सोशल मीडिया पर छा गई गोलू राज व अभिनेत्री नीतिका जयसवाल की जोडी 

न्यूज़ डेस्क:- पटना भोजपुरी एलबम तोहरे क्रिया चर्चा में उभरते गायक गोलू राज अनुपमा यादव अंकिता सिंह ने अपनी आवाज से इस एलबम को सजाया है इस के गाने सोशल मीडिया पर धूम मचा रहे है।

कम उम्र में प्रयोगवाद के बल पर राष्ट्रीय फलक तक अपनी पहचान बनाने वाले गोलू राज भोजपुरी की नामचीन अभिनेत्री अनारा गुप्ता व नीतिका जयसवाल के संग अपने आगामी प्रोजेक्ट्स में इश्क लड़ाते ऑन कैमरा नजर भी आ रहे हैं।आमतौर पर भोजपुरी सिनेमा में नायक के रूप में स्थापित होने वाले लोगों के बारे में एक बात समान है कि उन्हें गायक होना चाहिए इसी परिपाटी को आगे बढ़ाते हुए आकर्षक कद काठी वाले चर्चित गायक गोलू राज भी अब भोजपुरी सिनेमा में एंट्री कर रहे हैं 24 अक्टूबर 1991 को पिता महेश पांडे के घर पुत्र रत्न के रूप में जन्मे गोलू ने एमबीए की डिग्री ली है छपरा से इनका गार्डन आता है  इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा  छपरा से पूरी की। गोलू कहते हैं कि छपरा में रहने के दौरान ही उन्हें भोजपुरी से अटूट प्रेम हुआ भिखारी ठाकुर महेंद्र मिश्र जैसे कलाकारों को जानने सुनने का मौका मिला।बतौर गायक उनके कई सारे एलबम हिट है वर्ष 2016 से ही यह गायकी के क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं

 

 

म्यूजिक कंपोजर के रूप में भी इनकी पहचान है अभिनय के क्षेत्र में उन्होंने 2011 में पदार्पण किया था लेकिन अब पहचान मिलने लगी है इनका एलबम पटती है लड़की पटाने वाला चाहिए ने सफलता का नया परचा गाड़ा है गोलू राज कहते हैं कि भोजपुरी में आने वाले कलाकारों के लिए भी ट्रेनिंग आवश्यक होनी चाहिए उन्होंने नृत्य और अभिनय की बारीकियों को काफी करीब से सीखा है वह कहते हैं कि भोजपुरी सिनेमा का भविष्य उज्जवल है आने वाले दिनों में भोजपुरी में कई सारे बेहद ऊर्जावान अभिनेता अभिनेत्रियों का भी पदार्पण होने वाला है गोलू कहते हैं कि भोजपुरी किसी की बदौलत नहीं बल्कि भोजपुरी के बदौलत सब लोग हैं उन्होंने कहा कि अन्य भाषाओं की तरह भोजपुरी में भी प्रयोगवाद होना चाहिए स्तरीय चीज बननी चाहिए भोजपुरी का दर्शक वर्ग इसलिए भोजपुरी सिनेमा और संगीत से कट जाता है कि उसे लगता है कि उसकी भाषा के साथ अन्याय हो रहा है अच्छे लोग भी भोजपुरी को स्वीकार करेंगे वह आज काफी आशान्वित हैं वे कहते हैं कि मेहनत से मुकाम हासिल किया जाता है वही स्थायी होता है| उन्हें कोई हड़बड़ी नहीं है उन्हें जिस तरह से प्यार दुलार पूरे इंडस्ट्री से मिल रहा है उन्हें ऊर्जा मिल रही है बहुत जल्द रुपहले पर्दे पर उनकी धमाकेदार इंट्री होगी। अभिनेत्री रानी चटर्जी, अनारा गुप्ता, नितिका जयसवाल के साथ गोलू राज नजर आ रहे हैं। गोलू राज कहते हैं कि जो प्यार दुलार स्नेह उन्हें भोजपुरी और खासकर बिहार के दर्शकों, श्रोताओं से मिला है उसके लिए वह आभारी विरुद्ध कुछ नया सीखने की कोशिश करते हैं

