मुख्यमंत्री ने पी०एम०सी०एच० के पुनर्विकास कार्यों एवं इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के नवनिर्मित भवन का लिया जायजा, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

न्यूज़ डेस्क – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को  पी०एम०सी०एच० के पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण कर जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के नवनिर्मित भवन का भी भ्रमण कर निरीक्षण किया। इस भवन में आधुनिक सुविधा मुहैया कराई जा रही है, जिसके बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से एक-एक चीज की जानकारी ली और इसको जल्द से जल्द फंक्शनल करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री के समक्ष स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पी०एम०सी०एच० के पुनर्विकास कार्यों की प्रगति की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने पी०एम०सी०एच० रिडेवलपमेंट मास्टर प्लान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। साथ ही फेज-1 के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की महीनावार निर्धारित लक्ष्य एवं उसकी प्रगति की जानकारी दी। फेज-1 पूरा होने के बाद 2021 बेड की सुविधा लोगों को उपलब्ध हो जाएगी। उन्होंने बताया कि हमलोग नियमित रूप से प्रोजेक्ट का प्रोग्रेस रिव्यू करते हैं, ताकि निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण हो।

प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पी०एम०सी०एच० का पुनर्विकास कार्य तेजी से पूर्ण करें। इसके निर्माण को पूर्ण करने को लेकर जो समय सीमा निर्धारित की गयी है उससे पहले पूर्ण करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से तेजी से काम करें। इसके निर्माण के पूर्ण होने से लोगों को इलाज में और सहूलियत होगी। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे ने मुख्यमंत्री को पी0एम0सी0एच0 के रिडेवलपमेंट भवन केमास्टर प्लान का प्रस्तावित मॉडल भेंट किया।

निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे, पथ निर्माण मंत्री श्री नितिन नवीन मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री संजय कुमार सिंह, अपर सचिव स्वास्थ्य श्री कौशल किशोर, निदेशक हृदय रोग संस्थान श्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह सहित अन्य अधिकारीगण एवं पी०एम०सी०एच० के वरीय प्राध्यापक एवं चिकित्सक उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल तथा राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल का किया निरीक्षण अधिकारियों को दिये निर्देश

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पतालमा राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल परिसर के भ्रमण के दौरान द्रव्य गुण विभाग, संग्रहालय, प्रयोगशाला, सभागार कथा, औषधि पैकिंग का, ओपीडीएस शल्य चिकित्सा, पंचकर्म विभाग, राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधि निर्माणशाला सहित अन्य चीजों का निरीक्षण कर विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री को द्रव्य गुण विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ० भगवान सिंह एवं सहायक प्राध्यापक डॉ० रमण रंजन ने औषधियों के उपयोग, विशेषता एवं उसके लाभ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि औषधियों के निर्माण के लिये ज्यादातर जड़ी-बूटियां राजगीर तथा बिहार के अन्य हिस्से से ही उपलब्ध हो जाती है। राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से लोग इलाज करा रहे है और काफी संख्या में लोग इससे लाभान्वित भी हो रहे है। मुख्यमंत्री ने राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल भ्रमण के पश्चात् राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल परिसर का भ्रमण किया और स्नातकोत्तर निर्माणाधीन भवन का भी निरीक्षण किया।

राजकीय कॉलेज एवं अस्पताल परिसर के कथा में आयुष प्रक्षेत्र की समीक्षात्मक बैठक हुई। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल तथा राजकीय तिमी कॉलेज एवं अस्पताल के एकेडमिक्स इनफास्ट्रक्चर एवं यहां दी जा की चिकित्सिकीय सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी प्रस्तुतीकरण के क्रम में मुख्यमंत्री को बताया गया कि राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल देश का पहला सरकारी तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल है जिसकी स्थापना 20 जुलाई 1020 को की गयी थी, वहीं राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल देश के पुराने आयुर्वेदिक संस्थानों में से एक है, जिसकी स्थापना 28 जुलाई 1600 को की गयी थी।

