भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना में 10 अक्टूबर को “राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के कार्यान्वयन में शिक्षकों की भूमिका” पर एक दिवसीय कार्यशाला का होगा आयोजन

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना मंगलवार, (10 अक्टूबर 2023) को आईआईटी पटना में भारतीय शिक्षा मंडल के सहयोग से “राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के कार्यान्वयन में शिक्षकों की भूमिका” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। कार्यशाला के मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर होंगे। प्रोफेसर बिंदे कुमार, निदेशक, जबकि आईजीआईएमएस पटना और प्रोफेसर विनीता सहाय, निदेशक, आईआईएम बोधगया विशिष्ट अतिथि होंगे।
समारोह की अध्यक्षता आयोजन सचिव बी.आर. शंकरानंद जी और आईआईटी पटना के निदेशक प्रोफेसर टी. एन. सिंह करेंगे।


जैसा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में स्कूल और उच्च शिक्षा प्रणालियों में परिवर्तनकारी सुधारों का मार्ग प्रशस्त करने के लिए तीन साल पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी थी, इसे जमीन पर उतारने के लिए अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना बाकी है।एनईपी 2020 एक समावेशी, प्रगतिशील और उत्पादक राष्ट्र बनाने की भारत की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। यह शिक्षा के तीन स्तंभों – समानता, गुणवत्ता और स्थिरता को कुशलतापूर्वक संतुलित करता है। आजादी के बाद यह पहली ऐसी शिक्षा नीति है, जिसमें दो साल तक लोगों की राय ली गई और उसके बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मसौदा तैयार किया गया और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए और भारत को फिर से “ज्ञान गुरु” बनाने के लिए शिक्षा को सबसे महत्वपूर्ण हथियारों में से एक मानते हुए, आईआईटी पटना ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर चर्चा करने के लिए विविध शैक्षिक परिदृश्य से राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध विद्वानों को एक साथ लाने एवं अपनी अंतर्दृष्टि और अनुभव साझा करने की जबरदस्त पहल की है।
उद्घाटन सत्र के बाद विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रसिद्ध शिक्षाविदों द्वारा तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे।

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