
प्रेस मेंस वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से मंगलवार को आयोजित विरोध मार्च में बड़ी संख्या में पटना समेत बिहार भर के पत्रकार शामिल हुए। यह मार्च केन्द्र की भाजपा की अगुआई वाली एनडीए द्वारा पत्रकारों की रियायती रेल यात्रा की सुविधा को समाप्त करने के खिलाफ आयोजित किय गया था। एसोसिएशन के अध्यक्ष सैयद इकबाल इमाम ने बताया कि मार्च पटना के इनकम टैक्स गोलम्बर से शुरू होकर भाजपा दफ्तर तक गया। वहां केन्द्रीय मंत्री राजभुषण चौधरी निषाद और बिहार के पिछड़ा अति पिछड़ा मंत्री हरी सहनी को ज्ञापन सौंपा । इसके माध्यम से पत्रकारों के लिए रियायती रेल यात्रा की सुविधा को पुनरू बहाल करने की मांग की गई।
एसोसिएशन के सचिव दयाशंकार तिवारी ने बताया कि पत्रकारों और उनके परिजनों के लिए रियायती रेल यात्रा की सुविधा वर्षों से केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही थी, चाहे वह कांग्रेस की मनमोहन सिंह की सरकार हो या फिर भाजपा की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार हो। लेकिन, नरेन्द्र मोदी की मौजूदा केन्द्र सरकार ने यह सुविधा बंद कर दी। केन्द्र की भाजपा सरकार के इस पत्रकार विरोधी फैसले से देशभर के मीडियाकर्मियों में गहरा आक्रोश है।
जबकि, इसी साल कुछ ही माह बाद होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पत्रकारों को यह सुविधा दिया जाना निहायत जरूरी है।
श्री तिवारी ने ज्ञापन के जरिए यह चेतावनी भी दी है कि यदि पत्रकारों के लिए रियायती रेल यात्रा की सुविधा केन्द्र की एनडीए सरकार द्वारा पुनरू बहाल नहीं की गई तो बड़ी संख्या में बिहार भर के पत्रकार दिल्ली कूच करेंगे। वहां केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को ज्ञापन देकर पत्रकारहित में इस सुविधा को पुनर्बहाल करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि केन्द्र की वर्तमान सरकार यह सुविधा जल्द से जल्द बहाल नहीं करती है तो एसोशिएशन अपना आंदोलन और तेज करेगा।
विरोध मार्च में वरिष्ठ पत्रकार अरूण कुमार पाण्डेय, भोलानाथ, इन्द्रभूषण, सैयद इकबाल इमाम, विजय कुमार मिश्रा, रविकांत, खुशीद, जे पी चौधरी, बाल कृष्ण, निशिकांत, कैलाश , अनिल कुमार सिंह, अतिकुज्जमा, जेड इसन, जियाउल हसन मोबिल होदा, समेत बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल थे