मुख्यमंत्री के समय राजकीय आरटीए होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, मुजफ्फरपुर, राजकीय महारानी रमेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान, दरभंगा तथा राजकीय अयोध्या शिवकुमारी आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, बेगूसराय के मास्टर प्लान का भी प्रस्तुतीकरण दिया गया। प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल तथा राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल विशिष्ट एवं बेहतर बनाने के लिए योजना बनाकर काम करें। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस संस्थान को और महत्वपूर्ण बनाना है। यहां विशेषज्ञों को भी बुलाकर चिकित्सा पद्धति को और बेहतर बनाने के लिए काम करें ताकि लोगों के इलाज में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो उन्होंने कहा कि बे डॉक्टरों, चिकित्साकर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत हो तो इसे बढ़ाएं साथ ही अन्य जरूरी सुविधाओं हेतु सभी इंतजाम करें रिसर्च दिंग को भी प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की जड़ी बूटियों का नाम संस्कृत और हिन्दी में ही रखें ताकि लोगों को इसकी जानकारी में सहूलियत हो राजगीर में आयुर्वेदिक औषधियों के पौधे को विशेषज्ञों द्वारा चित्रित कर उन्हें रखें लोग इसका दवा के रूप में उपयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि हमलोग एलोपैथिक के साथ-साथ आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति को बेहवर बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं, ताकि लोगों को इलाज में सहुलियत हो

● निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे, पथ निर्माण मंत्री श्री नितिन नवीन मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री पंचल कुमार मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री संजय कुमार सिंह, निदेशक राज्य आयुष समिति श्री अरविंदर सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल के प्राचार्य डॉ० सम्पूर्णानंद तिवारी, राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल के प्राचार्य डॉ० तबरेजरलारी सहित अन्य अधिकारीगण एवं वरीय प्राध्यापक एवं चिकित्सक उपस्थित थे।

• निरीक्षण के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी का निर्णय वर्ष 2015 का है उसको लेकर जितना अभियान चला है आप सबलोग जानते हैं। इसको लेकर इनलोगों ने अब तक 9 बार समीक्षा बैठक की है। इस बार जो समीक्षा बैठक हुई है उसमें स्पष्टता के साथ हमने सारे अधिकारियों को कह दिया किए एक-एक चीज को देखिए 25 तारीख को शराबबंदी को लेकर फिर एक बार शपथ ली जायेगी।

आज हमलोग दोनों कॉलेजों की स्थिति को देखने के लिए आए हैं। कई साल पहले हम यहां आए थे स्वास्थ्य विभाग को इसको लेकर काम कर रहा है। इसी सिलसिले में हमलोग यहां देखने के लिए आए है। दोनों इंस्टीच्यूशन को हमने देख लिया और बातचीत हमलोगों ने कर लिया है। दोनों तरफ के चिकित्सकों से हर स्तर पर बातें हुई है। इस बा हमलोग विस्तार करेंगे देश में सबसे शुरुवाती दौर में आयुर्वेद कॉलेज पटना में बना था। पटना के अलावे अन्य जगहों पर भी इस चिकित्सा पद्धति का विकास करेंगे। पटना के अलावा मुजफ्फरपुर दरभंगा और बेगूसराय की स्थिति के बारे में भी हमलोगों ने समीक्षा कर ली है उसका भी विश्वार करेंगे का हमलोगों का ही मकसद था। सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद और गूनानी कॉलेज जो कि देश के पुराने संस्थानों में से एक है, इसका हमलोग और विस्तार कर रहे है पी०एनसीएच के लिए काम हो रहा है, अन्य जगहों पर भी मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। इस प्रकार चिकित्सा और महाविद्यालयों का हमलोग विस्तार करेंगे। इस पर हमलोगों ने बातचीत कर ली है और इसका विभियत ऐलान हमलोग कुछ दिन के बाद करेंगे। उन्होंने कहा कि राजगीर में होने वाले राष्ट्रीय आयुर्वेद पर्व के अवसर पर सारी बातें विस्तार से रखी जायेगी हमलोगों ने तय किया है कि आयुर्वेद कॉलेज का हमलोग विस्तार करेंगे।

