पप्पू यादव देश हित में कांग्रेस की ताकत बनना करेंगे पसंद

 जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद श्री राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आज पूर्णिया के ऐतिहासिक रंगभूमि मैदान में प्रणाम पूर्णिया महारैली को संबोधित करते हुए कहा कि सीमांचल कोसी और पूर्णिया की बदहाली के लिए केंद्र और पटना की सरकार के साथ यहां के वह स्थानीय जनप्रतिनिधि है जिन पर जनता ने भरोसा कर सदन तक पहुंचा। उन्होंने कहा कि इसलिए 20 साल बाद आज पूर्णिया को अपने बेटे की जरूरत पड़ी है जो बेटा पूर्णिया की गोद में पला बढ़ा और जुल्म के खिलाफ संघर्ष, जरूरतमंदों की सेवा और अन्य के खिलाफ न्याय के लिए हमेशा खड़ा होता रहा है। लाखों की भीड़ के समक्ष पप्पू यादव ने केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की नीतीश सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि अब तो दोनों जगह पर एक जैसी सरकार है फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिल रहा? उन्हें बताना चाहिए कि कब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा?

पप्पू यादव ने रैली के दौरान सरकार द्वारा कराए गए जातिगत जनगणना के आधार पर भी कई सवाल खड़े किए और कहा कि सरकार के सर्वे नहीं पूर्णिया और सीमांचल कोसी को सबसे पिछड़ा बताया है। इसलिए हम केंद्र और राज्य की सरकार से पूछना चाहते हैं कि आखिर क्यों यह इलाका देश का सबसे पिछड़ा इलाका बना हुआ है, वह भी तब जब दोनों सरकार है घटाटोप विकास की बातें करते हैं तो फिर कोसी, सीमांचल और पूर्णिया अपेक्षित क्यों है? पप्पू यादव ने इस सर्वे का हवाला देते हुए कहा कि आज 99% लोगों के पास लैपटॉप नहीं है? 96% युवाओं के पास वकील नहीं है? 82% लोग पूछ के घरों में रहने को मजबूर हैं ? 9% लोगों के पास एक डिसमिल भी जमीन नहीं है? 72% लोगों के पास एक बीघा से कम जमीन है? रोजगार नहीं है। महंगाई चरम पर है। स्वास्थ्य सुविधाएं भगवान भरोसे है। ब्लॉक में इंस्पेक्टर राज चल रहा है। कोई भी काम बिना पैसा लिए नहीं होता। लोगों की थाली से डाल गायब हैं। इसलिए मैं मोदी जी और नीतीश जी से पूछना चाहता हूं कि वह बताएं कि जब उन्होंने इतना विकास किया तो गरीबी क्यों है ? आज क्यों सरकार के सर्वे में दुनिया का सबसे गरीब और पिछड़ा इलाका सीमांचल कोसी व पूर्णिया है?


पप्पू यादव ने 90 की दशक को याद करते हुए कहा कि जब वह उसे समय सांसद बने थे तब पूर्णिया को 90% तक भ्रष्टाचार मुक्त कर दिया था। जब भारत में 8 घंटे बिजली मिला करता था तब पूर्णिया में उन्होंने 24 घंटे बिजली दिलाई। उन्होंने कोरोना और बाढ़ के दौरान किए गए अपने कार्यों पर भी चर्चा की और कहा कि पूंजीपतियों के पैसों से और सत्ता के दुरुपयोग से भले कोई पीएम और सीएम बन जाए लेकिन जनता के बीच जनता का बेटा नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि जिस कोरोना में अपनों ने अपनों को छोड़ दिया था। वहां मैं हॉस्पिटल हॉस्पिटल जाकर लोगों को गले लगाया मृत लोगों का अंतिम संस्कार कराया। तब यह नेता घर में दुख के पड़े थे। पटना बाढ़ में जब सुशील मोदी अपने लोगों को छोड़कर भाग खड़े हुए थे तब भी उन्होंने गंदे पानी में घुसकर लोगों की मदद की थी जिससे उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ा था लेकिन पूर्णिया ने जो सेवा का संस्कार दिया उससे वह कभी लोगों की मदद से पीछे नहीं हटे।

