
जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को निर्वाचन कार्यों को तत्परता से निष्पादित करने का निदेश दिया है। वे आज पटना समाहरणालय में निर्वाचक सूची के सतत अद्यतीकरण एवं प्राप्त आवेदनों के निष्पादन में प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आसन्न बिहार विधानसभा निर्वाचन के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुसार सम्पूर्ण तैयारी सुनिश्चित करें। मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने या संशोधन करने में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निदेशों का अक्षरशः अनुपालन करें। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता, लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी ने निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को निदेश दिया कि निर्वाचक सूची से किसी भी मतदाता का नाम विलोपित करने में प्रक्रिया का शत-प्रतिशत अनुपालन करें। यह सुनिश्चित करें कि अर्हता-प्राप्त कोई भी मतदाता छूटे नहीं, उनका नाम मतदाता सूची में शामिल हो तथा वे अपने मताधिकार का प्रयोग करें। निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को भौतिक रूप से आवेदनों के निष्पादन की जाँच करने का निदेश दिया गया।
इस बैठक में जिलाधिकारी द्वारा मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के उपरांत लंबित प्रपत्रों के निष्पादन की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। 7 जनवरी, 2025 से 20 जून, 2025 तक फॉर्म-6 के प्राप्त 77,643 आवेदनों में 69,013 आवेदनों का निष्पादन कर दिया गया है तथा 8,630 का निष्पादन प्रक्रियाधीन है। जिलाधिकारी द्वारा प्रारूप-6, 6क, 7 एवं 8 के प्राप्त सभी आवेदनों का विधिवत समय-सीमा के अंदर निष्पादन करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को निदेश दिया कि बीएलओ एवं बीएलए के बीच सार्थक समन्वय तथा सदृढ़ संवाद स्थापित करें। साथ ही सभी निवासियों को निर्वाचन प्रक्रिया में सक्रिय सहभागिता के लिए प्रेरित करें।
समीक्षा में पाया गया कि फुलवारी एवं पुनपुन के प्रखंड विकास पदाधिकारी, जो फुलवारी विधानसभा क्षेत्र के सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी भी हैं, के द्वारा आवेदनों के निष्पादन में शिथिलता बरती जा रही है। जिलाधिकारी द्वारा दोनों से कारण-पृच्छा करने का निर्देश दिया गया। साथ ही निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को नियमित अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के तहत पुनरीक्षण पूर्व गतिविधियाँ नियमानुसार पूरा करना है। 1200 निर्वाचकों के आधार पर मतदान केन्द्रों के युक्तिकरण की तैयारी, मतदान केन्द्रों पर आश्वस्त न्यूनतम सुविधाएँ (एएमएफ), कार्मिक डाटाबेस की तैयारी एवं अद्यतीकरण तथा स्वीप संबंधी गतिविधियों पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने सभी 14 निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को सम्पूर्ण जिला में सघन मतदाता जागरूकता अभियान चलाने का निदेश दिया। उन्होंने निदेश दिया कि विगत चुनाव में कम वीटीआर वाले क्षेत्रों यथा दीघा, कुम्हरार एवं बांकीपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास करें। जिलाधिकारी ने कहा कि मतदाताओं को उनके मत का महत्व बताएँ तथा उन्हें मतदान के लिए प्रेरित करें ताकि इस बार जिले का मतदान प्रतिशत कम-से-कम राष्ट्रीय औसत 66 प्रतिशत के बराबर रहे। उन्होंने सभी स्टेकहोल्डर्स यथा जीविका दीदियों, आईसीडीएस कर्मियों, विकास मित्रों, पीडीएस विक्रेताओं, शिक्षकों, अध्यापकों, प्राध्यापकों, विद्यार्थियों, खिलाड़ियों, मीडिया बंधुओं, वरिष्ठ नागरिकों, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों इत्यादि से इस कार्य में सकारात्मक, रचनात्मक एवं सृजनात्मक भूमिका निभाने का आह्वान किया ताकि वीटीआर में अच्छी वृद्धि हो।
जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को विगत आम चुनाव में कम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केन्द्रों के निर्वाचकों, युवाओं, भेद्य मतदाताओं के टोलों, दिव्यांगजन, शहरी मतदाताओं एवं महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित करने हेतु विशेष अभियान चलाने का निदेश दिया गया।
==========================
अपना मतदाता विवरण electoralsearch.eci.gov.in पर खोजें। यदि आपका नाम अभी भी इसमें शामिल नहीं है और आप 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं तो voters.eci.gov.in या Voter Helpline App के माध्यम से घर बैठे फॉर्म 6 भरें और अपना नाम मतदाता के रूप में पंजीकृत कराएं। यह त्वरित, आसान और परेशानी-मुक्त है। अपना e-EPIC कार्ड मिनटों में डाउनलोड करें और कभी भी, कहीं भी अपना वोटर आईडी एक्सेस करें। यदि आप एक overseas Indian citizen हैं, तो voters.eci.gov.in पर फॉर्म 6A के साथ पंजीकरण करें। याद रखें, आप केवल तभी मतदान कर सकते हैं जब आपका नाम मतदाता सूची में शामिल हो। मतदाता होने का गौरव महसूस करें। यदि आपको किसी सहायता की आवश्यकता हो तो टॉल-फ्री नंबर 1950 डायल करें; जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना।
==========================
जिलाधिकारी ने सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को निदेश दिया कि बूथवाईज विश्लेषण करें। जिन क्षेत्रों में अधिक संख्या में अर्हता-प्राप्त लोगों का नाम निर्वाचक सूची में अभी भी शामिल नहीं है वहाँ विशेष प्रयास करें। कैम्प मोड में निर्वाचक सूची में नाम जोड़ने के लिए अभियान चलाएँ। भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों का सम्यक अनुपालन करें। उप विकास आयुक्त, पटना को निर्वाचन कार्यों का नियमित पर्यवेक्षण करने का निदेश दिया गया।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि स्वीप कार्यक्रम का मुख्य उदद्ेश्य मतदाताओं को सूचना (इन्फॉर्मेशन), प्रेरणा (मोटिवेशन) एवं सरलीकरण (फैसिलिटेशन) का लाभ पहुँचाना है। सभी मतदाताओं केा सुसूचित (इन्फॉर्म्ड), नैतिक (एथिकल) एवं प्रलोभन-मुक्त (इन्ड्यूसमेंट-फ्री) मतदान के लिए अभिप्रेरित करने हेतु सघन अभियान चलाया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि पूरे जिला में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। दिव्यांग मतदाताओं, महिलाओं, 18-19 वर्ग के नये मतदाताओं, 85 प्लस आयु वर्ग के वरिष्ठ मतदाताओं सहित सभी निर्वाचकों को मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है। वोटर टर्नआउट बढ़ाने के लिए विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी ने कहा कि सहभागितापूर्ण वातावरण में निर्वाचन सम्पन्न कराना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुसार सभी तैयारी तेजी से की जा रही है।