शराब को लेकर शादियों की पार्टी में पुलिस की छापेमारी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को ऐसी शिकायतें मिली है कि कुछ लोग शादी के कार्यक्रम में भी वारु पिलाने का इंतजाम करते हैं। इस संबंध में पुलिस को सूचना मिलने पर छापेमारी की जा रही है। इसको लेकर किसी को भी चिंता नहीं करनी चाहिए जो लोग शराब का सेवन नहीं करते है उनको इससे कोई दिक्कत नहीं है। पुलिस को शराब को लेकर कोई जानकारी मिली होगी, उसी के आधार पर छापेमारी की गई होगी। इसकी जानकारी मुझे नहीं है। समाचार में जो बाते सामने आती है उसको लेकर हमारे कार्यालय के अधिकारी करते हैं। शराबबंदी को लेकर प्रशासन को एक-एक चीज देखने की जिम्मेदारी दी गई है। शराब पीना और शराब उपलब्ध कराना गलत चीज है। यह अनैतिक और गैरकानूनी है। इस पर रोक लगाना और लोगों को शराबबंदी के प्रति जागरूक करना हमारा मकसद है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर पुलिस की छापेमारी से लोगों में भय नहीं बल्कि सूची है। शराबबंदी को लेकर पूरे बिहार में फिर से अभियान चलाया जायेगा। हमलोग खुद बिहार के विभिन्न जगहों पर जाकर लोगों को शराबबंदी के प्रति जागरूक करेंगे। इससे लोगों में शराबबंदी के प्रति और जागरूकता आयेगी।

नेता प्रतिपक्ष द्वारा बिहार सरकार पर लगाये गये आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों को काम से कोई मतलब नहीं है। बिहार में कितना काम हो रहा है यह सभी लोगों को पता है। विभिन्न विभागों के मंत्री भी अपने-अपने काम में लगे रहते हैं। आगे और कैसे बेहतर काम हो इसको लेकर हमलोग विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि हर महीने के पहले तीन सोमवार को हम जनता से मिलकर उनकी शिकायतों का समाधान करते है। जनता की शिकायतों का अब तेजी से समाधान किया जा रहा है। जिनको बोलना है वो बोलते रहे। इसको लेकर हमें कोई दिक्कत नहीं है बोलने का अधिकार सभी को है लेकिन काम करने की ड्यूटी सिर्फ हमलोगों की है। यह हमलोगों का कर्तव्य है हमलोग अपने काम में लगे पड़ते हैं।

झंझारपुर के न्यायधीश के साथ पुलिस दुर्व्यवहार पर अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध

न्यूज़ डेस्क –  गुरुवार को हिलसा अधिवक्ता संघ परिसर में अधिवक्ताओं ने काला बिल्ला लगाकर झंझारपुर के न्यायाधीश अविनाश कुमार के साथ पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार का विरोध जताया । इस दौरान सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ताओं ने आवाज को बुलंद करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को जल्द से जल्द जांच कर सजा देने की मांग किया। अधिवक्ताओं ने कहा कि न्यायधीश के साथ पुलिस द्वारा किया गया दुर्व्यवहार अत्यंत निंदनीय है। ऐसी घटना पर राज्य सरकार को अभिलंब कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।

लालू प्रसाद ने सिर्फ जीप ही नहीं चलाई बिहार को भी चलाने का दिया संदेश ,विरोधियों के उड़े होश

 

इस मौके पर बिहार युवा अधिवक्ता कल्याण समिति के महासचिव दिलीप कुमार सिन्हा, शाखा सचिव प्रकाश कुमार, इंद्रजीत चक्रवर्ती, चंचला कुमारी, आशा कुमारी,सुषमा कुमारी, जयप्रकाश नारायण सिंह, विवेकानंद सिन्हा, चंद्रमणि पांडे, राजकुमार राकेश, उमा शंकर पांडे,राम दही प्रसाद यादव, मोहम्मद एजाज, संजय कुमार सिंह,संदीप कुमार, सुरेंद्र प्रसाद, यादव, राम कलेवर सिंह, कांग्रेश पासवान, सवीना पासवान, शिवकुमार, स्वामी सहजानंद, विजय प्रसाद, मोहम्मद मुख्तार साले,समेत सैकड़ों अधिवक्ताओं ने गर्मजोशी के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार पर विरोध वाह पर काली पट्टी बांधकर जताया। फोटो। न्यायधीश के साथ दुर्व्यवहार के विरोध में काली पट्टी लगाकर विरोध करते अधिवक्ता गण।

