शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, यह जीवन जीने की कला – जिलाधिकारी

जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, अपितु यह जीवन जीने की कला है। वे आज शिक्षक दिवस, 2024 के अवसर पर समाहरणालय में आयोजित शिक्षक पुरस्कार समारोह में संबोधन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा हमें सिखाती है कि संघर्षपूर्ण स्थितियों में भी हम किस तरह कार्य करें तथा हमारा व्यवहार कैसा हो। शिक्षकों की इसमें काफी महत्वपूर्ण भूमिका है। जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार के विशेष प्रयासों के बदौलत शिक्षा जगत में क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहा है। बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। सभी शिक्षकों एवं अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहना होगा।

आज के इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी द्वारा 12 शिक्षकों को जिला-स्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने इन सभी शिक्षकों के योगदान की सराहना करते हुए आगे भी उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पटना जिला के शिक्षकों द्वारा काफी अच्छा कार्य किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों की मांग एवं आवश्यकता के अनुरूप सभी सुविधा उपलबध करायी जा रही है।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकारी तंत्र में काम करने वाले सभी व्यक्तियों के लिए निर्धारित आचरण नियमावली है। इसका अनुपालन कर शिक्षक अपने विद्यार्थियों तथा समाज में आदर्श स्थापित कर सकते हैं। सभी शिक्षकों को अपने आचार-व्यवहार तथा अनुशासन के प्रति अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। वे स्वयं समय से विद्यालय आएँ तथा अपने दायित्वों के प्रति सजग रहें। इससे एक अच्छा संदेश जाता है। उन्होंने कहा कि गुरू की भूमिका ईश्वरतुल्य है। विद्यार्थियों को नई-नई तकनीकों की जानकारी देने के साथ-साथ परंपरागत ज्ञान के साथ भी समन्वय बनाकर चलना पड़ेगा।

इस अवसर पर सहायक समाहर्ता, विशिष्ट पदाधिकारी, अनुभाजन, अपर जिला दंडाधिकारी आपूर्ति, अपर जिला दंडाधिकारी विभागीय जाँच, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारीगण एवं अन्य भी उपस्थित थे।

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