 बिहार में शराबबंदी की खुली पोल,  पिता ने बच्चों के किताब की जगह खरीद ली शराब ,बच्चे ने कर दी शिकायत  

न्यूज़ डेस्क:-मुख्यमंत्री द्वारा आम लोगों से शराब नहीं पीने की शपथ लेने के महज चंद घंटों बाद ही उनके शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ गई। यह साबित हो गया कि बिहार के गांव-गांव तक अवैध शराब की पहुंच है और लोग उसे आसानी से खरीद कर पी रहे हैं । शराब की उपलब्धता इतनी आसान है कि गरीब लोग अपने बच्चे के किताब भी नहीं खरीद रहे हैं बल्कि उसके बदले शराब खरीदकर पी रहे हैं।

खबर रोहतास जिला के तिलौथू से आई है। यहां तिलौथू प्रखंड में एक फोटो वायरल हो रहा है। जिसमें एक स्कूल में एक बच्चा रो रो कर बता रहा है कि उसके पिताजी सारा पैसा शराब में खर्च कर देते हैं। इस कारण उसे पढ़ने के लिए किताब नहीं खरीद पा रहे हैं।

वायरल खबर  में ये बताया गया है कि शिक्षक बच्चे से पूछ रहे हैं कि पिछले 5 दिनों से कहे जाने के उपरांत भी तुमने किताब क्यों नहीं खरीदा? तो बच्चा कहता है कि उसके पिताजी सारा पैसा शराब में खर्च कर देते हैं और उसका किताब नहीं खरीद रहे हैं। बड़ी बात है कि वायरल खबर  के अनुसार  बच्चे का पिता भी उस समय विद्यालय में मौजूद था , जिसके सामने बच्चा यह कबूल कर रहा था कि उसके पिता किताब खरीदने की जगह शराब में पैसा खर्च कर रहे हैं।

https://youtu.be/POSwP840Nhk

 

यह वायरल खबर  उत्क्रमित मध्य विद्यालय, पतलूका का बताया जाता है। चूंकि इस वायरल खबर  कि हम पुष्टि नहीं करते। लेकिन जिस तरह से बिहार में शराबबंदी है और एक बच्चा रो-रो कर बता रहा है कि उसके अभिभावक किताब की जगह शराब खरीद कर पी रहे हैं। जिस कारण उसे विद्यालय में शिक्षक की डांट खानी पड़ती है। सारे बच्चे किताब से पढ़ाई करते हैं, जबकि उसकी पढ़ाई किताब के बिना बाधित है। वायरल खबर  में बच्चे की एक बहन भी दिख रही है। जिसने भी स्वीकार किया की सारा पैसा उसके पिताजी शराब में खर्च कर रहे हैं।

बच्चे का पिता का नाम मेवालाल बताया जाता है। वायरल खबर में पिता मेवालाल बाद में किताब खरीदने की बात स्वीकार की  है। सबसे बड़ी बात पुलिस की निष्क्रियता है, जिसमें उसने फोटो वायरल होने के बाद भी अब तक दोषी अभिभावक को गिरफ्तार नहीं किया  है।
शराब कहां से आती है, कहां से वह शराब खरीदता है, किस प्रकार शराब पीता है इस बात की तहकीकात भी शुरू नहीं हो सकी है। यह पुलिस की कार्यशैली का प्रत्यक्ष नमूना है।

नशा मुक्ति दिवस पर अनुमंडल कार्यालय में एसडीओ बा टीएसपी नशा मुक्ति बनाने की शपथ ली

