साल मैट्रिक की परीक्षा में लड़कों से 200-300 ज्यादा लड़की पूरे बिहार में परीक्षार्थी थीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका समूह के माध्यम से महिलाओं में जागृति लायी जा रही है। वर्ष 2007 से हमलोगों ने पोशाक योजना की शुरुआत की। आगे चलकर हमलोगों ने साईकिल योजना की शुरुआत की। वर्ष 2006 में मुजफ्फरपुर में जाकर हमने स्वयं सहायता समूह के कार्यों को देखा था। स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाएं काम कर रही थीं। उनलोगों से जाकर हमने बात की, जब उनलोगों की बातों को सुना तो मुझे बहुत प्रसन्नता हुई। हमने इसके विस्तार की बात सोची और फिर वर्ल्ड बैंक से कर्ज लेने का निर्णय लिया। बाद में जब इसकी बड़े पैमाने पर शुरुआत की तो आपके अनुभव के आधार पर हमने पूरे बिहार में काम कराना शुरु कर दिया और उसका हमने नामकरण किया जीविका। हमलोगों ने 10 लाख स्वयं सहायता समूह बनाने का निर्णय लिया था, वह पूर्ण कर लिया गया है। अब 1 करोड़ 27 लाख महिलाएं इससे जुड़ गई हैं। जीविका का नामकरण हमलोगों ने ही किया है, इसे याद रखिएगा। उस समय की केंद्र सरकार ने इससे प्रभावित होकर पूरे देश में इसे आजीविका नाम से शुरू किया, यह कितनी बड़ी बात है। जब हमलोगों ने साइकिल योजना शुरु किया तो वर्ष 2009, 2010 एवं 2011 में इंग्लैंड और अन्य देशों से इसको देखने और समझने के लिए टीमें आयीं कि आखिर कैसे ये लोग इस योजना को चला रहे हैं। हमने कहा कि महिलाओं को पढ़ाएंगे और आज की तारीख में लड़का-लड़की दोनों पढ़ाई कर रहे हैं। बाल विवाह और दहेज प्रथा की वजह से किस प्रकार से लडकियों को परेशानी उठानी पडती हैं। कम उम्र में शादी होने से जन्म लेने वाले बच्चे की लंबाई कम होती है। इसको ठीक ढंग से लोगों के बीच प्रचारित करने की जरुरत है। पटना में बापू सभागार बनाया गया है, जिसमें 5 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। इसका उद्घाटन 2 अक्टूबर 2017 को दहेज प्रथा एवं बाल विवाह उन्मूलन कार्यक्रम से हुए थी। दहेज प्रथा और बाल विवाह को लेकर कानून पहले से ही बना हुआ है, फिर भी बहुत लोग इसको नहीं मान रहे हैं। हमने अपने साथियों से भी कहा है कि इस अभियान की शुरुआत की है, इसका मतलब ये नहीं कि जहां जाएंगे वहीं तक अभियान है बल्कि इस अभियान को निरंतर जारी रखना है। अगर कोई शादी-विवाह में दहेज लेता है तो आप उसका विरोध कीजिए। वैसी शादी में आप शामिल मत होइये। जब आप शामिल नहीं होंगे तो निश्चित रुप से लोगों को लगेगा कि अगर हम दहेज लेंगे तो शादी में शामिल नहीं होंगे। निश्चित रुप से इसका विरोध होगा इसलिए इस काम को भी साथ-साथ जारी रखना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 21 जनवरी 2017 को शराबबंदी के पक्ष में मानव श्रृंखला बनी, जिसमें 4 करोड़ से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ 21 जनवरी 2018 को 13 हजार किमी से अधिक की अट मानव श्रृंखला बनी। शिक्षकों के नियोजन में महिलाओं के लिए हमने 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया। वर्ष 2008 में होने वाले पंचायत चुनाव में महिलाओं के लिए हमने एक कानून बनाया, जिसमें तय किया कि पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत का आरक्षण महिलाओं के लिए रहेगा। ऐसा करने वाला बिहार देश का पहला राज्य बना। उसके साथ-साथ महिलाओं के उत्थान के लिए हमलोगों ने कई काम किये। राज्य के सभी सेवाओं में 35 प्रतिशत और पुलिस सेवा में 37 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान महिलाओं के लिए किया है। आज बिहार में 25 हजार 102 महिलाएं पुलिस बल में कार्यरत हैं। इतना ज्यादा पुलिस बल में महिलाएं देश भर में कहीं नहीं हैं। हम बहनों से आग्रह करेंगे कि जो शराब पीते हैं, गड़बड़ करता है उनके चारो तरफ खडा होकर जमकर नारा लगाईये और सूचना भी