आशा कर्मियों को सरकारी कर्मियों का दर्जा नहीं मिला तो पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को ठप कर दिया जाएगा

 न्यूज़ डेस्क – बुधवार को  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हिलसा में बिहार राज्य आशा संघ के बैनर तले आशा कर्मियों ने एक दिवसीय धरना दिया। धरना की अध्यक्षता करते हुए मीना देवी ने कहा कि आशा कर्मियों को सरकारी कर्मियों की तरह सभी प्रकार के कार्यों में लगाया जाता है। इसके बावजूद उन्हें सरकारी कर्मी का दर्जा प्राप्त नहीं है। स्वास्थ्य सेवाओं में अहम भूमिका निभाने वाले आशा कर्मियों के साथ केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि आशा कर्मियों को सरकारी कर्मियों का दर्जा यदि नहीं मिला तो पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को ठप कर दिया जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेवारी राज्य सरकार की होगी। धरना के अंत में विभिन्न मांगों से संबंधित एक ज्ञापन प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया। जिसमें पिछला बकाया भुगतान करने, 1000 से 2100 पेमेंट करने, सभी आशा कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, सरकारी कर्मचारियों के अनुसार सरकारी छुट्टी देने, सरकारी बीमा का लाभ देने, विधानसभा चुनाव में किए गए ड्यूटी का पैसा भुगतान करने, समेत कई अन्य मांगे शामिल है। इस मौके पर रजनी कुमारी, सोनी कुमारी, विभा,सुनीता, किरण, प्रतिमा, पार्वती, ममता, अनीता, राधिका, माया, सुधा, बेबी, सरस्वती, सुशीला,रंजू, रिंकु,गौरी,ममता,अमीरीका, समेत सैकड़ों आशा कर्मी मौजूद थी।

विशेष संवाददाता हिलसा – धनपत

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