हिलसा में बढ़ते अपराधिक घटनाओं के विरोध में आक्रोश मार्च

हिलसा की निकम्मी और सुस्त पुलिस प्रशासन के कार्य शैली के वजह से नगर में लगातार आपराधिक घटनाएं की वृद्धि हो रही है। थानाअध्यक्ष गुलाम सरवर के भेदभाव पूर्ण कार्य शैली के वजह से अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है। बच्ची के विवाह के लिए बैंक से निकाला गया रूपया का छिनतई, मन्दिर से जेवरातो की चोरी, नागरिकों पर कातिलाना हमला, ट्रक, पिकअप से लेकर मोटर साइकिल की चोरी, सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार कर हतोत्साहित करना इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं।ज्ञात हो कि हिलसा आर्य समाज रोड में विद्वान ब्राह्मण श्री अंजनी कुमार पांडेय पर तलवार से जानलेवा हमला किया गया और मालावां ग्राम सामाजिक कार्यकर्ता श्री सतीश पासवान पर दारोगा द्वारा मारपीट करना इसका ज्वलंत उदाहरण है। अंजनी कुमार पांडेय के प्राथमिकी में जमानतीय धारा लगाकर इस केस को वारा न्यारा करना चाहते हैं। थानाध्यक्ष व्यवसायीकरण कर दिए हैं। जिससे ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जानलेवा,नकली शराब का धंधा और चलन जोरों पर है।थाना में आगत प्रार्थियों का उसके जातीय और संप्रदाय पूछकर व्यवहार किया जाता है। इसके विरोध में नागरिक मंच के बैनर तले हिलसा के नागरिकों द्वारा सूर्यमंदिर परिसर से योगीपुर मोड़,सिनेमा मोड़, बरूणतल होते हुए डाकबंगला तक आक्रोश मार्च निकालकर थाना अध्य्क्ष गुलाम सरवर की अविलंब बरखास्ती की मांग की गई। इस आक्रोश मार्च में अर्जुन प्रसाद विश्वकर्मा, ब्रजलाला प्रसाद, राजीव कुमार, सिया शरण आर्य, संजय सागर, गौरव प्रकाश, राकेश भारती, अभिनव कौशल,राज चन्दन, सतीश पासवान, चंद्र भूषण पांडेय, अजय कुमार, नीरज मालाकार, कृष्णदेव प्रसाद, मंजय कुमार, संजीव कुमार, संजीव वर्मा, देवरत्न केवट, रविंद्र चंद्रवंशी, उदय यादव, शैलेश प्रसाद, कुन्दन चौधरी, अखिलेश पांडेय, मुकेश कुमार, विकास सिंह, अभय गुप्ता, उत्तम कुमार, शशि बिंद, विनित कुमार, विकास चौधरी, गुड्डू पासवान, गौरी कुमार, राहुल चौधरी, दीपक पासवान, रवि कुमार इत्यादि हिलसा के सैकड़ों लोग शामिल थे।

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