रेलवे में स्टार्टअप पर आधारित कार्यशाला का आयोजन

 प्रधानमंत्री जी के स्टार्टअप इंडिया विजन के तहत् माननीय रेल मंत्री द्वारा Indian Railway Innovation Policy – “StartUps for Railways” लांच किया गया था । इसी कड़ी में इनोवेशन पॉलिसी से जुड़ी समस्त जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए पूर्व मध्य रेल के अपर महाप्रबन्धक श्री तरूण प्रकाश की अध्यक्षता में आज दिनांक 01.07.2022 को महेन्द्रूघाट रेल परिसर, पटना के सभाकक्ष में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस कार्यशाला में सूक्ष्म, लधु एवं मध्यम उद्यम, एकल इनोवेटर, पार्टनरशिप फर्म, कंपनियां तथा – Bihar Enterprenure Association, Bihar Industries Association, Mahila Udyami Sangh, Women Enterprenur Co-opreative Society, NIT/Patna, IIT/Patna, BSIDC/Patna एवं उद्योग मंत्रालय/बिहार सरकार के प्रतिनिधियों ने भाग लिया । इसके साथ ही ISM/Dhanbad एवं अन्य इनोवेटर/उद्यमी भी वेबलिंक द्वारा ऑन लाईन कार्यशाला से जुड़े हुए थे ।

कार्यशाला को संबोधित करते हुये अपर महाप्रबन्धक श्री तरूण प्रकाश ने कहा कि रेलवे में नई तकनीक के समावेश की संभावनाएं हैं। युवा वर्ग के पास विभिन्न प्रकार के नए आइडियाज हैं, जिसके लिए रेलवे ने इनोवेशन पोर्टल के माध्यम से यह प्लेटफार्म दिया है। श्री प्रकाश ने कहा कि रेलवे में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए समान भागीदारी के रूप में 1.5 करोड़ रूपये तक का सहयोग किया जायेगा, जिसके माध्यम से रेलवे में नई तकनीक का विकास होगा।

इस अवसर पर रेलवे में स्टार्टअप से सम्बन्धित जानकारियाँ पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया ।

भारतीय रेलवे की इनोवेशन पालिसी की प्रमुख विशेषतायें:-

1. इनोवेटर को समान साझेदारी के आधार पर 1.5 करोड़ रूपए तक का अनुदान।
2. समस्याओं के समाधान के लिए अस्थायी से लेकर प्रोटोटाइप के विकास तक की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और उद्देश्यपूर्ण बनाने के लिए निर्धारित समयावधि में ऑनलाईन की जाएगी।
3. प्रोटोटाइप के सफल प्रदर्शन पर बढ़ी हुई धनराशि प्रदान की जायेगी।
4. इनोवेटर्स का चयन एक पारदर्शी एवं निष्पक्ष प्रणाली द्वारा किया जायेगा।
5. विकसित इंटेलेक्चुवल प्रॉपर्टी राइट्स (आई.पी.आर.) इनोवेटर्स के पास ही रहेगा।
6. इनोवेटर को एस्योर्ड डेवलेपमेन्टल आर्डर।
7. विलम्ब से बचने के लिये उत्पाद विकास प्रक्रिया का विकेन्द्रीकरण।

भारतीय रेल स्टार्टअप के माध्यम से उन्नत तकनीक को अपनाकर ट्रेनों के परिचालन में आने वाली चुनौतियों से निपटेगी। नई इनोवेशन पॉलिसी के माध्यम से समाधान हेतु प्रथम चरण में रेल परिचालन से जुड़ी 11 विभिन्न प्रकार की चुनौतियों की पहचान की गई है और इनको पोर्टल पर अपलोड किया गया है, जिसके माध्यम से इनोवेटर रेलवे के विकास में योगदान दे सकेंगे।
1. ब्रोकेन रेल डिटेक्सन सिस्टम
2. रेल स्ट्रेस मॉनिटरिंग सिस्टम
3. उपनगरीय खंडों का भारतीय रेलवे के राष्ट्रीय एटीपी प्रणाली के साथ समन्वय करके हेडवे इम्पूर्वमेंट सिस्टम
4. ऑटोमेशन ऑफ ट्रैक इंस्पेक्शन एक्टिविटीज़
5. डिजाइन ऑफ सुपीरियर इलास्टोमेरिक पैड फॉर हैवी हॉल फ्रेट वैगंस
6. थ्री फेज इलेक्ट्रिक इंजनों के ट्रैक्शन मोटर्स के लिए ऑनलाइन कंडीशन मॉनिटरिंग सिस्टम का विकास
7. नमक जैसी वस्तुओं के परिवहन के लिए हल्के वैगन का विकास
8. यात्री सेवाओं में सुधार के लिए डिजिटल डाटा का उपयोग करके विश्लेषणात्मक उपकरण का विकास
9. ट्रैक क्लिनिंग मशीन
10. पोस्ट ट्रेनिंग रिवीजन एवं सेल्फ सर्विस रिफ्रेशर कोर्स के लिए ऐप
11. पुल निरीक्षण के लिए रिमोट सेंसिंग, जियोमैटिक्स और जीआईएस का उपयोग

भारतीय रेल द्वारा लांच इनोवेशन पोर्टल वेबसाइट www.innovation.indianrailways.gov.in पर उपलब्ध है, जिसमें इस नीति के बारे में सूचनायें दी गई हैं। इस पोर्टल के माध्यम से इच्छुक स्टार्टअप, इनोवेटर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमी ऑनलाइन प्रस्ताव भेज सकते हैं।

पवार प्वाइंट प्रजेंटेशन के उपरांत ओपेन शेसन के दौरान इनोवेटर्स, पार्टनरशिप फर्म, कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा उठाये गये बिन्दूओं पर विस्तृत चर्चा हुई तथा पूर्व मध्य रेल के अधिकारियों द्वारा दिये गये स्पष्टीकरण से संतुष्ट होकर इसमें आगे भी जुड़े रहने की इच्छा जाहिर की गयी ।

दिनांक 07 जुलाई, 2022 को 15.30 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रेल मंत्रालय द्वारा “StartUps for Railways” पर एक इंटरैक्टिव सेशन का आयोजन किया जा रहा है । इनोवेटर्स, पार्टनरशिप फर्म, कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा दिनांक 04 जुलाई, 2022 के 15.00 बजे तक ईमेल innovation@rb.railnet.gov.in पर अपने सुझाव/सवाल भेज सकते हैं । इसके साथ ही इच्छूक व्यक्ति/फर्म 07 जुलाई, 2022 को होने वाले वीडियो कांफ्रेंसिंग में शामिल होने हेतु लिंक के लिए ईमेल innovation@rb.railnet.gov.in पर अनुरोध कर सकते हैं ।

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