आर्यावर्त सहोदया के प्रथम प्राचार्य प्रशिक्षण सत्र- विद्यालय प्रबंधन में नवाचार का आयोजन

रविवार को आर्यावर्त सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्स के द्वारा 2023-24 सत्र का प्रथम सीबीएसई प्राचार्य/ विद्यालय प्रमुखों का प्रशिक्षण सत्र – विद्यालय प्रबंधन में नवाचार विषय पर कार्यक्रम पटना के होटल चाणक्या के उत्सव हॉल में किया गया, जिसमें पूरे बिहार से 200 से ज़्यादा प्राचार्य व अन्य विद्यालय प्रमुखों ने भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि के रूप में आये हुए कृष्णा निकेतन स्कूल के अध्यक्ष  कुमार अरुणोदय, विशिष्ठ अतिथि के रूप में आये हुए नालंदा सहोदया के अध्यक्ष श्री अरविंद कुमार सिंह, आर्यावर्त सहोदया के संरक्षक व दरभंगा व सीतामढ़ी स्थित होली मेरी इंटरनेशनल स्कूलों के निदेशक डॉ श्याम नारायण यादव, आर्यावर्त सहोदया की संरक्षक  उमा सिंह नायर, आर्यावर्त सहोदया के संस्थापक डॉ सी बी सिंह, अध्यक्षा  राधिका के, उपाध्यक्ष  ओ पी सिंह, उपाध्यक्ष  आर के जायसवाल, महासचिव  अरविन्दन श्रोतविद मिताली मुखर्जी व  रमा चक्रवर्ती, प्रशिक्षण समन्वयक व आर्यावर्त सहोदया के कोषाध्यक्ष डॉ हिमांशु पाण्डेय व उप प्रशिक्षण समन्वयिका श्रीमती सिंपल सिन्हा इत्यादि ने शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ की।

सत्र के प्रारंभ में सभी अतिथियों का स्वागत डॉ हिमांशु पाण्डेय ने स्वागत भाषण के साथ किया व उन्होंने नई शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में शिक्षक प्रशिक्षण व विशेष तौर पर प्राचार्य प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी घोषणा की कि अब से आर्यावर्त सहोदया शिक्षक प्रशिक्षण के साथ साथ प्राचार्यों व विद्यालय प्रमुखों का अलग से प्रशिक्षण करवायेगा। उन्होंने सभी आगंतुकों का स्वागत किया व आर्यावर्त सहोदया के अबतक आयोजित सभी प्रशिक्षणों का लेखा जोखा भी प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि आर्यावर्त सहोदया ने मई 2022 में अपनी स्थापना के बाद सीबीएसई के दिशा निर्देशों के अनुरूप अबतक 12 भौतिक ( ऑफलाईन ) व 36 ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन करते हुए शिक्षकों व प्राचार्यों को मिलाकर लगभग 2 लाख़ से ज़्यादा लोगों को विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षित किया है । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  कुमार अरुणोदय ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज यह समय है कि हम सभी विद्यालय प्रमुखों को स्वयं को मानसिक व भावनात्मक रूप से ख़ुश रखते हुए अपने आप को अपने दैनिक कार्यों में लगाना होगा। कोई प्रशिक्षण तभी सफ़ल होगा जब हमारे बच्चे दबाव मुक्त होकर अपने जीवन में ख़ुशी के साथ विभिन्न विधाओं में सुखी रहते हुए सफ़ल होंगे। अपने संबोधन में नालंदा सहोदया के अध्यक्ष ने प्रशिक्षण के महत्व पर जोर देते हुए बच्चों में मूल्यों के निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षक निर्माण की तुलना राष्ट्र निर्माण से की। आर्यावर्त सहोदया के संरक्षक डॉ श्याम नारायण यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालयों के प्रमुखों का प्रशिक्षण विद्यालय के शिक्षकों से पहले होना चाहिये तभी शिक्षक प्रशिक्षण का व्रत सफ़ल हो पायेगा। आर्यावर्त सहोदया की अध्यक्षा  राधिका के ने स्कूल प्रधानों के प्रशिक्षण के अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आर्यावर्त सहोदया बिहार क्षेत्र के विद्यालयों के सह विकास के लिये विभिन्न स्तरों पर सदैव प्रयासरत व कृत संकल्पित है।

प्रशिक्षण सत्र के स्रोतविद  रमा चक्रबर्ती व  मिताली मुखर्जी ने सभी प्रशिक्षु स्कूल प्रधानों को स्कूलों नवाचारों को अपनाने व शामिल करने के बहुतेरे सुझाव दिये।

आर्यावर्त सहोदया के संस्थापक डॉ सी बी सिंह ने अपने संबोधन में अपने जीवनकाल में विभिन्न वर्षों में किए गए अनेक नवाचारों के बारे में बताया, जिनमें कुछ निम्नलिखित हैं:

1. अभिभावकों का सम्मान समारोह (1987)
2. क्लासमेट हेल्पमेट स्कीम (1988)
3. प्रेस्टीजियस पैनल ऑफ प्रेस्टीजियस पैरेंट्स (1995)
4. प्रतिभा परख परीक्षा (1995)
5. ऑडियो विज़ुअल लैब (1996)
6. गोल्डेन जुबिली सेलिब्रेशन ऑफ़ इंडियन इंडिपेंडेंस (1997)
7. ऑटोमेटेड ऑफिस (1997)
8. ट्रीशेप रिपोर्टकार्ड (1997)
9. सीसीटीवी (1997)
10. हम चुनौतियों के उत्तर (1999)
11. आपके प्रश्न : आपके उत्तर (1999)
12. होम स्किल्स : पैरेंट्स ग्रेड्स (1999)
13. कंप्रेहेंसिव टेस्ट्स (1999)
14. मदर्स कॉन्वोकेशन (2004)
15. मेरा भाई ट्रैफिक सिपाही (2006)
16. डांसिंग असेंबली (2007)
17. टेक्स्ट मैसेज रिप्लेसेस डायरी (2007)
18. एवेरॉन वी सैट क्लासेज (2008)
19. 100 वां साल बिहार का। (2012)
20. सेवा नॉलेजग्राम, शिक्षा नॉलेजग्राम, रक्षा नॉलेजग्राम (2022)
21. बिहार में सीबीएसई की हीरक जयंती (2023)

प्रशिक्षण सत्र का समापन आर्यावर्त सहोदया के उपाध्यक्ष राजेश कुमार जायसवाल के द्वारा धन्यवाद भाषण के बाद राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ ।

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