वार्ड 39 के राहुल यादव का दावा ,वो अपने सामाजिक क्रियाकलाप के आधार पर माँग रहे हैं वोट

बिहार मे नगर निकाय चुनाव को लेकर जनता भी जागरूक तरीके से उम्मीदवारों का चयन करना शुरू कर दिया है ,जाति और संप्रदाय की दीवार को तोड़कर अब विकास के आधार पर उम्मीदवार को चुनने की सुगबुगाहट देखने को मिल रही है जिसके वजह से उम्मीदवारों को उनके द्वारा किए गए समाज सेवा को बतौर सबूत पेश करने की नौबत आ गयी है जिन लोगों ने समाज के कार्यों मे हिस्सा लिया है उनके लिए तो ये चुनाव आसान है लेकिन जो हमेशा अपने समाज पास पड़ोस के दुख दर्द से दूर रहे है उन जैसे उम्मीदवारों का नाम लेने से भी वोटर परहेज कर रहे हैं |

पटना नगर निगम के वार्ड 39 के वोटर जहां एक तरफ अपने पुराने पार्षद के कार्यों से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं दिख रहे हैं वही ये भी बोलने से नहीं हिचकिचा रहे है कि वो इस बार बदलाव के मूड में है और साफ साफ कहने लगे हैं कि एक ही व्यक्ति को बार बार कुर्सी सौपने से वो मनमानी करने लगते हैं इसलिए इसबार वार्ड नंबर 39 की जनता किसी नए चेहरे की तलाश में है |

इधर इस वार्ड से अपनी किस्मत आजमा रहे राहुल यादव कहते हैं कि वे पिछली बार सिर्फ 87 वोट से पीछे रह गए थे लेकिन फिर भी जनता से जुड़ाव उनका जारी रहा और हर किसी के सुख दुख मे शामिल होते रहे और यही वजह है कि इस बार वार्ड 39 की जनता का उन्हे भरपूर समर्थन मिल रहा है और वो भारी मतों के अंतर से चुनाव जरूर जीतेगे |

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