पप्पू यादव ने अपने संबोधन में कहा कि अगर पूर्णिया की जनता इस बार फिर से उन्हें आशीर्वाद देती है तो वह हवा का रुख बदल देंगे। उन्होंने कहा कि पूर्णिया ने जीना सिखाया। इंसानियत सिखाई। धर्म और जाति से ऊपर उठकर संघर्ष और न्याय के लिए लड़ना सिखाया। इसलिए मैं इस बार पूर्णिया को छोड़कर कहीं नहीं जा रहा। मैं मरना पसंद करूंगा लेकिन पूर्णिया को कभी नहीं छोडूंगा। पूर्णिया में हमेशा मुझे अपने आंचल की छांव एक बेटे की तरह दी है इसलिए मैं आज बेटे का फर्ज निभाना पूर्णिया के लिए आया हूं। पूर्णिया की जनता ने मुझे कभी नहीं हराया और ना कभी हारना सिखाया। पूर्णिया की जनता ने हमेशा मुझे ताकत दी इसलिए आज मैं इस गैर राजनीतिक सभा में यहां बस एक ही अपील करने आया हूं कि दिल्ली में पीएम और पटना में सीएम की चिंता छोड़कर यह देखें कि अगले 5 सालों में आपका और आपके बच्चों का भविष्य क्या होने वाला है?

पप्पू यादव ने अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि अगर पूर्णिया की जनता अपना आशीर्वाद देती है तो आने वाले 5 साल में 10000 से अधिक परिवारों को रोजगार से जोड़ने की कसम हमने खाई है। इसके अलावा जिन आदिवासी बेटियों को 10th के बाद पढ़ाई के लिए पैसा नहीं होगा, उनकी मदद मैं करूंगा। इंटर के के बाद बेटियों को रोजगार देने का काम मैं करूंगा। 3 महीने के अंदर हर सरकारी दफ्तर से दलाल माफिया और भ्रष्टाचार को दूर कर दूंगा। कानून और संविधान के साथ चलकर जनता की जेब से पैसे निकालने वाले सीईओ से लेकर अधिकारियों के इंस्पेक्टर राज को समाप्त करूंगा। राशन कार्ड आधार कार्ड के लिए आम जनता को इधर-उधर भटकना नहीं होगा क्योंकि यह कम
हमारे लोग कर देंगे। उन्होंने कहा कि मेरी लड़ाई डॉक्टर से नहीं है। खुद मेरे घर में कई डॉक्टर है मेरी लड़ाई उसे व्यवस्था से है जिसमें जनता के पैसे से अस्पतालों के संचालन हो रहे हैं लेकिन उन अस्पतालों में सीटी स्कैन से लेकर एम आर आई तक की मशीन नहीं है। मैं पूर्णिया में एंबुलेंस फ्री करूंगा, ताकि लोगों को इलाज में परेशानी ना हो सके। इसके अलावा हर गांव में फुटबॉल में टॉप 5 खलाड़ियों को रोजगार के लिए ₹100000 की मदद करूंगा। क्रिकेट के टॉप खिलड़ियों को कट प्रॉपर कोच जिम लाइब्रेरी के साथ स्टेडियम की सुविधा उपलब्ध करवाऊंगा।

पप्पू यादव ने कहा कि पूर्णिया को हम औद्योगिक कॉरिडोर के रूप में विकसित करना चाहते हैं जिसका फायदा श्रीलंका म्यांमार और नेपाल जैसे देशों को भी मिले। इसके अलावा गुलाब बाग मंडी को हम एक बार फिर से कोई पहचान वापस करने को संकल्पित है। पूर्णिया को उप राजधानी, एयरपोर्ट और पूर्णिया में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना के साथ-साथ जानकी नगर, सरसी और मोहनपुर को प्रखंड का दर्जा देने के लिए संघर्ष करेंगे और यह जब तक नहीं मिलता है तब तक खामोश नहीं बैठेंगे। पप्पू यादव ने कहा कि किडनी बिक जाएगी तो चलेगा लेकिन पटना पप्पू यादव ने कहा कि किडनी बिक जाए मेरी कोई गम नहीं लेकिन पूर्णिया के गरीबों की आंखों में आंसू नहीं आने दूंगा। मेरी जिंदगी सत्ता के लिए नहीं आम आदमी की जिंदगी बदलने के लिए है। चुनाव का वक्त आया है। दुनिया नेता के रूप में आपके पास आएंगे। लेकिन आपका बेटा चुनाव हो या ना हो फर्क नहीं पड़ता हमेशा आपके पास आपकी आवाज पर हाजिर होता है।