बाढ़ एवं पंडारक प्रखंड के मतगणना का कार्य 26 एवं 27 नवंबर को ,तैयारी पूरी

न्यूज़ डेस्क –  जिला पदाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक  उपेंद्र कुमार शर्मा द्वारा पंचायत आम चुनाव 2021 के अष्टम चरण के तहत पटना जिला अंतर्गत बाढ़ एवं पंडारक प्रखंड का चुनाव स्वतंत्र निष्पक्ष एवं भय रहित सुनिश्चित कराने हेतु स्थलीय भ्रमण किया। इस क्रम में अधिकारीद्वय ने बाढ़ प्रखंड के रहीमापुर रूपस पंचायत अंतर्गत मध्य विद्यालय रूपस उत्तर भाग सहित कई अन्य मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। इस केंद्र पर कुल मतदाता 359 है जिसमें पुरुष मतदाता 182 तथा महिला मतदाता 177 है। सभी केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान कार्य का शांतिपूर्ण संचालन जारी था। इस दौरान अधिकारी द्वय ने अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज स्थित बज्रगृह एवं मतगणना की व्यवस्था का जायजा लिया। इस केंद्र पर बाढ़ प्रखंड की मतगणना होनी है। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने अधिकारियों की टीम के साथ प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय बाढ़ का स्थलीय भ्रमण कर पंडारक प्रखंड के स्ट्रांग रूम तथा मतगणना की व्यवस्था का निरीक्षण किया। मौके पर उपस्थित अनुमंडल पदाधिकारी बाढ़ तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से आवश्यक फीडबैक प्राप्त किया तथा दोनों अधिकारियों को पूरी जवाबदेही से स्वच्छ, निष्पक्ष एवं पारदर्शी मतगणना का कार्य सुनिश्चित कराने तथा सुरक्षा की सुदृढ़ व्यवस्था रखने का निर्देश दिया। विदित हो कि इस केंद्र पर पंडारक प्रखंड का मतगणना कार्य होगा। बाढ़ एवं पंडारक प्रखंड के मतगणना का कार्य 26 एवं 27 नवंबर को किए जाएंगे। इसके लिए केंद्र पर नोडल पदाधिकारी तथा पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती की गई है। जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री विनीत कुमार अपर समाहर्ता श्री के के सिंह अनुमंडल पदाधिकारी बाढ़ श्री सुमित कुमार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री अरविंद प्रताप सिंह सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने गरीबों के बीच किया कंबल वितरण

न्यूज़ डेस्क –  गुरुवार को हिलसा नगर परिषद के खोरमपुर गांव में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा गरीबों के बीच कंबल का वितरण किया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के हिलसा नगर मंडल अध्यक्ष गौरव प्रकाश ने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा से बढ़कर कोई दूसरी पूजा नहीं है। यहीं भाजपा कार्यकर्ताओं का मूल मंत्र है। अभी ठंड की शुरुआत हो चुकी है। ऐसी स्थिति में मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा गरीबों असहाय वृद्धि एवं निर्धन लोगों के बीच कंबल चादर वितरण किये जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में गुरुवार को नगर परिषद के खोरमपुर गांव में सैकड़ों गरीबों एवं बेसहारा लोगों के बीच कंबल का वितरण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हर एक प्रकार के आपदा की स्थिति में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा बढ़-चढ़कर पीड़ित मानवता की विभिन्न प्रकार से सेवा किया जाता रहा है। इसके पूर्व कोरोना काल में भी हजारों की संख्या में पीड़ितों के बीच राशन ,मास्क, सैनिटाइजर एवं अन्य आवश्यक सामानों का वितरण किया जा चुका है। इसी प्रकार पीड़ित मानवता की सेवा आगे भी लगातार जारी रहेगा। कंबल वितरण करने में पोलिन्दर् चौधरी के नेतृत्व में पूर्व जिला अध्यक्ष अर्जुन प्रसाद विश्वकर्मा,नगर अध्यक्ष गौरव प्रकाश, उपाध्यक्ष योगेन्द्र मंडल, भाजयूमो उपाध्यक्ष राज चन्दन, भाजपा नेता राम उदय प्रसाद, शशि यादव, भीम यादव, शिशुपाल कुमार, दीपक कुमार, जितेन्दर चौधरी, सोनल कुमार, मिथिलेश चौधरी, बिटू कुमार,अरुण कुमार,मनीष कुमार इत्यादि शामिल हुए। फोटो। गरीबों के बीच कंबल वितरण करते भाजपा के कार्यकर्ता गण।

