जंगल राज और अराजकता से मुक्ति के संकल्प का प्रतीक थी सिर पर बांधी पगड़ी

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने आज अयोध्या धाम प्रस्थान करने के दौरान कहा कि जंगलराज व अराजकतावादियों को सत्ता से हटाने के उनके संकल्प की सिद्धि होने के दिन 28 जनवरी, 2024 को ही उन्होंने माता सरयू के पवित्र जल में स्नान कर प्रभु श्री राम के श्रीचरणों में अपनी संकल्पित पगड़ी उतारने व केशदान की घोषण की थी, जो कल अयोध्या में पूरी होगी। श्री चौधरी के काफिले में बिहार सरकार के अनेक मंत्रियों, विधायकों, पार्टी के पदाधिकारियों, नेताओं व कार्यकर्ताओं की करीब ढाई सौ गाड़ियां शामिल हैं।

श्री चौधरी जी ने कहा कि उनका संकल्प केवल सत्ता के मुखिया को कुर्सी से हटाना नहीं बल्कि बिहार को जंगलराज वाले लुटेरों से भी मुक्ति दिलाना था। विगत 28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जंगलराज के प्रतीक महागठबंधन से अलग होने और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर भाजपा के साथ उसी दिन सरकार गठित करने के साथ ही उनका संकल्प पूरा हो गया।

उन्होंने कहा कि उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष रहते हुए तत्कालीन महागठबंधन की सरकार और सरकार के मुखिया को पद से हटाने का संकल्प लिया था। 28 जनवरी 2024 को जब महागठबंधन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया, सदन के पटल पर की गई मेरी घोषणा पूरी हो गई। उन्होंने कहा कि आज वे बिहार की एनडीए सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के सहयोगी है और बिहार में सुशासन व विकास को समर्पित सरकार चल रही है। एनडीए सरकार का एकमात्र एजेंडा विकास और सुशासन के जरिए कानून का राज स्थापित करना है। बिहार में अब भ्रष्टाचारियों, लुटेरों, माफियाओं व परिवारवादियों के लिए कोई जगह नहीं है।

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