
उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि केंद्र प्रायोजित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत मृदा स्वास्थ्य एवं उर्वरता योजना के तहत बिहार राज्य में वर्ष 2025-26 के लिए किसानों के खेतों की मिट्टी की गुणवत्ता जाँचने एवं उन्हें मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया गया है। इस योजना के अंतर्गत कुल 3 लाख मिट्टी नमूनों की जाँच कर किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना किसानों को उर्वरकों के संतुलित और वैज्ञानिक उपयोग के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से किसानों को उनके खेत की मिट्टी में पोषक तत्वों की स्थिति की जानकारी मिलेगी, जिससे वे कार्ड में उल्लिखित अनुशंसित मात्रा के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग कर सकेंगे। इससे न केवल खेती की लागत में कमी आएगी, बल्कि पैदावार में भी बढ़ोतरी होगी, जिससे किसानों की आय में सुधार होगा।
श्री सिन्हा ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में अब तक कुल 11,841 मिट्टी नमूनों का संग्रहण किया जा चुका है। यह कार्य विभिन्न मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं के माध्यम से किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, वर्ष 2025-26 में राज्य के सभी पंचायतों में प्रत्यक्षण (डेमोंस्ट्रेशन) का कार्य किए जाने का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह प्रत्यक्षण एक हेक्टेयर के ग्रिड के आधार पर किया जाएगा, जिसमें आने वाले सभी किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किए जाएंगे। इससे किसानों को अपने खेत की मृदा संरचना और आवश्यक पोषक तत्वों की जानकारी सुलभ होगी।
माननीय उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना सतत कृषि विकास की दिशा में एक ठोस पहल है, जो राज्य के किसानों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में सहायक सिद्ध होगी।