भाजपा नेता नीलेश यादव के ठिकानों पर बड़ी मात्रा में शराब बरामद ,भाजपा नेता अब तक है फरार

न्यूज़ डेस्क –  पटना पुलिस ने बुधवार की देर रात दीघा थाना क्षेत्र में बीजेपी नेता नीलेश यादव के कोका कोला एजेंसी में छापेमारी कर शराब की बड़ी खेप को बरामद की है।
पुलिस ने जब भाजपा नेता के कोको-कोला एजेंसी में छापेमारी किया तो कीमती शराब के 17 बड़ी बोतल बरामद हुए।
शराब तस्करी से जुड़े 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं । पुलिस बीजेपी नेता के गिरफ्तारी में विभिन्न जगहों पर छापे मार रही है ।
भाजपा नेता की पत्नी दीघा पश्चिमी से वार्ड पार्षद है और हाल में उप मेयर की चुनाव लड़ा था,जिसमें वे हार गयी थीं ।
भाजपा नेता के ठिकाने पर अवैध शराब शराब के कारोबार की खबर सुबह राजधानी में जंगल की आग की तरह फैल गई। लोगों में इस बात को लेकर गहरा रोष था कि सत्तारूढ़ दल के लोग ही शराब की तस्करी में शामिल हैं।
खुद भाजपा के नेता इस तस्करी में शामिल होने से लोगों में गुस्सा भी गहरा रहा है । लोगों का मानना है कि भाजपा के लोग शराब , ड्रग्स आदि की नशीली वस्तुओं की तस्करी कर युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं और नशे के जाल में ढकेल रहे हैं ।


राष्ट्रवाद, शूचिता आदि की दुहाई देने वाले पार्टी भाजपा के लोग इस प्रकार के धंधे में लिप्त हैं।
पुलिस सूत्रों की माने तो भाजपा से जुड़े एवं दिनेश यादव से जुड़े तमाम लोगों की गहराई से छानबीन की जाएगी।
दरअसल , सरकार के निर्देश पर पुलिस ने राजधानी में शराब माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई पुलिस ने शुरू कर दी है । इसी क्रम में पुलिस को सूचना मिली की दीघा स्थित कोको-कोला एजेंसी से विदेशी कीमती शराब की तस्करी की जा रही हैं ।
वरीय पुलिस अधिकारियों को सूचना देते हुये थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिन्हा ने भारी पुलिस बल के साथ कोको-कोला एजेंसी में रेड किया । पुलिस को देखते ही इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर 7 लोगों को दबोच लिया ।
कई भागने में कामयाब रहे लेकिन पुलिस के हाथ सीसीटीवी हाथ लग गयी हैं ।  पुलिस ने कोको-कोला एजेंसी में तलाशी लेना शुरू किया तो कीमती शराब 100 पाइपर और रॉयल स्टेज की 17 बड़ी अंग्रेजी शराब बरामद किया हैं ।  गिरफ्तार लोगों ने पुलिस को बताया की कोको-कोला एजेंसी बीजेपी नेता सह पूर्व मुखिया नीलेश यादव उर्फ निलेश मुखिया का हैं ।
सूत्रों की मानें निलेश मुखिया पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहे । पुलिस का कहना है की कोको-कोला एजेंसी नीलेश यादव की है। अब विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी । एजेंसी को सील किया जायेगा । पुलिस की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है । लोगों में आश्चर्य है कि शराबबंदी कानून का माखौल उड़ाने में खुद सत्तारूढ़ दल के नेता ही शामिल हो रहे हैं।

