डीएम ने नए समाहरणालय भवन परिसर के निर्माण कार्य में प्रगति की समीक्षा की

जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज पटना समाहरणालय परिसर में नए समाहरणालय भवन के निर्माण कार्य में प्रगति की समीक्षा की गई तथा पदाधिकारियों को आवश्यक निदेश दिया गया। यह बैठक हिन्दी भवन में आयोजित की गयी थी।

उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुल्तानिया द्वारा जिलाधिकारी के संज्ञान में निर्माण कार्य में प्रगति को लाया गया। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य का नियमित पर्यवेक्षण किया जाता है। समय-सीमा के अंदर इसे पूर्ण करने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।

डीएम डॉ. सिंह ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को गुणवत्तापूर्ण ढ़ंग से त्वरित गति से निर्माण कार्य करने का निदेश दिया। साथ ही उन्होंने सम्बद्ध एजेंसी को भी तत्परता से कार्य करने को कहा है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि फ्लोरवाईज टाइमलाईन के अनुसार निर्माण कार्य पूर्ण करें।……..

डीएम डॉ. सिंह ने भवन में प्राकृतिक हवा एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सोलर पैनल के अधिकाधिक उपयोग की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि आम जनता के लिए पर्याप्त संख्या में शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था रहेगी।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि गंगा नदी के किनारे अवस्थित यह परिसर स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा। उच्च तकनीकों पर आधारित एवं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह भवन निर्माण के बाद राज्य की राजधानी में एक महत्वपूर्ण केन्द्र होगा। जिलेवासियों के लिए यह वन-स्टॉप सॉल्युशन का काम करेगा। एक छत के नीचे जिला प्रशासन के सभी कार्यालय अवस्थित रहेंगे। इससे कार्य-संस्कृति और सुदृढ़ होगी तथा नागरिकों को अधिक सुगमता से सेवा प्रदान की जा सकेगी।

गौरतलब है कि इसका निर्माण भवन निर्माण विभाग के निर्माण प्रमंडल-1 द्वारा किया जा रहा है। भू-खण्ड का क्षेत्रफल 43,454 वर्ग मीटर है। बिल्ट-अप एरिया 28,388 वर्ग मीटर है।

सचिव, भवन निर्माण विभाग-सह-आयुक्त, पटना प्रमंडल श्री कुमार रवि के निर्देश पर निर्माण कार्य 18 मई, 2022 को प्रारंभ किया गया। एकरारनामा के अनुसार निर्माण कार्य की पूर्णता अवधि 25 महीने (जून, 2024) है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि इससे पहले जिलेवासियों को यह सौगात मिलेगा। लक्ष्य रखा गया है कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए। इसके लिए सारी कोशिश की जा रही है।

विदित हो कि प्रस्तावित नए समाहरणालय भवन परिसर के उत्तर मे गंगा नदी एवं दक्षिण में गाँधी मैदान है। इसका डिजायन विद्यमान एवं आधुनिक वास्तुशैली का सरलीकृत मेल है। मुख्य भवन में 39 विभाग संचालित होगा। समाहरणालय में बेसमेन्ट एवं भूतल के अलावा पाँच फ्लोर होगा। केन्द्रीय समाहरणालय भवन के अतिरिक्त परिसर में दो और ब्लॉक- एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक तथा डिस्ट्रिक्ट बोर्ड ऑफिस एवं बहुउपयोगी भवन ब्लॉक रहेगा। एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक में बेसमेन्ट एवं भूतल के अलावा चार फ्लोर होगा।

सभी विभागों का अलग-अलग प्रवेश रहेगा। परिसर में एक केन्द्रीय हरित पब्लिक प्लाजा भी होगा। अंडरग्राउण्ड एवं खुला पार्किंग भी रहेगा। पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश एवं हवा की सुविधा रहेगी। भवन वीआरवी प्रणाली आधारित केन्द्रीकृत एयर कंडिशनर से लैस रहेगा। कैन्टीन एवं बैंक की भी सुविधा रहेगी।

प्रस्तावित नया समाहरणालय भवन परिसर में लगभग 205 ओपेन पार्किंग एवं लगभग 240 बेसमेन्ट पार्किंग की सुविधा रहेगी। सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से इस परिसर में उत्कृष्ट मापदण्डों का अनुपालन किया जाएगा। सीसीटीवी सर्विलैन्स, अत्याधुनिक अग्नि सुरक्षा तंत्र, प्रवेश-निकास कन्ट्रोल, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, भूकम्प रोधी संरचना तथा आपातकालीन स्थिति में व्यवस्थित निकासी की सुविधा से यह भवन लैस रहेगा। 200 से 225 की संख्या में सीसीटीवी कैमरा लगा रहेगा। 200 लोगों के बैठने के लिए एक कॉन्फ्रेन्स रूम, 80 लोगों के लिए दूसरा कॉन्फ्रेन्स रूम तथा 40 लोगों के लिए एक अन्य कॉन्फ्रेन्स रूम रहेगा। सभी कॉन्फ्रेन्स रूम प्रोजेक्टर एवं ऑडियो-विजुअल प्रणाली से सुसज्जित रहेगा। परिसर में चार उद्यान रहेगा जिसका कुल हरित क्षेत्र लगभग 3,484 वर्गमीटर होगा। मानदण्डों के अनुसार रेनवाटर हार्वेस्टिंग तथा ऊर्जा संरक्षण हेतु सोलर पैनल अधिष्ठापित की जाएगी।

डीएम डॉ. सिंह ने संबंधित अधिकारियों को प्रदत्त निर्देशों का त्वरित एवं तत्परता से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुलतानिया, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर, विशिष्ट पदाधिकारी, अनुभाजन श्री मनोरंजन कुमार, भवन निर्माण विभाग के अभियंतागण एवं अन्य भी उपस्थित थे।

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