दीजिए। जहां बैठिए शराब नहीं पीने के लिए लोगों को प्रेरित कीजिए। आपस में मिल जुलकर रहना है। आपकी सेवा करना ही हमारा धर्म है। उम्मीद है कि जो कोई भी गड़बड़ करेगा, उसके खिलाफ अभियान चलाइयेगा। विकास के साथ समाज सुधार होगा तो समाज, राज्य और देश आगे बढ़ेगा। शराब कितनी बुरी चीज है इसके संबंध में विज्ञापन के जरिए भी लोगों को जानकारी दी जा रही है, उस पर भी गौर कीजिएगा। लोगों को इसके प्रति सचेत कीजिए। बापू ने देश को आजाद कराने में बहुत बड़ी भूमिका निभायी थी। शराब के वे खिलाफ थे। आजादी की लड़ाई के दौरान लोगों से कहते थे-शराब न सिर्फ आदमी का पैसा बल्कि बुद्धि भी हर लेती है। शराब पीने वाला इंसान हैवान हो जाता है। बापू ने कहा था कि अगर एक घंटा के लिए भी तानाशाह बन गए तो हम सभी शराब की दुकानों को बंद कर देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पूरी दुनिया का वर्ष 2016 से 2018 तक सर्वेक्षण कराया और 2018 में ही रिपोर्ट को प्रकाशित किया। उस रिपोर्ट में बताया गया है कि शराब पीने से दुनिया में 30 लाख लोगों की मृत्यु होती है यानि दुनिया में जितनी मृत्यु हुई उसका 5.3 प्रतिशत मौत शराब पीने से होती है। 20 से 39 आयु वर्ग के लोगों में 13.5 प्रतिशत मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। शराब के सेवन से 200 प्रकार की बीमारियां होती हैं। कैंसर, टीबी, लीवर से संबंधित बीमारी, हेपेटाइटिस, महिलाओं के साथ हिंसा जैसी घटनाएं दारु पीने के कारण होती हैं, जबकि 18 प्रतिशत लोग शराब पीने से आत्महत्या कर लेते हैं। शराब पीने से दुनिया भर में 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। बिहार में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयी है। मिरगी के 13 प्रतिशत मामले शराब पीने से होते हैं। शराब के सेवन से 48 प्रतिशत लीवर की गंभीर बीमारी लीवर सिरोसिस के शिकार लोग होते हैं। माउथ कैंसर के कुल मामलों का 26 प्रतिशत शराब पीने के कारण होती है। पैंक्रियाज के 26 प्रतिशत, बड़ी आंत की बीमारी के 11 प्रतिशत मरीजों की शराब पीने से होती है। ब्रेस्ट कैंसर के 5 प्रतिशत और टीबी के 20 प्रतिशत मामले शराब सेवन से होती है। शराब के दुष्परिणामों के जो आंकड़े दिए गए हैं, उस पर सबलोग गौर कीजिए और हमारा आपलोगों से आग्रह है कि इसके बारे में सभी को बताएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के लिए निरंतर अभियान चलाते रहने की जरुरत है। समाज सुधार अभियान जारी रखना है, इसे घर-घर तक पहुंचाना है। जो बुकलेट दिया गया है उसे सब घर में पहुंचाना है। सभी लोग इस बुकलेट को अपने घर में रखें और लोगों को भी पढ़ाएं। 16 नवंबर को शराबबंदी के बेहतर क्रियान्वयन के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा की और उसके बाद इसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं। अभी तक 75 हजार 300 छापेमारी की गई। शराबबंदी से संबंधित 11 हजार 370 मामले दर्ज किए गए। 13 हजार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई। 1 लाख 89 हजार लीटर देसी शराब, 3 लाख 24 हजार लीटर विदेशी शराब जब्त की गई। शराब से जुड़े मामलों में 1 हजार 788 गाड़ियां जब्त की गई।
हमलोगों ने कॉल सेंटर बनाया था कि कोई गड़बड़ करे तो सूचित करें आपका नाम नहीं बताया जाएगा और तत्काल कार्रवाई किया जाएगा। कॉल सेंटर में जहां औसतन 70-80 कॉल प्रतिदिन आते थे अब बढ़कर 190 से 200 कॉल आ रहे हैं। महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में भी जागृति आनी चाहिए। नदियों में भी पेट्रोलिंग किया जा रहा है। रेलगाड़ियों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। चेकपोस्ट पर वाहन चेकिंग अभियान 24 घंटे चलाया जा रहा है। एक-एक पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों ने 26 नवंबर 2021 को पुनः शपथ लिया है कि न पीएंगे, न पीने देंगे और नहीं पीने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे। नीरा के उत्पाद का जो प्रदर्शनी दिखाया गया उसको देखकर मुझे प्रसन्नता हुई। ताड़ के पेड़ से सुबह होने से पहले नीरा निकलेगा। ताड़ के पेड़ से ताड़ी नहीं निकालें बल्कि नीरा का उत्पादन करें, जो सेहत के लिए भी लाभदायक है। जो भी ताड़ के पेड़ से नीरा उत्पादन का काम करेगा उसको सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत 1 लाख रुपए तक की मदद करेंगे और इस योजना के तहत व्यवसाय को शुरु करने के लिए सात माह तक 1-1 हजार रुपया भी दिया जाता है। हमलोगों को शराबबंदी के पक्ष में, बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ निरंतर अभियान चलाना चाहिए ताकि लोगों में जागृति आए। हर घर नल का जल, हर घर पक्की गली नाली का निर्माण कराया गया है। खुले में शौच नहीं कीजिए और अपने घर में बने शौचालय में शौच कीजिए। अगर आप खुले में शौच नहीं करेंगे और साफ पानी पीएंगे तो 90 प्रतिशत बीमारियों से छूटकारा मिलेगा। इसके लिए भी अभियान चलाते रहना है ताकि घर-घर तक एक-एक बात पहुंच जाए। आपस में भाईचारे का माहौल रहे। आपस में मिल जुलकर रहना है। आपलोगों ने हाथ उठाकर संकल्प भी लिया इस बात के लिए आपलोगों को हृदय से धन्यवाद देता हूं।
कार्यक्रम को शिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री श्री सुनील कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री सह प्रभारी मंत्री समस्तीपुर श्री श्रवण कुमार, पंचायती राम मंत्री सह दरभंगा के प्रभारी मंत्री श्री सम्राट चौधरी, खाद्य उवं उपभोक्ता मंत्री सह मुधुबनी जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती लेसी सिंह, विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री महेश्वर हजारी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री रामप्रीत पासवान, श्रम संसाधन मंत्री श्री जीवेश कुमार मिश्रा, मुख्य सचिव श्री त्रिपुरारी शरण, पुलिस महानिदेशक श्री एस0के0 सिंघल, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन के अपर मुख्य सचिव श्री के0के0 पाठक ने संबोधित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री ने चलंत स्टॉलों का, जिसमें नीरा उत्पादन, जीविका के कार्य आदि से संबंधित लगाए गए प्रदर्शनियों का अवलोकन किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त श्री मनीष कुमार ने पौधा तथा श्रम संसाधन मंत्री श्री जीवेश कुमार मिश्रा ने प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्र भेंटकर स्वागत किया। जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्री बाला मुरुगन डी0 ने जीविका दीदी द्वारा निर्मित स्मृति चिन्ह मुख्यमंत्री को भेंट किया।
कार्यक्रम के दौरान जीविका दीदियों ने स्वागत गान गाया और कला जत्था के कलाकारों ने नशामुक्ति से संबंधित जागरुकता गीत को प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने दरभंगा जिले के सिंघवाड़ा प्रखंड में वंडर मातृत्व स्वास्थ्य की तर्ज पर नवजात शिशु कार्यक्रम का शुभारंभ जीविका दीदी को कीट भेंटकर किया।
सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत 8.39 करोड़ रूपये की राशि मुख्यमंत्री ने जीविका की दीदियों को डमी चेक प्रदान कर किया। 11475 स्वयं सहायता समूह को बैंकों द्वारा प्रदत 150.75 करोड़ राशि का डमी चेक मुख्यमंत्री ने प्रदान किया। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत 38 जलाशयों के रख रखाव हेतु डमी चेक मुख्यमंत्री ने प्रदान किया। जीविका नीरा उत्पाद समूह हेतु 20 नीरा केंद्रों को नीरा संग्रह एवं बिक्री हेतु डमी चेक प्रदान किया।
मुख्यमंत्री परित्यक्ता, तलाकशुदा स्व रोजगार सहायता योजना मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक ऋण योजना के लाभार्थियों को चेक प्रदान किया।