न्यूज़ डेस्क –  “नशा नाश का जड़ है भाई, घर-घर में है आग लगाई “ जैसे नारों के साथ अनुमंडल कार्यालय में नशामुक्ति की शपथ ली . इस दौरान एसडीओ व डीएसपी ने आह्वान किया कि एकदम नशा का सेवन नहीं करे और करने दें . समाजसेवी सह ज़िला ब्रांड ऐंबेसडर डा. आशुतोष कुमार मानव ने नशा को हर तरह के अपराध की जननी बताया. उन्होंने कहा कि शराब, गुटखा, खैनी आदि के सेवन से स्वास्थ्य तो ख़राब होता ही है साथ – साथ पूरे परिवार में तवाही मच जाती है . नशा करने से कई गम्भीर बीमारियाँ हो जाती हैं जिसका इलाज सही से नहीं हो पाता और अंततः व्यक्ति की जान असमय चली जाती है। डीएसपी कृष्ण मुरारी शरण ने कहा कि लगातार इस तरह का अभियान शिक्षण संस्थानों के साथ साथ विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी चलाया जाएगा ताकि आम जन नशे से होने वाली हानियों के प्रति जागरुक हो सकें . उन्होंने कहा कि केवल भय दिखाकर नशे का ख़ात्मा जड़ से नहीं सम्भव है. लोगों का दिल परिवर्तन करके ही इसे पूरी तरह समाप्त किया जा सकेगा. इस जन अभियान में सबकी भागीदारी होनी चाहिए . नशामुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए सामूहिक संकल्प लिया . इस अवसर पर पर अनुमंडल पदाधिकारी शशांक कुमार कल्याण पदाधिकारी अविनाश कुमार रवि कुमार ओम प्रकाश राय उमाशंकर प्रसाद समेत पुलिस कर्मी शिक्षक व कर्मचारियों उपस्थित थे .

नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री, नशा मुक्ति को लेकर दिलायी शपथ

 न्यूज़ डेस्क – मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार आज सम्राट अशोक कंवेन्शन केंद्र के ज्ञान भवन में नशा मुक्ति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के शुरुआत के पूर्व सम्राट अशोक कंवेन्शन केंद्र परिसर में मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध प्रचार-प्रसार अभियान हेतु मद्य निषेध रथ एवं प्रचार बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने ज्ञान भवन के निचले तल्ले में नशा मुक्ति पर पेंटिंग, कोलॉर्ज एवं टेराकोटा प्रदर्शनी का उद्घाटन तथा अवलोकन किया। अवलोकन के पश्चात मुख्यमंत्री के समक्ष ‘नशा मुक्त परिवार खुशहाल परिवार’ पर आधारित शैडो डांस लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने नशा मुक्ति को लेकर खुद शपथ लेते हुए वहां उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई कि सत्य निष्ठा के साथ यह शपथ लेता हूं कि मैं आजीवन शराब का सेवन नहीं करुंगा। मैं कर्तव्य पर उपस्थित रहूं या न रहूं, अपने दैनिक जीवन में भी शराब से संबंधित गतिविधियों में किसी प्रकार से शामिल नहीं होऊंगा। शराबबंदी को लागू करने के लिए जो भी विधि सम्मत कार्रवाई अपेक्षित है उसे करुंगा। यदि शराब से संबंधित किसी भी गतिविधि में शामिल पाया जाऊंगा तो नियमानुसार कठोर कार्रवाई का भागीदार बनूंगा। कार्यक्रम के दौरान नशा मुक्ति पर आधारित गीत की प्रस्तुति की गई। साथ ही नशा मुक्ति के प्रचार-प्रसार हेतु जिंगल्स, वीडियो, ऑडियो संदेश का प्रदर्शन तथा जीविका द्वारा नशा मुक्ति पर तैयार की गई लघु फिल्म, जहरीली शराब के नुकसान पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने मोबाइल पर जनता के नाम संदेश का लोकार्पण किया तथा नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर सभी नगर निकाय प्रतिनिधियों को भेजे जानेवाले संदेश का अनावरण किया।


कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध को लेकर उत्कृष्ट कार्य करने वाले किशनगंज के पुलिस अधीक्षक श्री कुमार आशीष सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों, मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों को प्रशस्ति पत्र एवं मेडल प्रदान कर सम्मानित किया।इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर मैं सभी का अभिनंदन और स्वागत करता हूं। पूर्व के वक्ताओं ने सभी बातों की चर्चा विस्तार से कर दी है। 9 जुलाई 2015 को पटना के एक कार्यक्रम में मैं जब संबोधन समाप्त करके वापस गया तो वहां बैठी महिलाओं ने शराबबंदी की मांग की। मैंने उस वक्त ही वापस लौटकर कह दिया था कि अगर लोगों ने मुझे अगली बार फिर से काम करने का मौका दिया तो हम बिहार में शराबबंदी लागू कर देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार आने के बाद 1 अप्रैल 2016 को हमने नगर निगम और नगर परिषद को छोड़कर सभी जगहों  पर शराबबंदी लागू कर दी। नगर निगम और नगर परिषद में विदेशी शराब बिक्री करने की अनुमति थी। उस समय शहरों में विदेशी शराब की दुकान को खोलने का लोगों ने भारी विरोध करना शुरू किया तो हमलोगों ने 5 अप्रैल से पूरे बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी। उन्होंने कहा कि बिहार में वर्ष 2011 से हमने 26 नवम्बर को मद्य निषेध दिवस मनाना शुरू किया और शराबबंदी के बाद वर्ष 2017 में इसका नाम नशा मुक्ति दिवस कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी काम कीजियेगा तो चंद लोग गड़बड़ करने वाले हमेशा रहते हैं, शत प्रतिशत लोग किसी भी चीज को स्वीकार नहीं करते हैं। शराबबंदी को लेकर हमने 9 बार समीक्षा बैठक की है। हाल ही में शराबबंदी को लेकर 7 घंटे लगातार समीक्षा बैठक की गयी थी और उसमें एक-एक बिंदुओं पर चर्चा हुयी थी। इस बैठक में सभी चीजों की समीक्षा की गई थी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में जहरीली शराब से हुई मौत के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई भी की गई। हाल ही में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के दोषियों पर भी
कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब पीने से होने वाली हानि को लेकर डब्लू०एच0ओ0 ने वर्ष 2016 में दुनिया भर में एक सर्वे कराया था जिसकी रिपोर्ट वर्ष 2018 में प्रकाशित की गयी। भर में होने वाली कुल मौतों में 6.3 प्रतिशत मृत्यु यानि करीब 30 लाख लोगों की मौत शराब पीने से हुई। 20 से 30 आयु वर्ग के युवक/युवतियों में होने वाली मृत्यु का 13.5 प्रतिशत शराब पीने से होती है। 18 प्रतिशत लोग शराब पीने के कारण आत्महत्या करते हैं।


आपसी झगड़े का 18 प्रतिशत कारण शराब पीना होता है। विश्व में जितनी सड़क दुर्घटनायें होती है उसमें 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटनायें शराब पीने की वजह से होती है। शराब पीने की वजह से होने वाली गंभीर बीमारियों में से लीवर की गंभीर बीमारी 48 प्रतिशत, मुंह के कैंसर का 26 प्रतिशत, पैनक्रियाज की गंभीर बीमारी 26 प्रतिशत तथा टी0बी0 की गंभीर बीमारी 20 के आस-पास शराब पीने के कारण होती है। यह रिपोर्ट बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद आयी है। डब्लू0एच0ओ0 की इस रिपोर्ट में शराब के सेवन के दुष्परिणामों को लेकर व्यापक चर्चा की गई है। हमें खुशी है कि जिस कारण से हमलोगों ने राज्य में शराबबंदी लागू किया डब्लू०एच०ओ० की यह रिपोर्ट इसकी पुष्टि करती है। इस रिपोर्ट में शराब से होने वाली हानियों के बारे में लोगों को सचेत करने के लिए पर्याप्त आंकड़ें दिये गये हैं। लोगों को हमेशा सचेत करने के लिए हम इस रिपोर्ट के बारे में बताते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट का लोगों के बीच में और प्रचार-प्रसार करायें ताकि वे शराब सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में जागरुक रहें। इसका प्रचार प्रसार करना जरूरी है ताकि लोग समझ सकें कि शराब कितनी बुरी चीज है। लोगों के हित में बिहार में शराबबंदी लागू की गयी है। बापू ने भी कहा था कि शराब बुरी चीज है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान सभा और विधान परिषद् में सर्व सम्मति से शराबबंदी का प्रस्ताव पास किया गया। उस समय सरकार में जो थे और जो विपक्ष में थे, सभी ने शराबबंदी
का समर्थन किया। शराबबंदी के खिलाफ बोलने वाले कुछ लोग भूल जाते हैं कि शराबबंदी लागू करने के वक्त मद्य निषेध विभाग के मंत्री किस पार्टी के थे। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी का अध्ययन करने कई राज्यों के लोग आये हैं। कई राज्यों ने इसको लेकर मुझे अपने राज्यों में बुलाया भी था। केरल के लोग पिछले 22 साल से शराबबंदी के लिये अभियानचला रहे है। शराबबंदी लागू होने से पर्यटकों की संख्या घट जाती है, यह एक भ्रम है। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद पर्यटकों की संख्या और बढ़ी है।

