
9 करोड़ रुपये के गबन मामले में भाजपा वाणिज्य प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं रामकृष्ण द्वारिका महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. जगन्नाथ प्रसाद पर प्राथमिकी दर्ज
पटना। भाजपा नेताओं से जुड़े भ्रष्टाचार के मामलों की श्रृंखला लगातार लंबी होती जा रही है। ताज़ा मामला पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय से जुड़ा है, जहाँ लगभग 9 करोड़ रुपये के गबन के आरोप में विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. कीर्ति ने कंकड़बाग थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
यह प्राथमिकी भाजपा वाणिज्य प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं रामकृष्ण द्वारिका महाविद्यालय के पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ. जगन्नाथ प्रसाद के खिलाफ दर्ज की गई है। पुलिस ने मामला धारा 316(5) और 318(4) के तहत दर्ज किया है और प्राथमिकी संख्या 941/25 है।
सूत्रों के अनुसार, यह मामला लंबे समय से दबाने की कोशिश की जा रही थी। बताया जाता है कि भाजपा के तीन वरिष्ठ नेता — उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, पूर्व मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल और मंगल पांडे — ने विश्वविद्यालय प्रशासन और थाना अधिकारियों पर फ़ोन के ज़रिए दबाव बनाने का प्रयास किया ताकि प्राथमिकी दर्ज न हो सके।
हालांकि, बिहार पुलिस महानिदेशक (DGP) के हस्तक्षेप के बाद कंकड़बाग थाना प्रभारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज की।
विश्वविद्यालय सूत्रों का कहना है कि यह गबन कई वित्तीय अनियमितताओं के माध्यम से किया गया था, जिसमें शिक्षकों के वेतन,छात्र निधि और विश्वविद्यालय विकास कोष के पैसे का दुरुपयोग शामिल है। मामले की जांच अब उच्च स्तर पर शुरू कर दी गई है।
राजनीतिक हलकों में इस घटना को लेकर खलबली मच गई है। विपक्ष ने इसे “भाजपा की कथनी और करनी में अंतर” का जीता-जागता उदाहरण बताया है और पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग की है।