समाज के नव निर्माण में महात्मा फुले का जीवन संघर्ष युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत : मंजीत आनन्द साहू

महात्मा ज्योतिबा फुले की 195वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को हिलसा विकास मंच द्वारा बिहार रोड स्थित मंच के कार्यालय में स्मृति सभा का आयोजन किया गया । हिलसा विकास मंच के संस्थापक सह संयोजक मंजीत आनन्द साहू ने कहा कि महिलाओं, पिछड़ों, गरीबों,वंचितों के उत्थान और महिला शिक्षा को बढ़ावा देने वाले महान समाज सुधारक, विचारक, लेखक महात्मा ज्योतिबा फुले जी का व्यक्तित्व समाज के नव निर्माण में मार्गदर्शक के रूप हम सबके समक्ष है। आज युवा पीढी को फुले साहब के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। महात्मा फुले ने अपने संपूर्ण जीवन काल को समाज सुधार के लिए समर्पित कर दिया । समाज का हर अशिक्षित व्यक्ति को शिक्षा का अवसर प्राप्त हो इसके लिए कठीन संघर्ष किया ।उनके द्वारा लिखित सबसे लोकप्रिय पुस्तकों में गुलामगिरी, किसान का कोड़ा आज के युवा पीढी को पढ़ने की आवश्यकता है ।

शिक्षा से ही देश-समाज एवं परिवार का सकारात्मक परिवर्तन एवं विकास संभव है। आज समाज मे नफरत और हिंसा का माहौल हर तरफ दिखाई दे रहा है। वोट की राजनीति करने वाले लोग समाज को बांटने में लगे हैं। ऐसे में सम्यक समाज का निर्माण किस प्रकार हो यह जिम्मेवारी आज की पीढी के कंधो पर है।मौके पर बलराम यादव, अनिल कुमार, सतीश शेखर, आशीष आनन्द , फकीरा साह, अभिजीत कुमार , मनोज चौधरी, राजकुमार, सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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