https://youtu.be/-pbkwQSZCDw

मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी कानून को मजबूती से लागू करने के लिये एक बार फिर से शपथ दिलायी जा रही है। शपथ लेने से मन फिर से मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि बाएं-दाएं करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करें। सरकारी तंत्र में भी जो गड़बड़ करने वाले हैं उन पर भी नियमानुसार कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि पटना शहर पर विशेष नजर रखें। पटना के कंट्रोल होने से पूरा बिहार कंट्रोल हो जायेगा। उन्होंने कहा कि शराब की सूचना मिलने पर पुलिस का छापेमारी करने जाना कोई गुनाह नहीं है। शादी समारोह हो या और कोई समारोह जब भी सूचना मिलेगी तो पुलिस जायेगी। नियमानुसार कार्रवाई हो, इसका ख्याल रखना जरूरी है। कुछ लोग ऐसे बयान दे रहे हैं कि बाहर से आने वालों को शराब पीने की छूट देनी चाहिये। ऐसे बयान देने वालों के मन में जरूर कोई गड़बड़ करने वाली बात है। पहले लोग कहते थे कि शराबबंदी लागू होने के बाद बिहार की आमदनी घट गयी है लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। पहले वर्ष 5000 करोड़ रूपये के राजस्व का घाटा हुआ था। उसके अगले वर्ष 1200 करोड़ रुपये के राजस्व का घाटा हुआ लेकिन अगले साल से शराबबंदी से कोई राजस्व की हानि नहीं होने लगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी लागू होने के बाद बिहार में फल, सब्जी और दूध की खपत बढ़ गयी है। फल, सब्जी और दूध का उत्पादन भी बढ़ा है और बिक्री भी बढ़ी है।
शराबबंदी के बाद शराब का सेवन नहीं करने के कारण बचे पैसे से लोग फल, सब्जी और दूध खरीद रहे हैं। शहरों में वातावरण बेहतर हुआ है।  बिहार में शराबबंदी के सफल होने से दूसरे राज्य भी इसे लागू करने को लेकर प्रेरित होंगे। वर्ष 2017 में 21 जनवरी को शराबबंदी को लेकर मानव श्रृंखला बनायी गयी थी। इसमें अन्य लोगों के साथ-साथ पत्रकारों ने भी शराबबंदी की शपथ ली थी। शराबबंदी को लेकर सभी लोगों ने
अपना सहयोग और समर्थन दिया है। हमें भरोसा है कि आगे भी सभी लोग इस अभियान को अपना समर्थन देंगे। आज सभी लोगों ने शपथ ली है। मुख्य सचिव और डी0जी0पी0 सभी सरकारी तंत्र के लोगों की शपथ लेने की पुष्टि कर लें।

पारिवारिक पार्टियां देश को नुकसान पहुंचा रही हैं – नीतीश कुमार

नशा मुक्ति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के बाद पारिवारिक पार्टियों पर उठे सवाल पर पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पारिवारिक पार्टियां देश को नुकसान पहुंचा रही हैं ये बिल्कुल सही है। हमलोग तो शुरू ये मानकर चल रहे हैं कि पारिवारिक पार्टियों का कोई मतलब नहीं है। आजकल लोग खुद को, अपने परिवार को, बाल बच्चे को राजनीति में जगह देना चाहते हैं। राजनीति में परिवारवाद का कोई मतलब नहीं होना चहिये लेकिन आजकल कई दल इसी राह पर चल रहे हैं। कुछ दिनों के लिये भले ही परिवारवाद चल जाये लेकिन कुछ समय के बाद उनका सर्वाइवल संभव नहीं होगा।

