पटना डीएम ने की डीआरसीसी की योजनाओं की समीक्षा, योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु पदाधिकारियों को सजग एवं तत्पर रहने का दिया निदेश

जिला पदाधिकारी, पटना डॉ0 चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज छज्जुबाग स्थित जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र (डीआरसीसी) में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई। उन्होंने ’’विकसित बिहार के सात निश्चय’’ अंतर्गत ‘आर्थिक हल, युवाओं को बल’ के तहत डीआरसीसी से संचालित तीनों योजनाओं-बिहार स्टूडेण्ड क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना एवं कुशल युवा कार्यक्रम में अद्यतन प्रगति का जायजा लिया एवं आवश्यक निदेश दिया।

समीक्षा में डीएम डॉ सिंह ने पाया कि बिहार स्टूडेण्ड क्रेडिट कार्ड योजना के तहत बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम/बैंक को 15,987 आवेदन भेजा गया है जिसमें 15,437 आवेदन वित्त निगम/बैंक द्वारा स्वीकृत किया गया है एवं 13,215 छा़त्र-छात्राओं को राशि उपलब्ध करा दी गई है। शेष 2,222 आवेदन वितरण हेतु वित्त निगम के स्तर पर लंबित है। डीएम डॉ0 सिंह ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(योजना एवं लेखा) को निदेशित किया कि वित्त निगम से समन्वय स्थापित कर लंबित आवेदनों को यथाशीघ्र निष्पादित कराएँ ताकि छात्र-छात्राओं को तुरत इसका लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के क्रियान्वयन की अच्छी स्थिति पायी गई। इसके अंतर्गत 25,143 आवेदन स्वीकृत किये गये हैं तथा बैंक को भुगतान के लिए 24,591 आवेदन भेजे गये है जिसमें 23,105 लाभार्थियों के खाते में 30 करोड़ 85 लाख एवं 95 हजार रुपये की राशि हस्तांतरित कर दी गई है। शेष प्रक्रियाधीन है। डीएम डॉ0 सिंह ने जिला योजना पदाधिकारी को इसे शीघ्र पूरा करने का निदेश दिया।

कुशल युवा कार्यक्रम के अंतर्गत 73,169 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। इसमें अभी तक 42,730 व्यक्तियों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। शेष लोगों का प्रशिक्षण जारी है। कुल लोग प्रतीक्षारत हैं। डीएम डॉ0 सिंह ने जिला योजना पदाधिकारी को इसका लगातार अनुश्रवण करने का निदेश दिया ताकि सभी लोगों को ससमय प्रशिक्षण मिल सके।

पटना सदर एवं घोसवारी प्रखंड को छोड़कर शेष सभी 21 प्रखंडों में कौशल विकास केंद्र कार्यरत है। डीएम डॉ सिंह ने पटना सदर एवं घोसवारी प्रखंडों में भी कौशल विकास केंद्रों को जल्दी सक्रिय करने का निर्देश दिया।

जिले में कुल 96 कौशल प्रशिक्षण केन्द्र स्वीकृत हुए थे, जिसमें 89 केन्द्र कार्यरत हैं। विभिन्न कारणों से 07 प्रशिक्षण केन्द्र कार्यरत नहीं है। इन 89 प्रशिक्षण केन्द्रों में 20 प्रखण्ड परिसर में है तथा शेष 69 केन्द्र निजी भवनों में संचालित हैं। डीएम डॉ0 सिंह ने जिला नियोजन पदाधिकारी को विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए बंद कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों को शीघ्र शुरू कराने का निदेश दिया।

विदित हो कि डीएम डॉ. सिंह डीआरसीसी का नियमित तौर पर निरीक्षण एवं संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हैं। कुछ ही दिन पूर्व 28 अप्रैल, 2022 को उन्होंने डीआरसीसी का औचक निरीक्षण किया था।

विगत निरीक्षण में डीएम द्वारा दिए गए आदेश के आलोक में डीआरसीसी में कर्मियों की हाजिरी दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली चालू हो गई है। डीएम डॉ सिंह ने बायोमेट्रिक उपस्थिति का लगातार पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया।

डीएम डॉ सिंह ने विभाग से समन्वय कर आधार पंजीकरण एवं परिमार्जन केन्द्र का संचालन प्रारंभ करने का निर्देश दिया।

डीएम डॉ सिंह ने वरीय पदाधिकारी, डीआरसीसी-सह- जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी को डीआरसीसी में लंबित मामलों की समीक्षा कर शीघ्र निष्पादित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने पदाधिकारियों को प्राप्त आवेदनों के निष्पादन में सजग रहने को कहा है।


डीएम डॉ. सिंह ने पदाधिकारियों को योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में प्रतिबद्धता एवं तत्परता प्रदर्शित करने का निदेश दिया है।

इस अवसर पर जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (योजना एवं लेखा), जिला नियोजन पदाधिकारी, प्रबंधक डीआरसीसी सहित अन्य भी उपस्थित थे।

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