पप्पू यादव नहीं अभी कहा कि राजनीतिक, सामाजिक संवैधानिक और आर्थिक संकट सत्ता स्वार्थ वाले नेताओं की वजह से देश संकट में है। इसको बचाने के लिए मैं कांग्रेस की ताकत बनना चाहूंगा। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस चाहेगी तो मैं मधेपुरा , सुपौल की सीटें उन्हें जीत कर दूंगा लेकिन पूर्णिया की माटी में ही दफन होना पसंद करूंगा पूर्णिया छोड़कर जाना नहीं।

इससे पहले जब नेताओं ने पप्पू यादव के कार्यों और उनके कार्यशैली की चर्चा करते हुए कहा कि पूर्णिया के नव निर्माण का आधार पप्पू यादव ही हैं। जहां सारी उम्मीदें खत्म होती है वहां लोग पप्पू यादव को याद करते हैं। जाप नेताओं ने लोहिया के कथन को याद करते हुए कहा कि पप्पू यादव के होने से सड़कें कभी सुनी नहीं होगी, जब सड़कें सुनी नहीं होगी तो सांसद भी आवारा नहीं होगा। इसलिए 2024 लोकसभा चुनाव में पूर्णिया की जनता को अपने बेटे को भारी मतों से विजय बनाकर लोकसभा में भेजना होगा, तभी पूर्णिया का पिछड़ापन और बदहाली दूर होगा।

पप्पू यादव के 7 संकल्प* :

# अगले पांच वर्ष में पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के दस हज़ार परिवारों को रोजगार

# 24*7 मुफ्त स्वास्थ्य सेवा + निःशुल्क एंबुलेंस

# भ्रष्टाचार मुक्त सरकारी कार्यालय

# सबकी सुरक्षा, सबको न्याय, सबकी सेवा

# हर पंचायत में युवाओं के लिए खेल मैदान (स्टेडियम) के साथ जिम व लाइब्रेरी

# बीपीएल से नीचे की ग़रीब बेटियों को कॉलेज की पढ़ाई हेतु अनुदान के साथ रोज़गार की गारंटी

# सीमांचल कोसी औद्योगिक कॉरिडोर (पूर्णिया को बिहार की उपराजधानी और पूर्वोत्तर भारत की औद्योगिक राजधानी बनाएंगे )

प्रणाम पूर्णिया महारैली की अध्यक्षता जाप प्रदेश अध्यक्ष श्री राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा ने की, जबकि मंच का संचालन राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता श्री प्रेमचंद सिंह / मो० इसराइल आजाद ने की। मौके पर जाप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी से श्री रघुपति सिंह राष्ट्रीय प्रधान महासचिव, श्री भाई दिनेश सिंह यादव, पूर्व विधायक सह राष्ट्रीय महासचिव, श्री रामचंद्र सिंह यादव पूर्व विधायक सह राष्ट्रीय महासचिव, मो० फाजिल अहमद, राष्ट्रीय महासचिव, श्री राजेश रंजन पप्पू राष्ट्रीय महासचिव, श्री सुरेन्द्र कुमार सिंह, सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी, मो० मुस्ताक साहेब, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, श्री नागेन्द्र सिंह त्यागी, कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा शक्ति, श्री गौतम आनंद, राष्ट्रीय अध्यक्ष छात्र परिषद, श्री जितेन्द्र कुमार कुमार उर्फ जे. डी, राष्ट्रीय महासचिव युवा परिषद्श्री,एल अभिजित सिंह चौहान, प्रदेश प्रधान महासचिव, श्री राजू दानवीर, प्रदेश अध्यक्ष युवा परिषद्श्री मनीष कुमार, प्रदेश अध्यक्ष छात्र परिषद् , श्रीमती विभा देवी, प्रदेश अध्यक्ष महिला परिषद्श्री तोरब नियाजी, प्रदेश अध्यक्ष युवा माक्ति श्री अमरजीत ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष, अतिपिछडा प्रकोष्ठ श्री मनोज पासवान, प्रदेश अध्यक्ष, जाप अनुसूचित जाति/जन जाति प्रकोष्ठ, मो० फैजान, प्रदेश अध्यक्ष, पप्पू ब्रिगेड, श्री राजेश यादव, युवा प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता समेत अन्य नेतागण मौजूद रहे।

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