बिहार के मुख्यमंत्री करेंगे एनटीपीसी बरौनी और बाढ़ की पावर युनिट्स का लोकार्पण

न्यूज़ डेस्क –  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 27 नवम्बर 2021 को केन्द्रीय विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्री  आर.के. सिंह की गरिमामय उपस्थिति में एनटीपीसी बाढ़ सुपर थर्मल पावर स्टेशन, पटना की युनिट-1 (660 मेगावॉट) और एनटीपीसी बरौनी थर्मल पावर स्टेशन की स्टेज-2 (500 मेगावॉट) का लोकार्पण करेंगे।
गिरीराज सिंह, केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री, श्री राजीव रंजन, विधायक, लोकसभा, मुंगेर, श्री नीरज कुमार, विधान परिषद के सदस्य, बिहार, श्री राम रतन सिंह, विधानसभा सदस्य, तेघरा, बिहार, श्री राज कुमार सिंह, विधानसभा सदस्य, मटीहानी, बिहार, श्री ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह, विधानसभा सदस्य, बाढ़ तथा बाढ़ एवं बरौनी क्षेत्र के अन्य वरिष्ठ प्रतिनिधि भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे। बिहार के नागरिकों, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों तथा विद्युत मंत्रालय के अधिकारियों को भी समारोह में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।


श्री गुरदीप सिंह, सीएमडी, एनटीपीसी लिमिटेड, एनटीपीसी के निदेशक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी दोनों कार्यक्रमों में मौजूद रहेंगे।
एनटीपीसी समूह ने बिहार राज्य में 7970 मेगावॉट क्षमता स्थापित की है और 1980 मेगावॉट अतिरिक्त क्षमता निर्माणाधीन है।
एनटीपीसी द्वारा बाढ़ में 3300 मेगावॉट क्षमता स्थापित की गई है, जिसमें से 1320 मेगावॉट का वाणिज्यिक संचालन मार्च 2106 से जारी है।
विद्युत क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने तथा बिहार राज्य में विद्युत की उपलब्धता बढ़ाने, इसकी लागत को कम करने के लिए राज्य सरकार ने 15 दिसम्बर 2018 को बरौनी थर्मल पावर स्टशन, बरौनी को एनटीपीसी लिमिटेड को हस्तांतरित किया था।


अपनी सीएसआर पहल के तहत एनटीपीसी द्वारा बिहार राज्य में सामुदायिक विकास की कई गतिविधियां चलाई जा रही हैं। ये गतिविधियां मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाओं के विकास, पेयजल, सेनिटेशन, कौशल विकास/ व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रोग्रामों को बढ़ावा देने तथा दिव्यांगजनों को सहयोग प्रदान करने के लिए की गई हैं। साथ ही एनटीपीसी की स्थापित परियाजाओं द्वारा विभिन्न सामुदायिक विकास गतिविधियां आस-पास के गांवों में कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। एनटीपीसी एम्स पटना में विशेष बर्न युनिट की स्थापना भी कर रही है और औरंगाबाद ज़िले में आईटीआई का निर्माण कर रही है।
एनटीपीसी भारत सरकार की एक महारत्न कंपनी है, वर्तमान में इसकी स्थापित क्षमता 67,907 मेगावॉट है (संयुक्त उद्यम सब्सिडरियों सहित) और 2032 तक एनटीपीसी ने 130 गीगावॉट की कंपनी का बनने का लक्ष्य तय किया है।

पटना में जिला से लेकर पंचायत स्तर के अधिकारियों एवं कर्मियों ने नशा का सेवन नहीं करने का लिया शपथ

न्यूज़ डेस्क –  26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर जिला से लेकर पंचायत स्तर के अधिकारियों एवं कर्मियों ने आजीवन शराब का सेवन नहीं करने की शपथ लेकर शराबबंदी कानून के प्रति अपनी पूरी प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।

जिला स्तर पर मुख्य कार्यक्रम समाहरणालय सभागार में हुआ जहां अपर समाहर्ता विशेष कार्यक्रम श्री अरुण कुमार झा द्वारा कर्मियों को शपथ दिलाया गया। तत्पश्चात कर्मियों द्वारा शपथ के विहित प्रपत्र को भरकर जमा किया गया।

इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री के अभिभाषण की लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग का प्रसारण भी किया गया। इसी तरह का कार्यक्रम अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर भी आयोजित किए गए जहां नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर अधिकारियों एवं कर्मियों को शपथ दिलाई गई तथा शपथ के विहित प्रपत्र को भरकर जमा किया गया।

साथ ही  मुख्यमंत्री के अभिभाषण के लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग का प्रसारण किया गया ।

 


शपथ पत्र

मैं——-( नाम एवं पदनाम) आज दिनांक—– को (प्रतिष्ठान का नाम जहां शपथ ली जा रही है) के प्रांगण में सत्य निष्ठा के साथ यह शपथ लेता/ लेती हूं कि मैं आजीवन शराब का सेवन नहीं करूंगा करूंगी मैं कर्तव्य पर उपस्थित रहूं अथवा न रहूं अपने दैनिक जीवन में भी शराब से संबंधित गतिविधियों में किसी प्रकार से शामिल नहीं होऊंगा/ होउंगी। शराबबंदी को लागू करने के लिए जो भी विधिसम्मत कार्रवाई अपेक्षित है, उसे करूंगा/ करूंगी यदि शराब से संबंधित किसी भी गतिविधि में शामिल पाया जाऊंगा/ जाऊंगी तो नियमानुसार कठोर कार्रवाई का की भागीदार बनूंगा / बनूंगी।

खनन मंत्री के आप्त सचिव के ठिकानों पर छापेमारी में पौने दो करोड़ की संपत्ति का पता चला

न्यूज़ डेस्क –  बिहार के खनन मंत्री जनक राम के सरकारी आप्त सचिव मृत्युंजय कुमार के ठिकानों पर छापे मारी में एक करोड़ 73 लाख से अधिक संपत्ति का पता चला।
आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। शुक्रवार सुबह ही मंत्री के सरकारी आप्त सचिव, भाई और महिला मित्र रत्ना चटर्जी के ठिकानों पर छापेमारी की.
पटना में जब आरोपी अधिकारी मृत्युंजय कुमार के आवास की तलाशी लेने एसवीयू की टीम पहुंची तो महिला अभियुक्त रत्ना चटर्जी भी उनके आवास में ही मिली.

विशेष निगरानी इकाई की ओर से जो जानकारी दी गई है उसमें अधिकारी मृत्युंजय कुमार की पत्नी आरती का 2013 में ही मृत्यु हो गई है. आज की तलाशी में अभियुक्त रत्ना चटर्जी उनके पटना निवास में रहते पाई गई।
जांच में रत्ना चटर्जी के कटिहार आवास 30 लाख रुपए नगद मिले. इन अभियुक्तों के खाते से मोटी रकम आदान प्रदान की गई है. मनी लॉन्ड्रिंग भी किया गया है।

एसवीयू ने बताया है कि रत्ना चटर्जी सीडीपीओ थी, लेकिन 2011 में रिश्वत लेते गिरफ्तार हुई उसके बाद सरकार ने बर्खास्त कर दिया था. अधिकारी मृत्युंजय कुमार ही महिला मित्र का घर बनवा रहे जिनका सारा खर्च वे खुद उठा रहे हैं. रत्ना चटर्जी के नाम एक फ्लैट पावर हाउस रोड सिलीगुड़ी में है. जिसको खरीदने में भी मृत्युंजय कुमार ने अवैध कमाई से मोटी राशि भुगतान किया है . सिलीगुड़ी में फ्लैट की कीमत 35 लाख है। कटिहार से एक प्लॉट तीन लाख का है। 30 सोने का बिस्कुट तथा पॉर्न सीडी एवं अश्लील साहित्य बड़ी मात्रा में बरामद हुआ है.
रत्ना चटर्जी के कटिहार आवास से तलाशी में ₹45 लाख के जेवरात बरामद हुए हैं. तीन एलआईसी की पॉलिसी मिली है जिसका प्रत्येक का मासिक प्रीमियम ₹40 हजार है. कई बैंक पासबुक भी बरामद किए गए हैं. विशेष निगरानी इकाई ने बताया है कि मृत्युंजय कुमार वर्तमान में खनन मंत्री जनक राम के सरकारी आप्त सचिव हैं. पूर्व में वे कटिहार जिला के कई प्रखंडों में बीडीओ रह चुके हैं। खबर लिखने तक छापेमारी और छानबीन चल रही थी।

