पारस हेल्थ कॉन्क्लेव-2023 में ओंकोलॉजी एंव न्यूरोसाइंस पर विशेषज्ञों ने रखी अपनी राय

वर्तमान समय में कैंसर के इलाज के लिए इम्यूनो थेरेपी और टारगेट थेरेपी काफी कारगर साबित हो रही है। आधिकांश मरीजों को इससे राहत मिल रही है। इससे मरीजों की जान बचने की संभावना काफी ज्यादा रहती है। पारस एचएमआरआई इन सेवाओं को लगातार बेहतर कर रहा है और सैकड़ों मरीज इससे लाभान्वित हो रहे हैं। पारस एचएमआरआई पटना की ओर से शनिवार को राजधानी के एक होटल में पारस हेल्थ कॉन्क्लेव-2023 ओंकोलॉजी एंव न्यूरोसाइंस आयोजित किया गया।
इस कॉन्क्लेव का विषय ओंकोलॉजी और न्यूरोसाइंस था। कॉन्क्लेव में पारस एचएमआरआई के ओंकोलॉजी और न्यूरोसाइंस विशेषज्ञ डॉक्टरों के अलावा सौ से अधिक डॉक्टर और चिकित्साकर्मी मौजूद रहे। इस कॉन्क्लेव के दौरान सीनियर कंसल्टेंट और विभागाध्यक्ष डॉ. अभिषेक आनंद ने बताया कि “आज के समय में पारस एचएमआरआई में ओंकोलॉजी की तीनों प्रमुख विधाओं- मेडिकल ओंकोलॉजी, रेडिशन ओंकोलॉजी और सर्जिकल ओंकोलॉजी की सभी आधुनिक सुविधाएं और विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध हैं। पारस एचएमआरआई में इन सुविधाओं के कारण बिहार के मरीजों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। उनका समय और संसाधन दोनों बचता है”।


कॉन्क्लेव के दूसरे सत्र में पारस एचएमआरआई न्यूरोसर्जरी के डायरेक्टर और विभागाध्यक्ष डॉ. अंबुज कुमार ने मस्तिष्क रोग और उसके निदान के लिए आधुनिक तकनीकों के बारे में अपनी बातें रखीं। उन्होंने कहा कि मस्तिष्क रोगों में जितनी देरी होती है उसका उपचार उतना ही मुश्किल होता चला जाता है। इसलिए मस्तिष्क से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से यथा संभव संपर्क करें।
वहीं पारस हेल्थ के जोनल डायरेक्टर डॉ. विक्रम सिंह चौहान ने कहा कि इस तरह के कॉन्क्लेव से मेडिकल साइंस की नई नई बातें सामने आती हैं। चिकित्सा समुदाय को फायदा होता है जो मरीज को ट्रांसफर होता है।
कॉन्क्लेव के दोनों सत्रों में न्यूक्लियर मेडिसिन, न्यूरो इंटरवेंशन, एक्यूट स्ट्रोक केयर, कॉम्प्लेक्स कोलिंग प्रोसिजर और एंडोवोस्क्युलर ट्रीटमेंट ऑफ एन्यूरिज्म पर विस्तार से चर्चा की। इस विषयों पर डॉ. रंगा राव – चेयरमैन, पारस कैंसर सेंटर, गुरुग्राम, डॉ. वी. एस. मेहता – चेयरमैन , न्यूरोसाइंस, पारस हेल्थ, गुरुग्राम, डॉ. तारिक मतिन – ग्रुप डायरेक्टर न्यूरोइनवेंशन पारस हेल्थ, गुरुग्राम, डॉ. जैस्लोव्लीन कौर – हेड, पार्किन्सन एंव मूवमेंट डिसऑडर डिविजन, पारस हेल्थ गुरुग्राम और डॉ. शेखर कुमार केसरी – सिनियर कंसल्टेंट एंव चीफ रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, पारस एचएमआरआई आदि ने अपने-अपने विचार रखे।
एक नजर पारस एचएमआरआई पर 
पारस एचएमआरआई, पटना बिहार और झारखंड का पहला कॉर्पोरेट हॉस्पिटल है। 350 बिस्तरों वाले पारस एचएमआरआई में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं हैं। हमारे पास एक आपातकालीन सुविधा, तृतीयक और चतुर्धातुक देखभाल, उच्च योग्य और अनुभवी डॉक्टरों के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है। पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर बिहार में अपनी विशेषज्ञता, बुनियादी ढांचे और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के लिए प्रसिद्ध है।

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