जाति आधारित गणना, 2022 का द्वितीय चरण का कार्य हुआ शुरू ,डीएम ने लिया जायजा

जिला पदाधिकारी, पटना-सह-नोडल पदाधिकारी, जाति आधारित गणना, 2022-सह-प्रधान गणना पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज जाति आधारित गणना, 2022 के द्वितीय चरण में प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि गणना का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। निर्वाचन मोड में इसका संचालन किया जा रहा है।

डीएम डॉ सिंह ने कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग से प्राप्त निर्देश के आलोक में बिहार जाति आधारित गणना का कार्य सभी चार्ज में आज से विधिवत प्रारंभ हो गया है। सभी प्रखंडों के नोडल पदाधिकारियों को अपने प्रखण्डों में गणना कार्य का अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है।

जाति आधारित गणना की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि आज सभी चार्ज पदाधिकारियों द्वारा गणनाकर्मियों को प्रपत्र उपलब्ध कराया गया। द्वितीय चरण में पटना जिले के कुल 45 चार्ज द्वारा आज दिनांक 02 अगस्त, 2023 को 61,810 परिवार का सर्वेक्षण किया गया। 9,35,507 परिवारों की गणना पूर्व में ही पूर्ण हो गई थी। इस प्रकार अबतक कुल 9,97,317 परिवारों की गणना पूर्ण हो गई है। यह कुल परिवारों की संख्या 13.69 लाख का 72.85 प्रतिशत है। डीएम ने कहा कि सभी चार्ज में गणना का शेष कार्य भी जल्द पूरा हो जाएगा। उन्होंने निदेश दिया कि पोर्टल पर इंट्री कार्य को भी जल्दी पूरा कर ली जाए।


जिला पदाधिकारी डॉ. सिंह द्वारा सभी चार्ज पदाधिकारियों, प्रखंडों के नोडल पदाधिकारियों तथा अनुमंडल पदाधिकारियों को बिहार जाति आधारित गणना, 2022 कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर यथाशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया है।

डीएम डॉ सिंह ने निदेश दिया कि सभी नियंत्री पदाधिकारी गणनाकर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के निदेशों के अनुरूप समयबद्ध तरीके से शुद्धता सुनिश्चित करते हुए गुणवत्तापूर्ण ढंग से गणना की जाए। प्रखंडों के सभी वरीय प्रभारी पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पदाधिकारी क्षेत्रों का नियमित भ्रमण करेंगे। वे भी समय-समय पर क्षेत्रों में भ्रमण कर गणना कार्य का अनुश्रवण करेंगे।आज भी उन्होंने फुलवारीशरीफ प्रखंड एवं नगर परिषद चार्जों में निरीक्षण किया है। सभी प्रगणक; पर्यवेक्षक एवं चार्ज अधिकारी बेहतर तरीके से कार्य कर रहे हैं। सभी 17 प्रकार की आवश्यक जानकारियाँ ली जा रही है। इन सबकी प्रविष्टि मोबाइल ऐप के माध्यम से भी की जा रही है। वैज्ञानिक तरीके से प्रामाणिक ढंग से सूचनाओं का संग्रहण किया जा रहा है। दोहरी प्रविष्टिकरण रोकने के लिए अचूक व्यवस्था है। परिवार के प्रधान का भी घोषणा-पत्र लिया जा रहा है।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के निदेशों के अनुरूप बिहार जाति आधारित गणना, 2022 का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जाएगा।

You may have missed