बिहार में मजबूत हुआ आम आदमी पार्टी-बिष्णु पाठक

न्यूज़ डेस्क –  बिहार में आम आदमी पार्टी ने अपने स्थापना दिवस के साथ-साथ संविधान दिवस पर आज पटना के मिरर हाई स्कूल मैदान से गांधी मैदान जेपी गोलम्बर तक तिरंगा यात्रा निकाला।बिहार के जिलों से आये कार्यकर्ताओं में काफी जोश था।राजधानी पटना में दिखा अरसे बाद आम आदमी पार्टी की दस्तक दिखी है।तिरंगा यात्रा का नेतृत्व दिल्ली विधानसभा के सदस्य सह बिहार प्रभारी संजीव झा कर रहे थे तो वही सह प्रभारी बिपिन राय ने टीम के सदस्यों को कोर्डिनेट कर रहे थे।


दिल्ली प्रदेश पूर्वांचल शक्ति के उपाध्यक्ष बिष्णु पाठक ने भीड़ देख कर कहा कि बिहार में आम आदमी पार्टी माननीय विधायक सह बिहार के प्रभारी संजीव झा जी के कुशल नेतृत्व में मजबूत हुआ है।तिरंगा यात्रा में शामिल सभी साथियों का अभिनंदन किया है।मीडिया प्रभारी शशिकांत सहित बिहार व दिल्ली के आम आदमी पार्टी के वरीय पदाधिकारी भी यात्रा में शामिल रहे।

न्याय दिलाने वाले ही कोर्ट परिसर में आपस में गए भीड़ ,तमाशबीनों की लग गयी भीड़

 न्यूज़ डेस्क –  राजधानी के सिविल कोर्ट में आज दो वकीलों के बीच जमकर मारपीट हुई। मारपीट देखने वहां तमाशबीनों की भीड़ लग गई। दोनों एक ही केस में वकील हैं और दोनों आपस में किसी बात पर मतभेद पर भिड़ गए और जमकर हाथापाई हुई।अंत में ऐसा हुआ कि बिहार पुलिस के जवान कोर्ट में पहुंचे और मामले को शांत कराया।

कोरोना योद्धओं को किया गया सम्मानित

 

 

न्यूज़ डेस्क:- सहयोगी संस्था इंडिया के सौजन्य से कोरोना योद्धा सम्मान समारोह का आयोजन अम्बेडकर शोध संस्था, दरोगा राय पथ में किया गया | इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. विनोद यादव, पूर्व विधायक एवं विशिष्ट अतिथि दिनेश कुमार अरोड़ा यूवा प्रदेश अध्यक्ष, जदयू डॉ. कमल प्रसाद बौध, महासचिव बुद्ध मिशन ऑफ़ इंडिया, अभय कुमार एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे | इस कार्यक्रम में लगभग १५० कोरोना योद्धाओं को मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के कर कमलों द्वारा प्रशसित प्रत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया | कार्यक्रम में यारपुर स्लम क्षेत्र के बालक एवं बालिकाओं के द्वारा संस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत की गई |

कार्यक्रम की शुरुआत में श्री सतीश कुमार, क्षेत्रीय निदेशक, एशियन सहयोगी संस्था इंडिया ने कहा की बिहार सर्कार के कोविड टीकाकरण के अभियान छ: माह ने छ: करोड़ को टिका दिए जाने के लक्ष्य में शामिल गोकर संस्था द्वारा प्रशिक्षित लगभग 150 कोरोना योद्धाओ के माध्यम से विहार के 14 जिला में लगभग 25 लाख लोगों को जागरूक किया गया |

कार्यक्रम के परियोजना समन्वयक प्रदीप लिमा ने  संस्था के प्रेसिडेंट श्री विक्टर जॉन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा की उन्हीं के मार्गदर्शन में आज इस कोविड महामारी से बचाव हेतु टीकाकरण कार्यक्रम लोगों को उत्साहित कार्य हुए सफल बनाया गया|

कार्यक्रम के संस्था में कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे |