बिहार विधान परिषद् चुनाव के लिए पटना डीएम ने राजनितिक दलों के साथ की बैठक

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में बिहार विधान परिषद के 01- पटना स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन के सफल एवं सुचारु संचालन हेतु मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों/ अभ्यर्थी /उनके निर्वाचन अभिकर्ता के साथ समाहरणालय सभागार में बैठक की गई। बैठक में सभी प्रतिनिधियों को मतदान एवं मतगणना की संपूर्ण प्रक्रिया से अवगत कराया गया तथा आवश्यक सुझाव एवं फीडबैक प्राप्त किया गया।

पटना स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के लिए जिला पदाधिकारी पटना निर्वाची पदाधिकारी हैं तथा सभी अनुमंडल पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र में सहायक निर्वाची पदाधिकारी हैं।

विधान परिषद चुनाव के लिए कुल 7 अभ्यर्थियों ने नामांकन किया जिसमें 6 पुरुष एवं एक महिला हैं।

 

अभ्यर्थिता वापसी की तिथि के उपरांत चुनाव के लिए अब मात्र 6 उम्मीदवार रह गए हैं।
जनता दल यू के श्री बाल्मीकि सिंह
राजद के श्री कार्तिक कुमार
निर्दलीय अभ्यर्थी 5
अभ्यर्थिता वापसी 1

मतदान 4 अप्रैल को सुबह 8:00 बजे से 4:00 बजे अपराह् तक होगा।

 

 

पटना स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 23 मतदान केंद्र हैं जो प्रखंड मुख्यालय में अवस्थित हैं। प्रत्येक प्रखंड परिसर में ही मतदान केंद्र बनाये गये हैं।

पटना स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत मतदाताओं की कुल संख्या 5275 है। मनेर में 311, दानापुर में 282 ,बिहटा 347, नौबतपुर 305 ,विक्रम 268, दुल्हिन बाजार 208 ,पालीगंज 374, मसौढ़ी 292 ,धनरूआ 319 ,पुनपुन 198, फुलवारी शरीफ 264 ,पटना सदर 214, संपतचक 53, फतुहा 245, दनियावां 106, खुसरूपुर 126, बख्तियारपुर 278, अथमलगोला 122, बाढ़ 245, बेलछी 104, पंडारक 250 ,घोसवारी 118, मोकामा 246 है।
इस चुनाव में मतदाता के रूप में वार्ड मेंबर/, पंचायत समिति सदस्य/, मुखिया /,जिला परिषद सदस्य,/ नगर निकाय के प्रतिनिधि / मा. विधायक/ विधान पार्षद /सांसद हैं।

आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय मीठापुर में वज्रगृह तथा मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। इसी केंद्र पर 7 अप्रैल को मतगणना का कार्य किया जाएगा।

मतगणना आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा होना है। मतगणना प्रक्रिया में मतपत्रों की गणना मिश्रित प्रणाली से किया जाना है । इस प्रणाली के अंतर्गत सर्वप्रथम मतदान केंद्र वार मतपत्रों का केवल संख्यात्मक गिनती होगा एवं मतपत्रों के बंडल को मिश्रित किया जाना है ।इसके बाद मतपत्रों की गणना अभ्यर्थी बार होगी अर्थात मतदान केंद्रवार मतपत्रों की गणना अभ्यर्थीवार नहीं किया जाएगा।

चुनाव की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता बनाये रखने हेतु जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को चुनाव कार्य के संपादन के निमित्त उन्हें अपने पदस्थापित प्रखंड में तैनाती नहीं की है बल्कि चुनाव कार्य की पारदर्शिता एवं निष्पक्षता को ध्यान में रखते हुए उन्हें दूसरे प्रखंड में प्रतिनियुक्ति की है। विदित हो कि प्रखंड विकास पदाधिकारी को पीठासीन पदाधिकारी तथा अंचलाधिकारी को गश्ती दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है। उन्होंने स्वतंत्र निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान एवं मतगणना की प्रक्रिया संपन्न कराने हेतु कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने तथा पर्याप्त संख्या में सुपर जोनल मजिस्ट्रेट ,जोनल मजिस्ट्रेट, गश्ती दंडाधिकारी, स्टैटिक दंडाधिकारी की तैनाती करने का सख्त निर्देश दिया है।

बैठक में अपर समाहर्ता जनरल श्री विनायक मिश्रा उप निर्वाचन पदाधिकारी श्री आर निलय, राजद के श्री मृत्युंजय यादव, कांग्रेस के श्री शशि रंजन ,बीजेपी के श्री अभिषेक कुमार, सीपीआई के श्री मनोज कुमार चंद्रवंशी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के श्री चंदन यादव, एनसीपी के श्री अतुल कुमार सिंह सहित कई अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।

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