मोदी ने तीनो कृषि कानुनों को वापस लेने का लिया निर्णय ,नीतीश ने कहा प्रधानमंत्री का निर्णय ठीक ही है

न्यूज़ डेस्क –  और आखिरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों के आगे झुकना ही पड़ा नरेंद्र मोदी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए तीनों किसी कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है ,देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत वासियों से माफी मांगते हुए कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया ,मोदी ने कहा उनकी तपस्या में कुछ कमी रह गई होगी जिसकी वजह से कुछ किसानों को उनकी सरकार समझा नहीं पाई और अंत में इस कानून को मुझे वापस लेना पड़ रहा है

इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीनों कृषि कानून पूरी तरह से पवित्र है लेकिन उनकी सरकार कुछ किसानों को समझाने में सफल नहीं रही  जबकि उन्होंने छोटे किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए इन कानूनों को लागू किया था मोदी ने यह भी कहा किन तीनो कृषि कानूनों को लाने की मुख्य वजह  छोटे किसानों को और ताकत देना और उनकी उपज को  सही कीमत मिले और फसल को बेचने के लिए ज्यादा से ज्यादा विकल्प मिले यही मुख्य उद्देश्य था

मोदी ने कहा पिछले पांच दशक से उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन में किसानों की मुश्किलों और चुनौतियों को करीब से अनुभव किया है और इसी वजह से उन्होंने इस कृषि कानून को किसान के हित में लागू किया था प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कृषि बजट में 5 गुना बढ़ोतरी की गई है और हर साल 1.25 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च की जा रही है

गौरतलब है पिछले कई महीनों से दिल्ली की सीमा पर किसान आंदोलन कर रहे थे और इन तीनों किसी कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे थे और ये आंदोलन आज भी जारी है

इस मामले में जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से  प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर पूछा गया तो उभोने बड़ी ही सधी हुई प्रतिक्रिया दी है और कहां है कि कृषि  कानूनों को वापसी करने का निर्णय  प्रधानमंत्री का था …उन्होंने जब लागू किया था और आज जब उन्होंने वापस किया है बिहार में किसानों को लाभ पहले की तरह मिलते रहेंगे और बिहार के  किसानों को उनकी समस्या के अनुसार भरपूर मदद की जाती है जो आगे भी जारी रहेगी जब नीतीश कुमार से पत्रकारों ने विपक्ष द्वारा प्रतिक्रिया के सवाल पर पूछा  उन्होंने कहा कुछ लोगों को बोलने की आदत होती है कृषि कानूनों को वापसी करने वाले प्रधानमंत्री का अपना निर्णय था इसमें नहीं है प्रधानमंत्री ने जो भी निर्णय लिया वह ठीक ही है |

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