नीतीश कुमार को सलाह, कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ें बीजेपी के खिलाफ लड़ाई- पप्पू यादव

बिहार में राजनीतिक अस्थिरता को बिहार के विकास के लिए खतरा बताते हुए जनअधिकार पार्टी (जाप) के सुप्रिमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने सरकार से अपना स्टैंड साफ करने की मांग की है। पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा किऐसे समय में जब नीतीश कुमार को बीजेपी कोई भी मौका देने के लिए तैयार नहीं है, मुख्यमंत्री को यह घोषणा करनी चाहिए कि यह सरकार स्थिर है और आगे भी चलती रहेगी या यह कह दें कि वह इस गठबंधन के साथ अपना भविष्य नहीं देखते हैं। नीतीश कुमार को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। आरसीपी मामले में श्री पप्पू यादव ने कहा कि सबसे ज्यादा सम्पत्ति को सत्ता पक्ष के पास है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि आर्थिक अपराध इकाई से सत्ता पक्ष के सभी नेताओं की सम्पत्ति की जांच कराएं।
श्री पप्पू यादव ने कहा कि इसबार जबसे सरकार बनी है तब से अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है। लोग शराब से मर रहे हैं और अधिकारी कह रहे हैं कि शराब का कोई मामला नहीं है। सीवान में एक लड़के को पुलिस ने पीट-पीटकर मार दिया। अधिकारी और माफिया मिलकर बिहार को लूट रहे हैं जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं मिल रही है। हर दिन हत्याएं हो रही हैं। कोई काम करने के लिए तैयार नहीं है। पुलिस गुंडई पर उतर चुकी है।

उन्होंने कहा कि पूरा देश मोदी सरकार की नीति के खिलाफ है। देश के माहौल ठीक नहीं हैं। मैं बताना चाहता हूं कि नीतीश जी की आइडियोलॉजी बीजेपी की आइडियोलॉजी से नहीं मिलती है। आज स्थिति ये है कि जो बीजेपी में हैं, वो हरिश्चंद्र हैं और जो दूसरी पार्टी में हैं वो अपराधी। बीजेपी के खिलाफ जो आवाज उठाएगा वह उसका अगला शिकार होगा। आज जरूरत है बीजेपी के खिलाफ हिम्मत करने की। मैं समझता हूं कि कांग्रेस इस देश की सबसे बड़ी पार्टी है और आने वाले भविष्य में कांग्रेस के नेतृत्व में नीतीश कुमार और सारे विपक्षी पार्टियां मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़कर उसे समाप्त कर सकते हैं। मैं नीतीश कुमार से आग्रह करना चाहता हूं कि बिहार के हित में यह निर्णय लेना चाहिए। नीतीश जी असमंजस की स्थिति बनाकर ना रखें, क्लियर कर दें कि 2024 का चुनाव एनडीए के साथ लड़ेंगे या सोनिया गांधी के नेतृत्व में एक मजबूत भारत बनाएंगे। कांग्रेस के लिए भी नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद हैं। श्री पप्पू यादव ने दावा किया कि व्यक्तिगत तौर पर नीतीश कुमार की ईमानदारी को चुनौती नहीं दी जा सकती है। नहीं तो बीजेपी उनको नहीं छोड़ती। उन्होंने सवाल उठाया कि ईडी विपक्ष के लिए स्वतंत्र क्यों है। सत्ता पक्ष के किसी नेता पर जांच क्यों नहीं होती। प्रेस वार्ता में जाप राष्ट्रीय महासचिव राजेश पप्पू, श्रीकांत यादव मौजूद थे।

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