शीतकालीन सत्र में शिक्षा व रोजगार के सवाल पर सरकार को घेरेगा माले

न्यूज़ डेस्क –   विधानसभा के शीतकालीन सत्र के मद्देनजर माले विधायक दल कार्यालय में विधायक दल की बैठक हुई. बैठक में माले विधायक दल के प्रभारी राजाराम सिंह, विधायक दल के नेता महबूब आलम सहित सत्यदेव राम, अरूण सिंह, महानंद सिंह, रामबलि सिंह यादव, वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, अमरजीत कुशवाहा, अजीत कुशवाहा, संदीप सौरभ, सुदामा प्रसाद, मनोज मंजिल आदि विधायक उपस्थित हुए.
विधायक दल ने शीतकालीन सत्र में ज्वलंत सवालों पर सरकार को घेरने और इन मुद्दों पर विपक्षी दलों के बीच एकता बनाने का निर्णय लिया.
बैठक से लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि शराबबंदी पर सरकार के ढोंग को हमने एक नंबर पर रखा है. जहरीली शराब ने विगत कुछ महीनों में 64 से अधिक लोगों की जिंदगी हमसे छीन ली. हमने बार-बार कहा है कि इसके पीछे राजनेताओं-प्रशासन व शराब माफियाओं का गठजोड़ है, इसलिए उसकी जांच कराई जाए. लेकिन सरकार इससे लगातार पीछे भागते रही है और गरीबों पर जुल्म ढा रही है. जहरीली शराब कांड के बाद एक बार फिर से पुलिस आम लोगों व गरीबों पर कहर बनकर टूट पड़ी है.
पुलिस की बेशर्मी यहां तक बढ़ गई है कि बिना महिला पुलिस के शादी के लिए तैयार हो रही दुल्हन के कमरे में छापामारी करके लोगों को परेशान व लज्जित कर रही है. दूसरी ओर, शराब माफियाओं को बचाया जा रहा है. हम एक बार फिर से राजनेता-प्रशासन-शराब माफियाओं के गठजोड़ की जांच की मांग करेंगे. जहरीली शराब से मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवाजा का भी सवाल हमारा एक मुद्दा होगा.

पलायन बिहार की एक सामान्य परिघटना बनी हुई है. जम्मू-कश्मीर से लेकर हर जगह बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले हो रहे हैं. उत्तराखंड में भूस्वखलन से प्रवासी मजदूर मारे गए. प्रवासी मजदूरों के लिए कानून बनाने और मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजा हमारा दूसरा प्रमुख मुद्दा होगा.

बिहार में बदतर हालत में पहंुच चुकी शिक्षा व्यवस्था दिन-प्रतिदिन और लगातार नीचे गिरते जा रही है. कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लग रहे हैं. राजभवन भी इस घेरे में है. शिक्षक समुदाय से लेकर हर तबका रोजगार के लिए सड़क पर है, लेकिन सरकार पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. शिक्षा व रोजगार के सवाल पर सरकार को जबरदस्त रूप से घेरा जाएगा.

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तीनों कृषि कानून वापस ले लिए गए हैं. लेकिन एमएसपी को कानूनी दर्जा देने व बिहार में मंडी व्यवस्था लागू करने, धान खरीद, खाद, गन्ना किसानों आदि के सवाल अभी शेष हैं. विधानसभा में हम इन सवालों पर सरकार से जवाब मांगने आ रहे हैं.

रोसड़ा से लेकर राज्य के विभिन्न इलाकों में बढ़ती पुलिसिया कार्रवाई व अपराध आज के बिहार का सच है. तथाकथित सुशासन की सरकार आज पुलिस राज में तब्दील हो गई है. जब से ड्रैकोनियन पुलिस एक्ट आया है, पुलिस की तानाशाही और बढ़ गई है. लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की हिफाजत हेतु भाकपा-माले सदन से लेकर सड़क तक प्रतिबद्ध है.

भाकपा-माले विधायक दल भाजपा समर्थक फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत से पद्मश्री का अवार्ड वापस लेने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित करने का मुद्दा उठाएगी. हम भाजपा-संघ द्वारा देश के शहीदों के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह विडंबना है कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने वाली सरकार ऐसे लोगों को सम्मानित कर रही है जो देश की आजादी को ही खारिज करने पर ही तुले हुए हैं.

पार्टी कार्यालय और विधायकों के आवास को लेकर सरकार और विधानसभा के अध्यक्ष की दोहरी और भेदभावपूर्ण नीति के खिलाफ माले के विधायक विधानसभा के मुख्यमंत्री कक्ष के समक्ष धरना देंगे.