कार्यक्रम के दौरान जीविका दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम के दौरान सतत् जीविकोपार्जन योजना की लाभार्थी विशुनपुर, समस्तीपुर की रहने वाली श्रीमती रीता देवी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरे पति शराब पीते थे, बहुत तंग करते थे। उसके बाद अपने ससुराल में ही किराए पर सिलाई मशीन लिया और काम शुरु किया। उसके बाद 2004 में जीविका समूह से जुड़ गई और अपना सिलाई मशीन लेकर काम करना शुरु किया। 2015 में हमने सहयोग लेकर किराना की दुकान खोल दिया और अपने बच्चों को दुकान पर बैठाना शुरु किया। एक बार अपने पति से तंग आकर जीविका समूह की बैठक में हमने अपने दर्द को बयां किया। पति बार बार धमकी देते थे कि छोड़कर चले जाएंगे और एक दिन घर छोड़कर चले गए। कुछ दिनों के बाद जब हमारा दिन बदला तो पति ने कहा कि आना चाहता हूं तो हमने कहा कि दारु पीना छोड़ देंगे तभी आने देंगे। पति ने वादा किया कि दारु छोड़ देंगे और आज फर्नीचर के दुकान पर बैठने लगे हैं। आज मेरा किराना दुकान भी चल रहा है, मैं सिलाई करती हूं। बेटी-बेटे को पढ़ा लिखाकर आगे बढ़ा रही हूं।
समस्तीपुर के वारिसनगर प्रखंड से आयीं शहनाज खातून ने बताया कि मेरी शादी जिससे हुई वो पति पहले से ही शादीशुदा था। मुझे तीन बेटी जब हुई तो मेरा शौहर मुझे छोड़कर चला गया। मेरी मां मुझे लेकर दिल्ली चली गई उसके पास लेकिन वहां से भी वह भाग गया। मैंने दिल्ली में मजदूरी किया। उसके बाद मां की तबीयत खराब हुई तो मैं अपने गांव लौट आयी। फिर दीदियों ने जीविका समूह से जोड़ दिया और मुझे 10 हजार रुपया मिला उसके बाद काम शुरु किया। समय-समय पर सहयोग मिलता रहा और आज की तारीख में मैं खुशहाल जिंदगी गुजार रही हूं। बच्चों को पढ़ाई लिखाई करने के बाद कुछ पैसे की बचत भी कर रही हूं।
दरभंगा जिले की जाले की रेणु देवी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैं बहुत गरीबी में जी रही थी। लेकिन जब से जीविका से मै जुड़ी मेरे लिए वरदान साबित हो गया। सभी से मिलने जुलने से आत्मविश्वास बढा। 14-15 साल की उम्र में मेरा बाल विवाह हो गया था। जल्दी ही बच्चे हो गए उनके पालन पोषण को लेकर परेशान रहने लगी। बच्चों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ी। जीविका समूह के साप्ताहिक बैठक में हम दीदियों ने निर्णय लिया कि हमलोगों का जीवन तो बर्बाद हुआ ही है, लेकिन हम अपने बच्चों को पढ़ा लिखाकर अपने पैरों पर खड़ा होने के बाद ही शादी-विवाह करेंगे। आज हमारे इलाके में बड़ा परिवर्तन आया और बाल विवाह पर लगभग रोक लग गई है। जीविका से लोन लेकर अपना बिजनेश कर रहे हैं और आर्थिक स्थिति में बहुत बडा सधार हो रहा है। दिसंबर 2014 में मैं जीविका से जुड़ी और धनकुटी मशीन लेकर कमायी कर रही थी उसके बाद 2016 में अपने रोजगार को बढ़ाया। फिर जीविका से लोन लेकर मसाला पीसकर बेचने लगी, तेल पेराई करने लगी और इधर 6 माह से पारचुन की दुकान मैं खुद चला रही हूं और अपने आर्थिक स्थिति में सुधार करने में कामयाब हुई। मेरे पति शराब पीकर रोज ड्रामा करते थे। मैंने थाने में उनके खिलाफ शिकायत की और थाने में पति से बांड भरवाकर घर लायी। इस काम में पुलिस विभाग ने हमारा साथ दिया और आज उन्होंने शराब पीना छोड़ दिया और अब अपना काम कर रहे हैं।
मधुबनी जिले के सरिसो प्रखंड से आयी सुमीत्रा देवी ने बताया कि मेरे पति का 4 साल पहले देहांत हो गया। जीविका दीदी ने हमारा सहयोग किया और अपने साथ जोड़ लिया। फिर सहयोग मिला उसके बाद दुकान खोलकर चला रही हैं। एक साल पहले इंदिरा आवास योजना से घर बना और अपनी कमायी से हमने छत को ढलवाया। नल-जल की सुविधा मिली और आज की तारीख में सुखी जीवन जी रही हूं। मेरे पति शराब पीते थे, मना करने के बाद भी नहीं मानते थे, नतीजा यह रहा कि उनका कम उम्र में ही निधन हो गया।
