डीएम ने प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय, फुलवारीशरीफ का किया निरीक्षण; आम जनता के कार्यों के निष्पादन में तेजी लाने का डीएम ने दिया निदेश

जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज प्रखण्ड-सह-अंचल कार्यालय, फुलवारीशरीफ का नियमित निरीक्षण किया गया। उन्होंने यहाँ स्थित लोक सेवा केंद्र, आधार केन्द्र, बाल विकास परियोजना कार्यालय, कार्यक्रम पदाधिकारी(मनरेगा) का कार्यालय, निर्वाचन कार्यालय सहित विभिन्न शाखाओं एवं कार्यालयों का निरीक्षण किया, पदाधिकारियों एवं कर्मियों की उपस्थिति की जांच की, उनका परिचय प्राप्त किया तथा उनके दायित्वों एवं कार्यों की जानकारी ली।

1. प्रखण्ड विकास पदाधिकारी श्री मुकेश कुमार द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि फुलवारीशरीफ प्रखण्ड के अंतर्गत कुल 14 पंचायत है। इन 14 पंचायतों के विकास कार्यों का कार्यान्वयन इस प्रखण्ड द्वारा किया जा रहा है। प्रखण्ड अंतर्गत कुल ग्रामों की संख्या 122 है। प्रखण्ड-सह-अंचल कार्यालय नवनिर्मित सरकारी भवन में अवस्थित है।

2. प्रखण्ड कार्यालय, फुलवारीशरीफ के निरीक्षण के क्रम में डीएम ने विभिन्न सेक्शन के कार्यों का अवलोकन किया। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। डीएम डॉ. सिंह ने आरटीपीएस, स्थापना, अंकेक्षण, लेखा, नजारत, आपूर्ति, कल्याण, सेवापुस्त का संधारण, आकस्मिक अवकाश पंजी, अनुक्रमणिका पंजी, रोकड़ बही, लोक सूचना का अधिकार सहित विभिन्न पंजियों को देखा तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया।

3. दिनांक 01.01.2022 से दिनांक 20.07.2022 तक फुलवारीशरीफ प्रखंड में बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम के तहत 1,28,832 आवेदन प्राप्त हुआ। इसमें से 1,26,788 आवेदनों को निष्पादित किया गया जो कुल प्राप्त आवेदनों का 98.5 प्रतिशत है। डीएम डॉ. सिंह ने लंबित 2,044 आवेदनों को भी समय सीमा के अंदर निष्पादित करने का निदेश दिया।

4. डीएम डॉ. सिंह ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना, मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना, बिहार राज्य निःशक्तता पेंशन योजना, लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, कबीर अंत्येष्टि योजना, बिहार शताब्दी कुष्ठ कल्याण योजना सहित सभी योजनाओं में प्राप्त आवेदनों को ससमय निष्पादित करने का निदेश दिया।

5. प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत वित्तीय वर्ष 2021-22 में वास्तविक लक्ष्य 360 है। इसमें 356 को प्रथम किस्त की राशि तथा 298 को द्वितीय किस्त की राशि प्रदान की गई है। डीएम डॉ. सिंह ने लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हासिल करने के लिए विशेष प्रयास करने का निदेश दिया।

राशन कार्ड से संबंधित कुल 8,974 आवेदन प्राप्त हुआ जिसमें से 8,914 को निष्पादित कर दिया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने शेष 60 लंबित आवेदन पत्रों को भी शीघ्र निष्पादित करने का निदेश दिया।

लोक शिकायत से संबंधित 83 प्राप्त परिवाद पत्रों का शत-प्रतिशत निवारण कर दिया गया है।

सभी 201 वार्ड में शत-प्रतिशत घर तक पक्की गली-नाली योजना का क्रियान्वयन एवं नल से पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।

डीएम डॉ. सिंह ने लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत लक्ष्य के अनुरूप तत्परता से कार्य करने का निदेश दिया।

6. प्रखण्ड कार्यालय में सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के अंतर्गत वर्ष 2022-23 में प्राप्त 22 आवेदनों में से 21 को निष्पादित कर दिया गया है। शेष एक प्रक्रियाधीन है।

7. प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अनुमण्डल कार्यालय अन्तर्गत सभी कर्मचारियों एवं कार्यालय परिचारियों का सेवापुस्त संधारित है। डीएम डॉ. सिंह ने इसे अद्यतन सत्यापित करने का निदेश दिया।

8. डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सामान्यतः कार्यालय प्रबंधन की स्थिति अच्छी पाई गई। उन्होंने आम लोगों के कार्यों के निष्पादन में तेजी लाने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्वीकृत बल के विरूद्ध रिक्ति के आलोक में पत्राचार करने का निदेश दिया। उन्होंने विशेष प्रयास कर अग्रिम राशि का समायोजन करने का निदेश दिया।

9. डीएम डॉ. सिंह द्वारा अंचल कार्यालय, फुलवारीशरीफ का निरीक्षण किया गया। उन्होंने दाखिल खारिज, परिमार्जन, अतिक्रमणवाद, मापीवाद, भूमि विवाद निराकरण हेतु साप्ताहिक बैठक का आयोजन सहित विभिन्न बिन्दु पर समीक्षा की। अंचलाधिकारी श्री चंदन कुमार द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि अंचल अंतर्गत कुल 8 हल्का एवं 72 राजस्व ग्राम है।

10. दाखिल-खारिज अंतर्गत कुल प्राप्त 77,446 आवेदनों में से 73,073 आवेदनों को निष्पादित कर दिया गया है। 4,373 आवेदन निष्पादन हेतु लंबित है। इसमें से 50 आवेदन 63 दिन से अधिक समय से लंबित है। डीएम डॉ. सिंह ने इन आवेदनों को 02 सप्ताह के अंदर निष्पादित करने का निदेश दिया।

परिमार्जन के तहत 20,419 आवेदन प्राप्त हुआ जिसमें 19236 आवेदन को निष्पादित कर दिया गया है।

भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र अंतर्गत कुल 4901 आवेदन प्राप्त हुआ जिसमें 4,854 आवेदनों को निष्पादित कर दिया गया। डीएम डॉ. सिंह ने प्रक्रियाधीन आवेदनों को निर्धारित समय-सीमा के अंदर निष्पादित करने का निदेश दिया।

11. विगत तीन वर्षों में अतिक्रमण वाद के 52 मामले दर्ज किए गए हैं। इसमे से 23 वादों को निष्पादित किया गया है। मापीवाद से संबंधित 99 मामले दर्ज है जिसमें 69 मामलों को निष्पादित किया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने लंबित वादों को शीघ्र निष्पादित करने का निर्देश दिया।

12. डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि आरटीपीएस के अंतर्गत आवेदनों के एक्सपायरी की संख्या शून्य रहनी चाहिए। निर्धारित समय-सीमा के अंदर आम जनता को सेवा उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

13. अंचल कार्यालय, फुलवारीशरीफ के लिपिक श्री कुमार राजन विगत चार माह से कार्यालय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित हैं। पूर्व में इनका पदस्थापन प्रखण्ड कार्यालय, बिहटा था। कार्यालय से गायब रहना, स्वेच्छाचारिता, कार्य के प्रति अभिरूचि नहीं लेना, उदासीनता एवं पदाधिकारी के आदेश के उल्लंघन के आरोप में इन्हें पूर्व में भी दंडित किया गया था। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि लिपिक श्री कुमार राजन को अनिवार्य सेवानिवृति का दंड अध्यारोपित किया जाएगा। उन्होंने स्थापना उप समाहर्ता को इसके लिए प्रस्ताव उपस्थापित करने का निदेश दिया।

फुलवारीशरीफ के पूर्व अंचल नाजिर श्री चंदन सेन कुमार द्वारा अभी तक नजारत का प्रभार नहीं सौंपा गया है। इसके कारण अंचल कार्यालय के नजारत का कार्य बाधित है। उनका पदस्थापन प्रखंड कार्यालय, दुल्हिनबाजार में है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा श्री चंदन कुमार सेन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

14. डीएम ने प्रखंड-सह -अंचल कार्यालय में आम लोगों से बात कर फीडबैक प्राप्त किया ।

15. विदित हो कि डीएम डॉ. सिंह द्वारा नियमित तौर पर जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड-स्तरीय कार्यालयों का निरीक्षण तथा कार्यों का अनुश्रवण किया जाता है। विगत पन्द्रह दिनों में उन्होंने दो अनुमंडलों तथा तीन महीना के अंदर चार में से तीन कोषागारों का निरीक्षण किया है। साथ ही उनके द्वारा कई कार्यालयों, प्रखंडों तथा पंचायतों का भी निरीक्षण किया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें।

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