डीएम ने राजकीय अम्बेदकर 10+2 अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय, पिपलावाँ, पटना का किया निरीक्षण

जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण एवं उत्तम शिक्षा उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। वे आज राजकीय अम्बेदकर 10+2 अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय, पिपलावाँ, पटना का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों, शिक्षकों, अभिभावकों सहित सभी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) को उत्कृष्ट शैक्षणिक माहौल के प्रति सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहना होगा।

निरीक्षण की शुरूआत में जिला कल्याण पदाधिकारी, पटना श्री राणा वैद्यनाथ प्रसाद सिंह द्वारा डीएम डॉ. सिंह को विद्यालय के संचालन एवं शैक्षणिक स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।विद्यालय की स्थापना वर्ष 1957 में हुई है। इसके लिए उपलब्ध भूमि 7 एकड़ 27 डिसमिल है। यह बिहार सरकार द्वारा निर्मित भवन में संचालित है। वर्तमान में केवल लड़कों का ही नामांकन हो रहा है। कक्षा एक से बारह तक अभी 462 बच्चे नामांकित हैं। बच्चों के लिए खेल-कूद की सामग्री उपलब्ध है। डीबीटी के माध्यम से पठन-पाठन एवं वस्त्र की राशि का भुगतान किया जाता है। विद्यालय की छत पर सोलर पैनल लगाया गया है। दिसम्बर, 2021 से बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा 720 आसन वाले नये सह-शिक्षा विद्यालय भवन एवं छात्रावास, शिक्षक आवास तथा चतुर्थवर्गीय कर्मचारी आवास का निर्माण कार्य प्रगति पर है। 720 आसन में 360 बालकों के लिए तथा 360 बालिकाओं के लिए रहेगा। डीएम डॉ. सिंह ने निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। निर्माण पूर्णता की ओर है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा एक महीना के अंदर इसे पूरा कर हैण्डओवर करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने राजकीय अम्बेदकर 10+2 अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय, पिपलावाँ, पटना में कम्प्यूटर लैब एवं रसोई कक्ष का भ्रमण किया। उन्होंने कक्षा में बच्चों से उनके विषयों के बारे में जानकारी ली, विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं एवं आवश्यकताओं के बारे में पूछा तथा उनके उद्देश्यों से रू-ब-रू हुए। 7वीं कक्षा में भूगोल की पढ़ाई हो रही थी। जिलाधिकारी द्वारा बच्चों से भूगोल के बारे में प्रश्न पूछा गया जिसका बच्चों ने आसानी से उत्तर दे दिया। 10वीं कक्षा में जिलाधिकारी द्वारा बच्चों से विज्ञान के बारे में चर्चा की गई। सभी प्रश्नों का विद्यार्थियों ने सहजता से उत्तर दे दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय में पठन-पाठन की स्थिति अच्छी है। उन्होंने कहा कि अनुशासन सफलता की पहली सीढ़ी है। हम सबको स्वच्छता, पर्यावरण सुरक्षा, जीव-जंतुओं के प्रति दया तथा समाज में लोगों को अच्छे कामों के प्रति प्रेरित करने की भावना रहनी चाहिए। डीएम ने छात्रों को एक अच्छा नागरिक बनने की सीख देते हुए सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।

विद्यालय में जीविका द्वारा सम्पोषित सामुदायिक संगठन से संचालित दीदी की रसोई द्वारा मेस का संचालन किया जा रहा है। मेन्यू के अनुसार बच्चों को पौष्टिक खाना दिया जाता है। डीएम डॉ. सिंह ने इस पर खुशी व्यक्त की।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों की मांग पर छात्र एवं छात्रा के लिए अलग-अलग ओपेन जिम स्थापित करने हेतु जिला कल्याण पदाधिकारी को निदेश दिया गया है।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि विद्यालय में शिक्षक एवं कर्मियों की कमी है। स्वीकृत बल के विरूद्ध लगभग 50 प्रतिशत ही कार्यरत हैं। उन्होंने जिला कल्याण पदाधिकारी को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग से यथाशीघ्र बहाली हेतु अनुरोध करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह द्वारा विद्यालय परिसर की सुरक्षा सुदृढ़ रखने का निदेश दिया गया।

डीएम डॉ. सिंह ने शिक्षकों को बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के विचारों से विद्यार्थियों को अवगत कराने को कहा। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के आदर्शों को सबको अंगीकृत करने की आवश्यकता है।

डीएम डॉ. सिंह द्वारा विद्यालय के संचालन, शैक्षणिक माहौल, स्वच्छता एवं प्रबंधन पर हर्ष व्यक्त करते हुए इसे जारी रखने के लिये प्रोत्साहित किया गया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों की शैक्षणिक आवश्यकता के अनुरूप सभी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उनके सर्वांगीण विकास के लिए उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण का निर्माण करने के लिए प्रशासन सतत प्रयत्नशील है।

इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ जिला कल्याण पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, दानापुर, विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण, छात्रावास प्रबंधक, एवं अन्य उपस्थित थे।

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