जीविका समूह के बनने से आज हमलोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन हो गया और खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
समस्तीपुर जिले के शाहपुर के पटोरी गांव की ज्ञयांति देवी ने बाल विवाह पर बोलते हुए कहा कि मेरी शादी 16 साल की उम्र में ही कर दी गई थी। मेरे माता-पिता के सामने परिस्थिति ऐसी थी की मेरे दादा जी बीमार रहते थे, इसलिए मेरे पापा ने मेरा बाल विवाह कर दिया। उस समय मैं 9 वें वर्ग में पढ़ रही थी और पढ़ाई छूट गई। शादी जब हुई तो उस समय मेरे पति पढ़ाई ही कर रहे थे। छोटी उम्र में शादी होने के बाद 17 साल की उम्र में ही बच्चा हुआ और मुझे बहुत परेशानी हुई। साथ ही मेरा मानसिक तौर पर बहुत विकास नहीं हुआ। सीएलएफ 10 हजार का लोगों का समूह है वहां मैं बाल विवाह के संबंध में अपने अनुभवों को साझा करती हूं। मैं नहीं चाहती हूं कि जिस परिस्थिति से मैं गुजरी हूं उस परिस्थिति से किसी को नहीं गुजरना पड़े इसके लिए जनजागरण करती रहती हैं। अपने बच्चों की शादी 21 साल से पहले नहीं करूंगी। पटोरी निवासी विभा दीदी जो समूह में बैठक थी वो अपनी 15 वर्ष की उम्र में बेटी की शादी करने वाली थीं। उस वक्त मैंने उनसे कहा कि इस उम्र में क्यों बेटी की शादी कर रही हैं। छोटी सी उम्र में शादी मत कीजिए तब उन्होंने हमलोगों की बातों को माना और शादी को रोक दिया। जीविका समूह से जुड़ी सभी महिलाएं अपने-अपने तरीके से व्यवसाय कर रही हैं। मुख्यमंत्री जी आपसे एक बात कहूंगी कि 3-4 साल बाद पटोरी गांव में गरीबी देखने को नहीं मिलेगा।
समस्तीपुर जिले के गोनहर की रहने वाली रंजू देवी ने कहा कि मेरे पति ताड़ी बेचने का काम कर रहे थे। पेड़ से गिरने से उनका हाथ टूट गया, फिर हमलोगों के सामने समस्या खड़ी हो गई। मेरे ससुराल से खाना पीना बंद कर दिया गया। जीविका समूह की दीदियां मेरे सामने आयीं और मुझे अपने साथ जोड़ लिया और किराने का दुकान खुलवाया और आज की तारीख में अपने पति और तीन बच्चों का पालन पोषण इसी दुकान से कर रही हूं। अपने बच्चों को पढ़ा रही हूं उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए लगातार मेहनत कर रही हूं।
इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, समाज कल्याण मंत्री श्री मदन सहनी, सांसद श्री रामनाथ ठाकुर, सांसद श्री रामप्रीत मंडल, विधायक श्री राजेश कुमार सिंह, विधायक श्री विरेंद्र कुमार, विधायक श्रीमती मीना कुमारी, विधायक श्री अमन भूषण हजारी, विधायक श्री अजय चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, विकास आयुक्त श्री आमिर सुबहानी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री चैतन्य प्रसाद, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव श्री अरविंद कुमार चौधरी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव श्री जितेंद्र श्रीवास्तव, सूचना एवं जन-संपर्क विभाग सचिव श्री अनुपम कुमार, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त श्री मनीष कुमार, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्री बाला मुरुगन डी0, अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा श्री बच्चू सिंह मीणा, दरभंगा क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक श्री अजिताभ कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, समस्तीपुर जिले के जिलाधिकारी श्री शशांक शुभांकर, दरभंगा के जिलाधिकारी श्री त्याग राजन एस०एम०, मधुबनी के जिलाधिकारी श्री अमित कुमार, दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक श्री बाबू राम, समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक श्री मानवजीत सिंह ढिल्लो, मधुबनी के पुलिस अधीक्षक श्री सत्य प्रकाश सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।