बीजेपी ने फिर कहा “खत्म हो शराबबंदी कानून”

न्यूज़ डेस्क –  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जितना भी जोर शराबबंदी कानून को कारगर बनाने में लगा रहे हैं , उतना ही भाजपा उसका मुखर विरोध कर रही है ।भाजपा के पहले विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने एक दिन पूर्व ही शराबबंदी कानून को वापस लेने की मांग की थी।
गुरुवार को पुनः भाजपा के दूसरे विधायक ने भी सरकार की परेशानियों को बढ़ाते हुए शराबबंदी कानून को खारिज करने की मांग कर डाली है ।2 विधायकों के इस प्रकार मांग करने से राजनीतिक क्षेत्रों में सरगर्मियां तेज हो गई हैं। हम हालांकि जदयू ने आधिकारिक तौर पर इन बयानों का खंडन नहीं किया है । सरकार ने भी विधायकों के इस बयान संज्ञान नहीं लिया है। लेकिन जदयू के दूसरे नेताओं ने यह भी कहा है कि यह गैरजरूरी बयान है । भाजपा को इनसे बचना चाहिए । सरकार इस तरह के हल के बयानों की परवाह भी नहीं करती है।


इधर, भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुंदन सिंह ने कहा है कि शराबबंदी के कारण बिहार में हत्या समेत तमाम अपराध काफी बढ गए हैं। पुलिस कानून लागू करवाने के लिए मनमानी कर रही है। शादी विवाह में दुल्हन के कमरे में घुसकर पुलिस बेइज्जत करती है। यह सरासर अन्याय है। विधायक ने कहा है कि बिहार सरकार शराबबंदी कानून की समीक्षा करे। पटना में दुल्हन के कमरे तक पुलिस छापेमारी कर रही है जो कहीं से भी सही नहीं है। पूरा प्रशासन शराब बंदी कानून को लागू करवाने में लगी है जिससे अन्य अपराध बढ़ रहे हैं, हत्या की घटनाएं बढ़ रही है, इसलिए शराब बंदी कानून की गंभीरता से समीक्षा होनी चाहिए। विधायक ने यह भी कहा की स्कूली बच्चे अपने बैग में लेकर शराब के धंधे में लग गए हैं, होम डिलीवरी कर रहे हैं, जिससे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है।शराबबंदी के कारण ड्रग्स का कारोबार बढ़ रहा है।

जीकेसी ग्लोबल अध्यक्ष ने कायस्थों को संगठित होने का किया आह्वान

न्यूज़ डेस्क –  जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) ग्लोबल अध्यक्ष -सह- जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने पत्रकारों से वार्ता के क्रम में कहा कि देश-दुनियाँ के सभी कायस्थों को संगठित होकर अपनी ताकत दिखाना होगा कि हम एक हैं और एक रहेंगे। उक्त बातें इंजीनियर प्रशान्त कुमार सिन्हा द्वारा आयोजित 22 नवम्बर (सोमवार) को पटना के होटल पाटलिपुत्रा एक्जॉटिका में आयोजित स्वागत समारोह कार्यक्रम के बाद कही।

उन्होंने ने सभी कायस्थ समुदाय के लोगों से नई दिल्ली में 19 दिसम्बर 21 को आयोजित होने वाले “उम्मीदों का कारवां” में भाग लेने की अपील भी किया।

उन्होंने ने जीकेसी प्रदेश उपाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा के पुत्र प्रशान्त कुमार सिन्हा और दिल्ली निवासी सुरभि सिन्हा के परिणय सूत्र के अवसर पर आयोजित स्वागत भोज में आशीर्वाद भी दिया।

 

उन्होंने प्रशान्त सिन्हा को अपने इंजीनियरिंग कार्य में देश की सेवा करने और सुरभि सिन्हा को गृह कार्य मे अपनी काबलियत सिद्धय करने एवं सामाजिक कार्यकर्ता बनकर देश की सेवा करने का भी आशीर्वाद दिया।

प्रशांत सिन्हा वंगलुरु (बंगलोर) स्थित आई टी कम्पनी में कम्प्यूटर सांइस इंजीनियर है और सुरभि सिन्हा दिल्ली स्थित निजी कम्पनी में कार्यरत हैं।

