आयुक्त कुमार रवि की अध्यक्षता में एनएमसीएच रोगी कल्याण समिति की शासी निकाय की बैठक हुई

आयुक्त, पटना प्रमंडल-सह-अध्यक्ष, रोगी कल्याण समिति, नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, पटना श्री कुमार रवि ने कहा है कि नागरिकों को सुगम, विश्वसनीय, गुणवत्तापूर्ण एवं सृदृढ़ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। इसके लिए सभी पदाधिकारियों एवं चिकित्सकों को सजग, तत्पर तथा प्रतिबद्ध रहना पड़ेगा। वे आज आयुक्त कार्यालय स्थित सभाकक्ष में एनएमसीएच के रोगी कल्याण समिति की शासी निकाय की बैठक में अध्यक्षीय संबोधन कर रहे थे। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि विकसित बिहार एवं आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय में सभी के लिए उत्तम स्वास्थ्य सुविधा का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे प्रभावी, कुशल, संवेदनशील एवं जवाबदेह कार्य-प्रणाली से ही हासिल किया जा सकता है।

आज की इस बैठक में आयुक्त श्री रवि ने एनएमसीएच द्वारा मरीजों के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया। दिनांक 15.12.2021 को आयोजित रोगी कल्याण समिति की बैठक में प्रदत्त निदेशों के अनुपालन की स्थिति की समीक्षा की गई तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया गया। अधीक्षक-सह-सदस्य सचिव, रोगी कल्याण समिति, एनएमसीएच द्वारा प्रस्तुत एजेंडा पर सदस्यों ने एक-एक कर चर्चा की। अस्पताल के प्रबंधन एवं संचालन पर विस्तृत विमर्श किया गया। मरीजों के हित में दवाओं एवं यंत्रों की उपलब्धता, ओपीडी तथा आईपीडी का संचालन, मेडिकल वेस्ट का निष्पादन, मरीजों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता, चिकित्सकों एवं कर्मियों की उपस्थिति, आउटसोर्सिंग, संस्थान में जलापूर्ति, नियमित एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति, शौचालय, स्वच्छता सहित विभिन्न बिन्दुओं पर उपस्थापित प्रस्तावों पर समिति के सदस्यों ने चर्चा की।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि रोगी कल्याण समिति के गठन के उद्देश्यों के प्रति सभी को दृढ़ संकल्पित रहने की आवश्यकता है। रोगियों को कोई समस्या न हो इसे सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर उन्नयन तथा आधुनिकीकरण के लिए प्रयत्नशील रहें। मरीजों को उत्कृष्ट चिकित्सकीय वातावरण प्राप्त होना चाहिए।

आयुक्त श्री रवि ने संस्थान एवं स्थानीय प्रशासन में समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।

अधीक्षक द्वारा आयुक्त के संज्ञान में एनएमसीएच के कार्यों एवं गतिविधियों को लाया गया। उन्होंने दिनांक 01 जनवरी, 2022 से 26 सितम्बर, 2022 तक का बिन्दुवार प्रतिवेदन रखा जो निम्नवत हैः-

आउटडोर रोगियों की संख्याः3,00,134

इन्डोर रोगियों की संख्याः29,188

जाँच की सुविधाः अल्ट्रासाउन्ड, एक्स-रे एवं पीपीपी मोड पर सीटी स्कैन/एमआरआई की सुविधा उपलब्ध है तथा लगभग 40 प्रकार की पैथोलॉजी/माइक्रोबायोलॉजी/बायोकेमिस्ट्री जाँच की सुविधा उपलबध है।

वर्तमान वर्ष में किये गये शल्य चिकित्सा का विवरणः मेजर-2098 एवं माइनर-2585

चिकित्सकों की उपलब्धता (क्लिनिकल): संस्थान में 110 सीनियर रेजिडेन्ट, 17 चिकित्सा पदाधिकारी एवं 66 जूनियर रेजिडेन्ट की उपलब्धता नियमित है(रोस्टर वार)

कर्मियों की उपलब्धताः इस संस्थान में 503 परिचारिका श्रेणी ए, 12 ओटी सहायक, 14 प्रयोगशाला प्रावैधिक, 08 भैषज्य, 02 ईसीजी टेक, 04 एक्स-रे टेक, 36 लिपिक तथा 107 चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी कार्यरत हैं।

सुरक्षा व्यवस्थाः इस संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी के द्वारा निविदा के माध्यम से 175 सुरक्षा कर्मी की पालीवार ड्यूटी लगायी जाती है। इसके अतिरिक्त पूरे अस्पताल परिसर में कुल 315 सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन कराया गया है। सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जाती है।

शौचालय की सुविधाः इस संस्थान के सभी वार्डों में शौचालय की व्यवस्था है। अस्पताल परिसर में सार्वजनिक शौचालय उपलब्ध है एवं इसका रख-रखाव एवं मरम्मति का कार्य बीएमएसआईसीएल, पटना द्वारा चयनित एजेन्सी के माध्यम से किया जाता है।

पेयजल की उपलब्धताः इस संस्थान के निबंधन शाखा एवं सर्जरी आईसीयू के पास तथा सभी विभाग के सभी वार्डों में पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध है।

