शिक्षकों को सम्मानित नहीं अपमानित कर रही बिहार सरकार : सम्राट चौधरी

बिहार भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित शिक्षक समागम में अटल सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमे 100 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि जीवन में मां, पिता के बाद भगवान का दर्जा शिक्षक को ही दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सही अर्थों में सही रास्ता दिखाने वाला शिक्षक ही होता है।

सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कुम्हार मिट्टी से एक अनमोल कृति को गढ़ता है उसी तरह गुरु बच्चे को सही शिक्षा देकर सही रास्ते के लिए तैयार करता है। उन्होंने शिक्षक को भाग्यविधाता बताते हुए कहा कि आज गुरु के बताए रास्ते पर चला जाए तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि आज क्वालिटी नहीं के क्वांटिटी पर जोर है। उन्होंने कहा कि 1995 से पहले अधिकांश लोग सरकारी स्कूल से ही मैट्रिक पास करते थे, लेकिन आज स्थिति बदल गई। उन्होंने कहा कि गुरुजनों के सम्मान के बिना बेहतर शिक्षा की कल्पना नहीं की जा सकती।


भाजपा विधान पार्षद जीवन कुमार ने कहा कि बिहार सरकार शिक्षक को अपमानित करना बंद करें l बिहार सरकार शिक्षकों के साथ गलत व्यवहार कर रही है l बिहार की जनता इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी l शिक्षक के मुद्दे को हम सड़क से सदन तक उठाएंगे l

प्रो गणेश प्रसाद सिंह के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम में पटना विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी डॉ रासबिहारी सिंह, नालंदा खुला विश्वविद्यालय के वीसी के सी सिन्हा के अलावा सुरेश राय, कुमार अर्नज, प्रहलाद वर्मा, डॉ रामदयाल शर्मा, अरुण कुमार सिंह, रामनाथ सिंह, दीनू मांझी, विभा कुमारी, आशीष कुमार सहित 100 शिक्षकों को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से शिक्षक प्रकोष्ठ के सह संयोजक कौशल किशोर, मनीष रंजन, शूभेष कुमार सिंह उर्फ बबुआ जी आदि उपस्थित थे।

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