मेडिवर्सल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक साइंसेज के सहयोग से पटना में घुटने से जुड़ी सभी प्रकार के विकृतियों का इलाज संभव है।

बिहार ऑर्थोपेडिक्स एसोसिएशन व मेडिवर्सल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक साइंसेज की ओर से रविवार को होटल मौर्य में पटना नी कोर्स पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी और आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत के कोने-कोने से ऑर्थोपेडिक सर्जन शामिल हुए। जिसमें घुटने व उसके आसपास जुड़ी विभिन्न जटिलताओं पर गहन चर्चा की गई। वहीं, इस मौके पर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सम्मलेन को संबोधित करते हुए इस आयोजन के लिए मेडिवर्सल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक साइंसेज के संस्थापक निदेशक डॉ. नवनीत रंजन ,डा निशांत और बिहार ऑर्थोपेडिक्स एसोसिएशन को बधाई दी। साथ ही उन्होंने देशभर से जुटे हड्डी रोग विशेषज्ञों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से बिहार के रोगियों को काफी सुविधा मिलेगी और उन्हें अपने घुटने के रिप्लेसमेंट और इलाज के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा।

इस मौके पर आईएमए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद सिंह ने इस आयोजन के लिए पटना नी कोर्स 2 के अध्यक्ष एवम जाने माने ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. निशिकांत और आर्थोस्कोपी के डॉ. गुरुदेव को और उनकी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि, अब घुटना रिप्लेसमेंट का प्रचलन ज्यादा हो गया है। अब हमारे मरीजों को दिल्ली, कोलकाता, मुंबई जाने की जरूरत नहीं है। पटना में डॉ. निशिकांत और मेडिवर्सल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक साइंसेज के सहयोग से पटना में घुटने से जुड़ी सभी प्रकार के विकृतियों का इलाज संभव है।

 

डा निशिकांत ने बताया कि डॉ आईपीएस ओबेरॉय, आर्टेमिस अस्पताल दिल्ली, डॉ हविंद टंडन व डा विपुल अपोलो दिल्ली से, डॉ ईश्वर बोहरा बीएलके अस्पताल दिल्ली, चेन्नई के डॉ एन रघुनाथन, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज दिल्ली से डॉ धनंजय साबत, डॉ अमित रस्तोगी बीएचयू से , कोलकाता के डॉ. स्वर्मेंदु सामंत और डॉ. राजीव रमन, पुणे के डॉ. कुणाल बंसल, प्राइमस हॉस्पिटल दिल्ली के डॉ. सुमित, पीजीआई चंडीगढ़ के डॉ. रवि गुप्ता और रांची के डॉ. रोहित लाल कुछ बड़े नाम हैं जो इस सम्मेलन में गेस्ट फैसिलिटी के रूप में शामिल हुए। डॉ गुरुदेव, आयोजन सचिव और एचओडी, आर्थोस्कोपी और स्पोर्ट्स इंज्यूरी, ने बताया कि इस वर्ष का विषय स्पोर्टस इंज्यूरी के मरीजों के लिए ज्वाइंट प्रीजर्वशेन रहा। उन्होंने मेनिस्कस की मरम्मत करने की तकनीकों का प्रदर्शन किया। इस मौके पर डा जान मुखोपाध्याय, बिहार ऑर्थोपेडिक्स एसोसिएशन के सचिव डॉ. महेश प्रसाद, डॉ. भरत प्रसाद, डॉ प्रवीण कुमार , डॉ. रमित गुंजन , डॉ राकेश कुमार चौधरी, डॉ. शमसुल होदा , डॉ. मारूत नंदन आदि उपस्थित थे।

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