समान नागरिक संहिता से कहीं आवश्यक जाति व्यवस्था के नाम पर वर्षों से हो रहे विभेद को समाप्त करना है

सामान नागरिक संहिता पर लगातार हो रही चर्चाओं एवं सवालों पर भवन निर्माण मंत्री, बिहार, श्री अशोक चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि भारत विविधता में एकता की भूमि है जहाँ अलग-अलग जीवन-शैली और तरीकों के लोग एक साथ रहते हैं। वो अलग आस्था, धर्म और विश्वास से संबंध रखते हैं। इन भिन्नताओं के बावजूद भी वो भाईचारे और मानवता के संबंध के साथ रहते हैं तो यहाँ समान नागरिक संहिता से कहीं आवश्यक जाति व्यवस्था के नाम पर वर्षों से हो रहे विभेद को समाप्त करना है।

उन्होंने कहा कि यह देश राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के आदर्शों पर चलने वाला देश है जहाँ – बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर, जवाहर लाल नेहरू, मौलाना आज़ाद, चंद्रशेखर आज़ाद, गोपाल कृष्ण गोखले, राजगुरु, अशफ़ाकउल्लाह, खान अब्दुल गफ्फार खान जैसे हमारे पूर्वजों ने आज़ादी की लड़ाई और शहादत से इस देश को अंग्रेज़ों से मुक्त करवाया तथा राष्ट्र के लोगों को जो संविधान समर्पित किया वो इस देश को पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य के रूप में स्थापित करता है।

श्री चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपिता ने इस देश को दुनियाँ के बाँकी देशों से अलग एक सर्व समावेशी उत्कृष्ट देश बनाने का उद्यम किया जिसमें इस देश की बुनावट विविध भाषाओँ यथा हिंदी, तमिल, तेलगु, मलयालम, भोजपुरी, बंगाली अदि के साथ भी यह देश एक है, देश के लोग एक हैं। जबतक विभिन्न विचारधारा के लोगों के मान-सम्मान की रक्षा नहीं की जाएगी इस देश को एक रखने में कठिनाई होगी। जो लोग आज ‘एक देश एक नियम’ की बात करते हैं उन्हें सबसे पहले जाति प्रथा खत्म करने के लिए प्रयास करना चाहिए जो वो नहीं कर रहे हैं। श्री चौधरी ने आगे कहा कि वर्षों से जो असमानता दलितों, मुसलमानों और अतिपिछड़ों के साथ हुयी है उसे समाप्त करने की आवश्यकता है।

श्री चौधरी ने कहा कि जिस देश में आज भी दलित, अतिपिछड़ों और मुसलमानों जिनकी आबादी अगर एक साथ मिलाकर देखी जाय तो कुल आबादी के 50 प्रतिशत जनसंख्या से भी अधिक है लेकिन ये वो लोग है जो राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से देश की मुख्यधारा से आज भी नहीं जुड़ पाये है। उन्होंने कहा आज किसी भी प्रकार से समान नागरिक संहिता जैसे कानून को लागू करने से पहले यह अति आवश्यक है कि इस आधी आबादी को सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक रूप से सक्षम कर देश की मुख्यधारा से जोड़ा जाय।

एक अन्य डोमिसाइल मुद्दे पर श्री चौधरी ने कहा विपक्ष के नेताओं द्वारा लगातार डोमिसाइल के नाम पर निरर्थक बयानबाजी की जा रही है। उन्हें इस मुद्दे पर विवेक से काम लेना चाहिए और तथ्य परख बात करनी चाहिए। जो लोग डोमिसाइल पर लगातार अनर्गल प्रलाप कर रहें है उन्हें यह समझना चाहिए कि अगर आज हम बिहार में डोमिसाइल लागू करते है तो भविष्य में अन्य राज्यों में हमारे बिहार के बच्चों को भी रोका जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का बयान देने वाले लोग तुच्छ राजनैतिक महत्वाकांक्षा से इस राज्य की भावी पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहें हैं तथा युवा पीढ़ी को दिग्भ्रमित कर रहें है।

भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने अन्त में कहा कि जो मुहिम इस देश में माननीय नेता नीतीश कुमार ने चलाई है उसका मुख्य उद्देश्य है कि सभी समान विचारधारा वाले लोगों को एकजुट करके सामूहिक उत्तरदायित्व एवं सामूहिक नेतृत्व के साथ आगे बढ़ने वाला एक समूह तैयार करना जिसकी जिम्मेंदारी विविधताओं वाले अपने इस भारत देश के लोगों की सामाजिक, राजनैतिक एवं आर्थिक स्थिति का मजबूत करना है। यह समूह सामूहिक जिम्मेदारी एवं सामूहिक नेतृत्व का समूह है।

You may have missed