22 के वैकेंसी पर 23 का नियमावली थोपना बंद करो

संविदा एएनएम संघर्ष मोर्चा के संयोजिका अर्चना कुमारी ने कहा कि गर्दनीबाग मे अनिश्चित कालीन हड़ताल मे शामिल होने के लिए बिहार के विभिन्न जिलों से सैकड़ो एएनएम पटना पहुंची और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की ।
अनिश्चितकालीन हड़ताल का मुख्य केंद्र गर्दनीबाग, पटना में महासंघ (गोप गुट) के सम्मानित अध्यक्ष रामबली प्रसाद , पीएमसीएच कर्मचारी यूनियन के महासचिव कृष्णनंदन सिंह सहित अन्य कई संघ – महासंघ के नेताओं ने हड़ताली एएनएम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2018 में एएनएम नियमावली गठित होने के पश्चात हजारों नियुक्तियां हुई है तथा उसी नियमावली के अनुसार वर्ष 2022 में विज्ञापन संख्या 7 / 2022 बिहार तकनीकी चयन आयोग के माध्यम से 10709 पदों पर ANM की वैकेंसी निकाली गई और उस आवेदन का स्क्रूटनी भी की गयी तथा अभ्यर्थियों से सूची प्रकाशित कर आपत्ति भी मांगे गए ।

लेकिन अचानक राज्य सरकार द्वारा मई 2023 में वर्ष 2018 से गठित पूर्व की नियमावली को रद्द कर नई नियमावली वर्ष 2023 गठित कर दिया गया और इस आधार पर बिहार तकनीकी चयन आयोग द्वारा पूर्व की वैकेंसी को ठंढ़े बस्ते में डाल देना या नई नियमावली के अनुसार परीक्षा लेने की बात करना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है यह बरसों से कार्यरत एएनएम के साथ धोखा है ।

साथ ही पटना सिविल सर्जन सहित विभिन्न जिलों के सिविल सर्जन द्वारा धमकी दिया जाना एवं चयन मुक्त करने संबंधी आदेश निर्गत किये जाने की आलोचना की गई तथा कल 20 सितंबर को पटना सिविल सर्जन कार्यालय में उनके आदेश की प्रति को जलाने तथा विरोध प्रदर्शन करने का भी आह्वान किया गया । एएनएम ने कहा कि हमारी मांग एवं लड़ाई राज्य सरकार से है ना कि सिविल सर्जन से । इसलिए सभी सिविल सर्जन संयम बरतते हुए काम करे और हड़ताली एएनएम को छेड़ने का काम नहीं करें ।

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