
राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने आरोप लगाया है कि बिहार की एनडीए सरकार शिक्षक बहाली को तमाशा बना कर रख दिया है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि TRE 3 के चयनित शिक्षकों को गत 9 मार्च को मुख्यमंत्री जी एवं अन्य प्रभारी मंत्रियों के हाथों नियुक्ति पत्र दिया गया था पर यह नहीं बताया गया कि उन्हें किस विधालय में जाकर योगदान करना है। नियुक्ति पत्र देने के 50 दिनों के बाद कल शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव द्वारा घोषणा किया गया है कि अगले महीने दो और तीन मई को सभी शिक्षकों को योगदान देने के लिए विधालय आवंटन कर दिया जाएगा। पर एनडीए सरकार के पिछले डेढ़ वर्षों के रवैए को देखकर शिक्षक अभी भी सशंकित हैं कि ज्वाइनिंग में भी सरकार फिर न कोई पेंच फंसा दे।
राजद प्रवक्ता ने कहा है कि नियमित: जिस दिन उन्हें नियुक्ति पत्र दिया गया वे उसी दिन से वेतन के हकदार हो गये । अबतक उन्होंने विधालय ज्वाइन नहीं किया है तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार है शिक्षक नहीं।इसलिए इन नवनियुक्त शिक्षको को 9 मार्च की तिथि से हीं वेतन का भूगतान होना चाहिए।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि 17 महीने के महागठबंधन सरकार के कार्यकाल में बीपीएससी द्वारा दो बार (TRE 1 और TRE 2 ) शिक्षक भर्ती परीक्षा लिया गया था और दोनों बार आवेदन लेने से ज्वाइनिंग तक की प्रक्रिया रिकॉर्ड समय में पुरा कर लिया गया था। TRE 3 की प्रक्रिया भी महागठबंधन सरकार के समय हीं शुरू कर दिया गया था पर डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक उन्हें ज्वाइनिंग के लिए हीं आवाज उठाना पड़ रहा है। सरकार के संवेदनहीनता की वजह से उन्हें परिवार और समाज के बीच शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है।