स्वागत भोज के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में आशीर्वाद देने वालों में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के रवि आनन्द, जीकेसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक, प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आंनद, मीडिया तथा कला संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार, मीडिया प्रदेश सचिव मुकेश महान, हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सत्ता की खोज के सम्पादक मुकेश कुमार सिन्हा, उर्दू दैनिक शफीना के सम्पादक मो जावेद अख्तर, हिन्दी दैनिक प्रातः किरण के ब्यूरो चीफ विजय कुमार अग्रवाल, बेखौफ इंडिया के सम्पादक उमाशंकर प्रसाद सिंह, अलर्ट कमांडो के सम्पादक अशोक कुमार सिन्हा, जेके न्यूज के व्यूरो चीफ ए के देव, हिन्दी दैनिक प्रभात खबर के चेतन आनंद, क्लाउड नाइन न्यूज के सम्पादक सुजीत सागर, दूरदर्शन के अभिषेक, आराधना न्यूज के सम्पादक धीरेन्द्र कुमार गुप्ता, स्वतंत्र पत्रकार-सह-लेखक डॉ धुर्व कुमार, डेमोक्रेटिक हेराल्ड के सम्पादक मिथलेश कुमार पाठक, विद्या मंदिर क्लासेस के सीनियर लेक्चरर अमित सिन्हा, अभियंता राहुल सिन्हा, अभियंता सुशांत कुमार, अभियंता आशीष भट्ट, अभियंता आयूष, के अतिरिक्त वीरेन्द्र कुमार सिन्हा, धीरेन्द्र कुमार सिन्हा, विजय कुमार सिन्हा, अजय सिन्हा, संजय सिन्हा सहित अन्य पत्रकार एवं गणमान्य लोगों उपस्थित थे।

जीकेसी के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा ने स्वागत भोज में उपस्थित गणमान्य लोगों से ग्लोबल अध्यक्ष को मिलाते हुए व्यक्तिगत रूप से 19 दिसम्बर को नई दिल्ली में आयोजित होने वाली “उम्मीदों की कारवां” में परिवार एवं चित्रांश शुभ चिंतकों के साथ शामिल होने का अनुरोध भी किया।

बिहार के कैमूर जिले में कमरे के अभाव में खुले आसमान में पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे

न्यूज़ डेस्क –  शिक्षा व्यवस्था की बदहाल स्थिति  का एक जीता जागता उदाहरण बिहार के कैमूर जिला के मोहनिया अंचल में पिपरा ग्राम का एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय जहाँ बच्चों को खेत के किनारे खुले आसमान में बैठाकर पढ़ाया जाता है ।


खास बात है कि स्कूल में कमरे भी नहीं है । बेंच, कुर्सी, फर्नीचर भी नहीं है। मीडिया कर्मियों को देखकर पढ़ाई भी भंग हो जाती है। बच्चों को भागकर स्कूल के अंदर छुपना भी पड़ता है।


ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है , जिसमें बच्चे को बाहर बैठा कर शिक्षा दी जा रही है। सड़क से सटे स्कूल में जाने के लिए ना ही रास्ता है ना शौचालय है ।
स्कूल में कोई चार दिवारी नहीं है। यहां तक के स्कूल में बच्चों के हिसाब से बैठने के लिए कमरे तक नहीं है। यहां ना तो कोई बाथ रूम है और ना पीने का पानी ।
जबकि बिहार सरकार शिक्षा व्यवस्था पर लगातार दावे करती नजर आती है। लेकिन यहां तो शिक्षा व्यवस्था बिल्कुल चौपट है। इसका अंदाजा आप इस फोटो को  देख कर लगा सकते हैं ।

स्कूल के प्रधानाध्यापक ने कहा कमरे की संख्या कम है और विद्यालय की बाउंड्री वाल भी नहीं है शौचालय भी नहीं है ,बच्चे ज्यादा है कमरे कम है और पानी की भी व्यवस्था नहीं है ,टंकी की आवश्यकता है लेकिन सरकार की ओर से व्यवस्था नहीं की गयी है जिसके वजह से बच्चों को परेशानी हो रही है |


यही वजह है कि जब  शिक्षक की नजर मीडिया वालों पर पड़ी तब बच्चों को लेकर वे कमरे में जाने लगे ।