आयुक्त श्री रवि ने एनएमसीएच में बायोमेडिकल अपशिष्ट के निष्पादन पर विशेष ध्यान देने को कहा। वर्तमान में कार्यरत एजेंसी के कार्यों का लगातार अनुश्रवण करने एवं नियंत्रण रखने का निदेश दिया गया। उन्होंने मेडिकल वेस्ट इन्सिनरेटर तथा ऑर्गेनिक वेस्ट कन्वर्टर के अधिष्ठापन हेतु स्वास्थ्य विभाग से पत्राचार करने का निदेश दिया। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि अस्पताल के दैनिक प्रबंधन में सतत एवं पर्यावरण-अनुकूल मानकों को अपनाया जाए। वैज्ञानिक तरीके से हॉस्पिटल वेस्ट डिस्पोजल सिस्टम विकसित किया जाए।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि एनएमसीएच में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रशासनिक भवन, 600 बेडेड औषधि विभाग एवं शिशु रोग विभाग हेतु नया भवन निर्माण के लिए विभाग से समन्वय स्थापित करने का निदेश दिया गया।

आयुक्त श्री रवि ने बीएमएसआईसीएल को निदेश दिया कि 27 नवम्बर, 2022 तक एनएमसीएच के परिसर में ईसीआरपी-II के तहत 100 शय्या वाले प्री-फैबफिल्ड अस्पताल का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए। इस परियोजना में आंतरिक एवं बाह्य सैनिटेशन, विद्युतिकरण, उपस्कर एवं अन्य कार्य भी शामिल है।

आयुक्त श्री रवि ने संस्थान में चिकित्सकीय यंत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निदेश दिया। उन्होंने बीएमएसआईसीएल को प्रदत्त दायित्वों का त्वरित गति से निष्पादन करने का निदेश दिया। अस्पताल में प्रस्तावित प्री-फैब्रिकेटेड भवन औषधि विभाग के निर्माण हेतु त्वरित कार्रवाई करने का निदेश दिया गया।

आयुक्त श्री रवि ने निदेश दिया कि एनएमसीएच में कार्यरत एलपीएम ऑक्सीजन प्लान्ट तथा एलपीएम ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट नियमित रूप से क्रियाशील रहे। अधीक्षक द्वारा आयुक्त के संज्ञान में लाया गया कि वर्तमान समय में अधिष्ठापित 20,000 एलपीएम ऑक्सीजन प्लाट का संचालन कार्य किया जा रहा है। अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है।

आयुक्त श्री रवि ने अस्पताल में भर्ती मरीजों को मानक के अनुसार गुणवत्तापूर्ण नियमित आहार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने का निदेश दिया। उन्होंने पर्याप्त मात्रा में मानक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निदेश दिया।

राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेश के अनुसार अस्पताल के सभी चिकित्सकों एवं कर्मियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए एक सप्ताह के अंदर बिहार बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम प्रणाली को लागू करने का निदेश दिया गया।

आयुक्त श्री रवि ने अस्पताल की सुरक्षा-व्यवस्था सुदृृढ़ रखने का निदेश दिया। सीसीटीवी कैमरों से विभागों/वार्डों एवं परिसर में गतिविधियों की नियमित रूप से निगरानी की जाए।

आयुक्त श्री रवि ने निदेश दिया कि परिवार नियोजन अंतर्गत सर्जरी उपरांत आशा कार्यकर्ताओं तथा एएनएम के बीच प्रोत्साहन राशि के लंबित भुगतान का शीघ्र वितरण सुनिश्चित करें। अस्पताल में आने वाले बाह्य रोगियों तथा भर्ती रोगियों के स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखी जाए ताकि उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि स्वीकृत पदो के विरूद्ध पदस्थापन हेतु विभाग से पत्राचार किया जाए। विहित प्रक्रिया का अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि दक्ष चिकित्सकों, सक्षम पेशेवरों एवं समर्पित कर्मचारियों के द्वारा मरीजों के प्रति मित्रवत वातावरण का निर्माण किया जा सकता है एवं समाज के हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है। उन्होंने संस्थान को इस दिशा में तत्परता के साथ कार्य करने का निर्देश दिया।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं किसी भी प्रणाली की रीढ़ है, जो सभी नागरिकों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराती है। रोगियों की अधिकतम संतुष्टि सुनिश्चित करना एवं मरीज-केंद्रित सेवा सुलभ कराना सभी का दायित्व है। संस्थान इसे सुनिश्चित करे ।

आयुक्त श्री रवि ने प्रबंधन तथा कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में पारदर्शिता, संवेदनशीलता एवं उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

इस बैठक में आयुक्त के साथ जिलाधिकारी,पटना-सह-उपाध्यक्ष रोगी कल्याण समिति डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, प्राचार्य/अधीक्षक एनएमसीएच, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, सिविल सर्जन, उपमहाप्रबंधक, बीएमएसआईसीएल, रोगी कल्याण समिति के सदस्यगण तथा अन्य उपस्थित थे।

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