जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने बाढ़ अनुमंडल में अनुमंडल कार्यालय का किया निरीक्षण

जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा बाढ़ अनुमंडल में अनुमंडल कार्यालय, भूमि सुधार उप समाहर्ता कार्यालय एवं अनुमंडल लोक शिकायत निवारण कार्यालय का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा उपकारा, बाढ़ का भी निरीक्षण किया गया। विदित हो कि इसके पूर्व वर्ष 2014 में तत्कालीन जिलाधिकारी श्री एन. सरवण कुमार द्वारा बाढ़ अनुमंडल का निरीक्षण किया गया था।

अनुमंडल कार्यालय के निरीक्षण के क्रम में डीएम ने विभिन्न शाखाओं को देखा। उन्होंने स्थापना, लेखा, अंकेक्षण, नजारत, आपूर्ति, कल्याण, आपदा प्रबंधन, सेवापुस्त का संधारण, रोकड़ बही, पेंशन नीलामपत्र, लोक सूचना का अधिकार, जन शिकायत सहित विभिन्न संचिकाओं/पंजियों का अवलोकन किया तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया। डीएम डॉ. सिंह ने पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्वीकृत बल के विरूद्ध रिक्ति के आलोक में पत्राचार करने का निदेश दिया। उन्होंने सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 में प्रथम अपील से संबंधित 45 लंबित आवेदनों को शीघ्र निष्पादित करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने अनुमंडल कार्यालय में लोक शिकायत से संबंधित 19 लंबित आवेदनों का शीघ्र निवारण करने का निदेश दिया। अनुमंडल कार्यालय अंतर्गत आपदा प्रबंधन शाखा में सामूहिक सड़क दुर्घटना से संबंधित नौ मामले; गंगा नदी/पइन/पोखर/तालाब/नहर एवं पानी में डूबने से मृत्यु से संबंधित 12 मामले, अग्नि/ठनका से संबंधित तीन मामले लंबित थे। डीएम डॉ. सिंह ने आपदा प्रबंधन में लंबित आवेदनों को नियमानुसार शीघ्र निष्पादित कर शून्य करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने अग्रिम राशि प्राप्त करने वाले सभी कर्मियों को नोटिस निर्गत करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह द्वारा 01.50 बजे अपराह्न उपकारा बाढ़ का निरीक्षण किया गया एवं सुरक्षा व्यवस्था का जाएजा लिया गया। कारा में बंदियों की संख्या 525 थी जिसमें 20 महिला बंदी भी शामिल हैं। जेल की साफ-सफाई अच्छी थी। किचन में भी बेहतर साफ-सफाई थी। दोपहर का भोजन तैयार किया जा रहा था। महिला बंदियों के साथ दो नवजात बच्चे भी थे। डीएम डॉ. सिंह ने जेल अधीक्षक को बच्चों को दूध, खिलौना एवं टीका ससमय देने की व्यवस्था करने का निदेश दिया। डीएम द्वारा महिला बंदियों से बात-चीत की गई एवं उनकी समस्याओं को सुना गया। महिला बंदियों ने बताया कि किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।

डीएम डॉ. सिंह ने जेल अधीक्षक को छत की शीघ्र मरम्मति कराने का निदेश दिया।उपकारा की सुरक्षा व्यवस्था संतोषजनक पाई गई।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि वे नियमित तौर पर जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड-स्तरीय कार्यालयों के साथ-साथ जेल का भी निरीक्षण करते रहते हैं तथा कार्यों का अनुश्रवण करते हैं।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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