
मंगलवार को राजधानी स्थित आम्रपाली सभागार में IGIMS के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल और मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉआनंदशंकर ने मधुमेह रोगियों के लिए लिवर, हड्डी और मांसपेशियों के स्वास्थ्य की जांच के लिए एक नए गैर-आक्रामक तकनीक का सयुंक्त रूप से अनावरण किया । यह तकनीक मधुमेह रोगियों के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगी, जिससे उन्हें अपने स्वास्थ्य की जांच करने में आसानी होगी और उपचार में सुधार होगा।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि “हमारा उद्देश्य है कि मधुमेह रोगी अपनी स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी अधिक सहज, सटीक और सुलभ तरीके से कर सकें। यह तकनीक उन्हें सक्रिय रूप से अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने में मदद करेगी।”
इस अवसर पर मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ आनंद शंकर ने कहा कि यह उद्घाटन कार्यक्रम केवल मधुमेह रोगियों के लिए ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य क्षेत्र में रुचि रखने वाले शोधकर्ताओं, डॉक्टरों, तकनीकी विशेषज्ञों और आम जनमानस के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया है। उन्होंने कहा कि डायबिटीज़ (मधुमेह) केवल ब्लड शुगर की बीमारी नहीं है- यह हड्डियों और मांसपेशियों दोनों की सेहत पर भी गहरा असर डालता है। इससे बुजुर्ग मरीजों में चलने-फिरने की क्षमता घटती है l
कार्यक्रम के दौरान डॉ. आनंद शंकर ने घोषणा करते हुए कहा कि परामर्श के लिए आने वाले सभी मधुमेह रोगियों के लिए फाइब्रोस्कैन ,डीएक्सए स्कैन,ईसीजी, नर्व टेस्ट,फंडस परीक्षा मुफ्त प्रदान की जाएगी l
इन सारी सेवाओं का उद्घाटन भी आज ही मनीष मंडल, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, आईजीआईएमएस पटना द्वारा कर दिया गया l
डॉक्टर आनंद शंकर ने कहा कि शंकर डायबिटीज केयर सेंटर का उद्देश्य मधुमेह रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करना है। इन निःशुल्क सेवाओं के माध्यम से हम मधुमेह रोगियों के स्वास्थ्य में सुधार करने और उनकी जटिलताओं को रोकने में मदद करना चाहते हैं।
कार्यक्रम में डॉ शंकर प्रकाश,डॉ प्रकाश चन्द्र चौधरी,चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ विकास शंकर, अशोक प्रियदर्शी ,कृष्ण मुरारी के अतिरिक्त पटना के कई अन्य वरिष्ठ चिकित्सक और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया l